Comments (7)
8 Jun 2022 08:57 PM
अति उत्तम
8 Jun 2022 06:04 PM
बहुत सुंदर प्रस्तुति।
8 Jun 2022 03:53 PM
बहुत ही खूबसूरत रचना। लाजवाब।
8 Jun 2022 02:18 PM
खुबसूरत रचना।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढ़कर कृतार्थ करें।
8 Jun 2022 12:09 PM
बेहतरीन कविता, ANIL जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
8 Jun 2022 10:29 AM
वन्दनीय ..भावपूर्ण .. सार्थक सृजन .. आदरणीय
— “पिता” विषय पर मेरी मौलिक रचना “पिता महज एक व्यक्ति नहीं है” को अपना स्नेहाशीष प्रदान करें ।
कविता पर पहुंचकर प्रथम उसे भावपूर्ण होकर जरूर पढ़े, तद्नुरूप like & comment करें ।
बहुत सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे