Comments (3)
4 Jun 2022 08:20 AM
बेहद ख़ूबसूरत रचना है, शुभम जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
3 Jun 2022 10:19 PM
बहुत ही सुन्दर मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे
अद्भुत सृजन