Comments (9)
16 Jun 2022 08:16 AM
बेहतरीन लाजवाब 8वां लाइक मेरी तरफ से
14 Jun 2022 08:22 PM
बहुत सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे
8 Jun 2022 12:13 PM
बेहतरीन कविता, स्वीटी जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
8 Jun 2022 10:31 AM
वन्दनीय ..भावपूर्ण .. सार्थक सृजन .. आदरणीया
— “पिता” विषय पर मेरी मौलिक रचना “पिता महज एक व्यक्ति नहीं है” को अपना स्नेहाशीष प्रदान करें ।
कविता पर पहुंचकर प्रथम उसे भावपूर्ण होकर जरूर पढ़े, तद्नुरूप like & comment करें ।
7 Jun 2022 09:24 AM
बहुत ही सुन्दर रचना। भावों से भरी हुई । जितनी भी तारीफ करूं कम होगी। लाज़वाब शानदार।
6 Jun 2022 06:09 PM
बेहतरीन रचना।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढ़कर कृतार्थ करें।
6 Jun 2022 04:48 PM
बहुत ही सुन्दर रचना है, आप एक बार मेरी रचना “बेटी की मायका” समय निकाल कर अवश्य पढ़ने की कृपा करें।
6 Jun 2022 04:08 PM
बहुत सुंदर और भाव विभोर कर देने वाली रचना
अनमोल वचन👌