Comments (3)
4 Jun 2022 06:31 PM
बेहतरीन कविता,सतविन्द्र राणा जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
4 Jun 2022 04:07 PM
बेहतरीन रचना।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढ़कर कृतार्थ करें।
बहुत ही सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी पढ़े और अपनी प्रतिक्रिया देकर मुझे कृतज्ञ करे