Posts “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 531 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next मनोज कर्ण 23 Apr 2022 · 1 min read पितु संग बचपन पितु संग बचपन ~~°~~°~~° अमीरी अभिशाप बने ना, वात्सल्य प्रेम और बचपन का, धन-दौलत दुश्मन न बन जाए,बालपन और पितृधन का। पितु संग बीते जो बचपन,तो होता परिवर्धन संस्कारों का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 14 1k Share Dr. Kishan Karigar 23 Apr 2022 · 1 min read जिम्मेदारी और पिता जिम्मेदारीयों के बोझ तले दबा हुआ पिता बच्चों की ख़ातिर फिर भी खुश रहता है पिता. बीबी से भी कभी शिकायत नहीं कर पाता? बीबी बच्चों के लिए हर पल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 18 1k Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 23 Apr 2022 · 1 min read पिता परिवार के बटवृक्ष पिता की उंगली पकड़ धरा पर, पहला कदम बढ़ाया मेहनत खून पसीना संबल से, मेरा जीवन मेंहकाया दुनिया में आगे बढ़ने का, मुझको मार्ग दिखाया एक माटी के पुतले को,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 3 178 Share Sushma Singh 23 Apr 2022 · 1 min read पापा की परी हूं मैं पापा की परी हूं मैं ++++++++++ बचपन से लेकर, यौवन तक, यही सुनती आई हूं। सबकी राजदुलारी हूं मैं, पापा की परी हूं मैं---- मां की आंख का तारा हूं,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 297 Share Manisha Manjari 23 Apr 2022 · 1 min read मौन में गूंजते शब्द शब्दों की कमी तो हमेशा रही, उनके व्यक्तित्त्व में, पर भावनाओं की बारिश सदैव होती रही उस घर में। कठोर आवरण तो ज़रूर था, उस वातावरण में, परंतु करवाहट ना... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 12 672 Share Manoj Manu 23 Apr 2022 · 1 min read सिर पर छाँव पिता की,कच्ची दीवारों पे छप्पर.. सिर पर छांव पिता की, कच्ची दीवारों पे छप्पर.. आंधी-बारिश खुद पर झेले हवा थपेड़े रोके , जर्जर तन भी ढाल बने कितने मौके-बेमौके , रहते समय जान नहीं पाते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 9 312 Share Santoshi devi 22 Apr 2022 · 1 min read पिता शीर्षक-पिता जीवन भर बोझा ढोता है। अक्सर सुख से कब सोता है।। सीने में दफनाता हर गम। कभी न खुलकर वह रोता है।। हर विपदा के आगे वह तो। हरदम... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 6 8 368 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Apr 2022 · 1 min read हे परम पिता हिंसा से आहत धरती पर, कराह रही मानवता मानव ही मानव के खून का प्यासा, जाग रही दानवता उठो बुद्ध करूणा बरसाओ, आन पड़ी आवश्यकता हिंसा और अज्ञान मिटाओ, आन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 6 381 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Apr 2022 · 1 min read माता पिता मात-पिता के श्री चरणों में, बारंबार प्रणाम है मात पिता ही इस धरती पर, बच्चों के भगवान हैं लख-लख कष्ट सहे जीवन में, ना करते कभी बखान हैं मात पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 5 387 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Apr 2022 · 1 min read मात पिता श्री गुरु चरणों में, बारंबार प्रणाम है मात-पिता श्री गुरु चरणों में बारंबार प्रणाम है मात-पिता श्री गुरु चरणों में, बारंबार प्रणाम है मेरे जीवन प्राण आप हैं, आप मेरे भगवान हैं पाल पोस कर बड़ा किया,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 3 332 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Apr 2022 · 1 min read मात पिता के नाम चिठ्ठी पूज्य माता जी एवं पिताजी, सादर प्रणाम तुम हो मेरे भाग्य विधाता, तुम ही हो भगवान घर द्वार और देश छोड़कर, आन बसा परदेश में मां की गोद पिता का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 316 Share रिपुदमन झा "पिनाकी" 22 Apr 2022 · 1 min read पिता दिन-रात एक करके पिता करता कमाई। बच्चों के लिए ख़ुद की भी तकलीफ़ भुलाई। करता है त्याग और तपस्या वो हर क़दम- लेकिन पिता ने मान कहांँ मांँओं सी पाई।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 6 4 396 Share Poetry By Satendra 22 Apr 2022 · 1 min read आसान नहीं होता है पिता बन पाना आसान नहीं होता है पिता बन पाना मुश्किलों में होकर भी खुद को मजबूत दिखाना स्वयं कष्ट सहे पर परिवार से सब छुपाये परिवार कष्ट में हो तो एकदम बेचैन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 6 812 Share विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’ 22 Apr 2022 · 2 min read पिता पिता बन कर हम साया, मुझे चलना सिखाया, ईश सम पिता मेरे, वंदन स्वीकारिए। पढ़ लिख पाऊँ ज्ञान, बनूँ नेक बढ़े शान, बन कर मंदाकिनी, औगुण पखारिए। मार कर स्व... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · घनाक्षरी 3 9 469 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 22 Apr 2022 · 1 min read जीवन स्तंभ है पिता राह दिखाता है जो हमको उजाले में ले जाता है जो हमको जबतक होता है वो, बचपन का अहसास देता है जो हमको अपने कंधों पर उठाता है वो हमको... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 24 14 651 Share Suryakant Dwivedi 22 Apr 2022 · 1 min read जी, वो पिता है सूरज सा तपता है..जी पिता है सूरज सा तपता है चंदा सा जगता है बच्चों की खातिर हर पल मरता है ।। मौन अभिव्यक्ति आंखें पढ़ लेती है फिसले जो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 7 544 Share Suryakant Dwivedi 22 Apr 2022 · 1 min read पिता और एफडी 1 पिता पूंजी है एफडी है ड्राफ्ट है ग्रेच्युटी है जो सब हमे बनाने में लगती है उसके पास होती है सिर्फ पेंशन बुढ़ापे की टेंशन। 2 मां घर है... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 3 353 Share AJAY PRASAD 21 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता शब्द नहीं परिवार पिता है खामोशी से प्यार पिता है । जग जाहिर है माँ की ममता मगर असली आधार पिता है । धूप,बारिश,सर्दी से बचने को जैसे छत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 5 4 216 Share Aarti Ayachit 21 Apr 2022 · 1 min read "पापा की सेवानिवृत्ति" (संक्षिप्त हास्य कविता) सेवानिवृत्ति वाले दिन मैं पहले ही पहूँची पापा के पास, उस दिन उनको ऑफिस से मिला था कुछ खास, मंद-मंद मुस्काते हुए मां से बोले देखोगी नहीं उपहार, मां ने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 12 396 Share Harinarayan Tanha 21 Apr 2022 · 1 min read 'पिता' ,मां से कम नही होते घर की दीवारों सब को दिखती हैं मगर छत किसी को नही दिखती मां की डाट में भी प्यार सब को दिखता मगर पिता की डाट में नही दिखती मां... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 6 169 Share Harinarayan Tanha 21 Apr 2022 · 1 min read पिता सच्चाई सिखाते हैं मासूम हाथों की नन्हीं उंगलियों को पकड़कर नाजुक लड़खड़ाते कदमों को चलना , दौड़ना सिखाते हैं बच्चों को अपने कंधों पर बैठा विविधता से भरी है यह जो दुनिया अपने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 206 Share Harinarayan Tanha 21 Apr 2022 · 1 min read पिता आसमान की तरह होते हैं बहोत जताते नही हैं अपने जज़्बात दिखाते नही हैं जिस तरह मां रो देती है बच्चों की हर तकलीफ देखकर पापा पहले हिम्मत देते हैं मगर जब वो रोते हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 6 464 Share Abhishek Shrivastava "Shivaji" 21 Apr 2022 · 1 min read पिता की महानता पिता शीतल पेड़ों जैसे बगीचे वाले गांव हैं पिता चिलचिलाती तेज गर्मी में भी छांव हैं पिता। उन्होंने अपने पूरे घर की जिम्मेदारी रखी है, बीच मझधार में बन जाते,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 4 229 Share TARAN VERMA 21 Apr 2022 · 1 min read पिता के चरण में नित्य सजाकर फूल कई पिता के चरण मे चढ़ाते हैं। उन पैरो की धूलि लगाते जिन्होंने चलना सिखाया हैं। नियत नेक सदा जिनके थे उनके ही शरण मे जाते है।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 5 277 Share Sushma Singh 21 Apr 2022 · 1 min read चलना ही जिंदगी चलना ही जिंदगी ------------------- पथ में अपने यूं ही , आगे को बढ़ते जाना। मेहनत और बुलंद हौंसलों से, मंजिल को अपनी पाना। पथ में अपने यूं ही ---- थकना... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 152 Share Sushma Singh 21 Apr 2022 · 1 min read घरौंदा बनाया घरौंदा बनाया --------------- तिल-तिल कर तुमने,घरौंदा बनाया, हजारों सपने बुनकर जिसको तुमने गुलिस्तां सा सजाया। हम सबके लिए सदा सोचते थे, बच्चों का जीवन उज्वल बनाया।। तिल-तिल कर तुमने--- अपने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 152 Share Sushma Singh 21 Apr 2022 · 1 min read मेरी उड़ान मेरी उड़ान ------------- मेरे सपनों की उड़ान को, तुमने ही तो पंख दिया। ख्वाबों को मेरे पूरा कर, मेरी उड़ान को पूरा किया।। हार कर जब कभी में थक जाती,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 181 Share Sushma Singh 21 Apr 2022 · 1 min read बहुत याद आते हो पापा बहुत याद आते हो पापा ---------------+----------- जीवन में जब भी कोई, विपदा आती, याद बहुत आते हो तुम। खुशियां सारी और सब सुख, तुमसे ही सब भाती, याद बहुत आते... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 168 Share Taj Mohammad 21 Apr 2022 · 1 min read सच में ईश्वर लगते पिता हमारें।। देव तुल्य है पृथ्वी पे पिता हमारे। हम जीवन जीते जिनके सहारे।। उनको जीवन में नमन करे हम। ऐसे ह्रदय के अच्छे पिता हमारे।। सबके दुख हर लेते पिता हमारे।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 4 288 Share Sushma Singh 21 Apr 2022 · 1 min read पापा ही चुप कराते पापा ही चुप कराते ---------------------- बचपन में, जब भी रोती, पापा ही चुप कराते। मेरे चुप न होने पर, मां एक चांटा जड़ देती। जब आकर के पापा , मुझको... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 145 Share Sushma Singh 21 Apr 2022 · 1 min read पिता से प्यारा रिश्ता पिता से प्यारा रिश्ता ----------------------- भावों के प्रेम सा प्यारा रिश्ता, पिता और बेटी का अनमोल रिश्ता। कभी बन जाते दोस्त मेरे, और गुरु भी बन जाते। कभी दादाजी का... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 140 Share Vishnu Prasad 'panchotiya' 21 Apr 2022 · 1 min read मेरे पिता है प्यारे पिता अच्छे भोले न्यारे पिता। पिता ने मुझको जन्म देकर धरती पर अवतरित किया। अपना कठोर परिश्रम करके मेरा पालन पोषण किया। मुझ पर अपना प्यार लुटाते ऐसे प्यारे-प्यारे पिता। मेरे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 15 589 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Apr 2022 · 1 min read पितृ वंदना पितृ वंदना देव का, ही रूप शास्वत, आप ही, हैं स्वर हमारे। प्रेम का, पर्याय जग में, आप ही, ईश्वर हमारे। आप से, ही भान हमको, क्या गलत, क्या कुछ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत · माता पिता 55 94 2k Share Taj Mohammad 21 Apr 2022 · 1 min read एक पिता की जान। बड़ा तन्हा हो गया है वो बागवान। परिंदे सारे उड़ गए रह गया वो बेजान।।1।। रोपे थे शजर अपने हाथों से कभी। हो गए सारे के सारे वो उससे अंजान।।2।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 328 Share Taj Mohammad 21 Apr 2022 · 1 min read पिता कुछ भी कर जाता है। स्वयं हारकर पुत्र को जिताता है। पुत्र की विजयी मुस्कान से खुश हो जाता है।।1।। पिता है पिता कुछ भी कर जाता है। कठिन परिश्रम करके वह घर को चलाता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 297 Share Ravi Prakash 21 Apr 2022 · 1 min read *हमें मिले अनमोल पिता 【गीत】* *हमें मिले अनमोल पिता 【गीत】* ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ धन्य-धन्य सौभाग्य हमारा ,हमें मिले अनमोल पिता (1) आदर्शों को सदा आपने मंत्रों जैसे गाया अनुशासन-विश्वास मनुज की पूँजी है बतलाया खुद के बल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत · माता पिता 3 2 249 Share Taj Mohammad 21 Apr 2022 · 1 min read पिता का साथ जीत है। दृढ़ता का ये प्रतीक है। पिता का साथ जीत है।।1।। यूं अनसुना ना करना। पिता की बातें सीख है।।2।। कर्म करना सिखाता है। फ्री में मिलती भीख है।।3।। कहदो जोभी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 423 Share Taj Mohammad 20 Apr 2022 · 1 min read पिता का कंधा याद आता है। थक कर जब चूर हो जाता हूं। तो पिता का कंधा याद आता है।।1।। संगति में जब बिगड़ जाता हूं। तो पिता का गुस्सा याद आता है।।2।। मुसीबत में जब... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 592 Share Dr Manju Saini 20 Apr 2022 · 1 min read पापा के दिए संस्कार शीर्षक: पापा के दिये संस्कार मेरी ख़ामोशी का मतलब यह नहीं कि मुझे दर्द नहीं होता या मुझे कुछ समझ नहीं आता मैं रिश्तों को निभाना जानती हूँ पापा के... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 300 Share भूपेन्द्र राघव 20 Apr 2022 · 2 min read पिता ( हे पितृ नमन, हे पितृ नमन ) हे पितृ नमन हे पितृ नमन... -------------------------------------- लेकर जब अपने काँधों पर दिखलाया था संसार मुझे, है याद हसीं लम्हा, खुलकर तब हँसा था पहली बार मुझे । जब तक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 3 162 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 20 Apr 2022 · 1 min read *!* "पिता" के चरणों को नमन *!* पिता का प्यार विशाल आसमां, गहराई सागर जैसी पिता सुखों की है छत्रछाया, बिना पिता जिंदगी कैसी पिता का प्यार........ 1) न भय, न दुख ,न चिंता, पिता कहानी जीवन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 17 2k Share मनोज कर्ण 20 Apr 2022 · 2 min read हे तात ! कहा तुम चले गए... हे तात ! कहा तुम चले गए... ~~°~~°~~° हे तात ! कहा तुम चले गए... दर्शन न कोई मुलाकात, जहांँ तुम चले गए..। संग तेरे जो बीता था बचपन ,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 10 1k Share Rita Singh 20 Apr 2022 · 1 min read हर बेटी के नायक पापा हर बेटी के नायक पापा करते हैं सब लायक पापा कारज अपने सभी निभाते बनें नहीं अधिनायक पापा । जग में सबसे न्यारे होते जनक सिया के प्यारे होते अपनी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 5 310 Share Sushma Singh 20 Apr 2022 · 1 min read मेरी हर खुशी पिता मेरी हर खुशी पिता ---------------------- हम सभी को बचपन से लेकर , आज तक हर खुशी दी है तुमने। दिन-रात मेहनत करके , हम सबको पढ़ाया है तुमने।। कभी नहीं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 148 Share Taj Mohammad 20 Apr 2022 · 1 min read अहसासों से भर जाता हूं। आदाब बजा लाता हूं। जब पापा के पास आता हूं।। मुस्तकबिल सजा लेता हुं। जब पापा के साथ जाता हुं।। कुछ गम मिटा लेता हूं। जब पापा को सब बता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 533 Share Sushma Singh 20 Apr 2022 · 1 min read बरगद की छांव हैं पिता बरगद कि छांव हैं पिता -------------------------- जैसे हर एक राही को, छांव बरगद हे देता। वैसे ही पिता का साया,बच्चों को! खुशियों से भर देता।। पिता ही तो हैं हमारे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 165 Share Sushma Singh 20 Apr 2022 · 1 min read दोहा-मेरे पापा काम के दोहा-मेरे पापा काम के -------------------- पापा मेरे काम के,क्या जानें संसार। जब धरा पर जन्म लिए, किया तभी उपकार ।। अपने बच्चों को कभी, करते नहीं निराश। कष्ट उनके सभी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · दोहा 1 1 137 Share Sushma Singh 20 Apr 2022 · 1 min read पापा मेरी दनिया है पापा मेरी दुनिया हैं -------------------- तुम ही तो मेरे ख्वाबों की दुनिया हो, मेरी जन्नत, मेरा शिवालय तुम ही हो। मेरे सपनों के पंखों की, ऊंची उड़ान तुम ही से... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 126 Share Shivanshi (Shashi Nimesh) Nimesh 20 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता पिता पिता बनते ही, फिर से जिम्मेदार हो जाता है, बड़ी समझदारी से, पाई पाई जमाता है. बच्चे कहीं तरस ना जाएं, और ज्यादा मेहनत करता है, घर में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 5 182 Share Ram Krishan Rastogi 20 Apr 2022 · 1 min read मेरे पिता मेरे पिता थे हृदय विशाल, वे मुझ पर प्यार लुटाते थे। कर संकू ना वर्णन शब्दो में, वे देव तुल्य पिता कहलाते थे।। मेरे पिता प्यार के सागर थे, उनके... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 19 33 989 Share Previous Page 9 Next