Comments (10)
3 May 2022 03:27 PM
पिता विषय पर आपकी अति सुंदर हेतु बहुत बहुत बधाई! मेरी रचना ‘कर्ज भरना पिता का न आसान है’ का अवलोकन भी अवश्य करें। यदि रचना अच्छी लगे तो आशीर्वाद स्वरूप लाइक व कमेंट भी दें।
24 Apr 2022 12:54 PM
बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति
21 Apr 2022 09:29 AM
“हे तात ! कहा तुम चले गए…” अति सुन्दर काव्य रचना जी।
20 Apr 2022 09:37 PM
अंतस्थ भाव विहृल प्रस्तुति !
बहुत सुन्दर रचना , कृपया मेरी रचना पर भी अपना मत जरूर दे, धन्यवाद
अवश्य, बहुत बहुत धन्यवाद एवं सादर अभिवादन