Comments (4)
14 May 2022 08:25 PM
बेहद ख़ूबसूरत रचना है, रिपुदमन जी।
यदि समय मिले तो कृपया मेरी रचना ” पिता का साया” का भी अवलोकन करने का कष्ट कीजिएगा।
साभार।
3 May 2022 07:49 PM
बहुत ही सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी देखे और अपनी बहुमुल्य प्रतिक्रिया दे कर मुझे कृतार्थ करे
3 May 2022 03:18 PM
पिता विषय पर आपकी अति सुंदर हेतु बहुत बहुत बधाई! मेरी रचना ‘कर्ज भरना पिता का न आसान है’ का अवलोकन भी अवश्य करें। यदि रचना अच्छी लगे तो आशीर्वाद स्वरूप लाइक व कमेंट भी दें।
बहुत खुबसूरत। ।
कृपा”मेरा गुरूर है पिता”रचना पढ़कर कृतार्थ करें।