Posts “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 173 authors · 405 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 30 May 2021 · 1 min read " पावस-पावनि " वर दे, "पावस-पावनि", वर दे..! रिमझिम सावन, मस्त फुहारों से बरबस, मन को भी, तन सँग पुलकित कर दे। इन्द्र धनुष से स्वप्न, समाहित हो जाएँ, दु:ख, कष्ट, पल मेँ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 122 275 3k Share Seema gupta,Alwar 16 May 2021 · 1 min read -पहली बरसात चमक रही बिजली नभ में, गरज रहे बादल गगन में, आई मौसम की पहली बरसात, भीगे मन खुशियों के साथ, देख बूंदों को धरा पर , उमड़ जाती बचपन की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 49 71 2k Share मनोज कर्ण 27 May 2021 · 1 min read बरसात " बरसात" - - - - - - - - - महामारी की गोद में पनपी, सदी की ये कैसी रिमझिम बरसात, आसुओं की मोटी बूंद से, छेद हो गई... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 22 2k Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 20 May 2021 · 1 min read भीगी बरसात धूप को छुपाकर जब आकाश में छा जाते खूब अंधेरा करते है बरसात में ये बादल।। कभी बरसते है कभी बिना बरसे ही चले जाते है लेकिन हमेशा नई उम्मीदें... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 22 10 2k Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 16 May 2021 · 2 min read षोडश दोहा वृष्टि शीतलता चारों तरफ़, आई बरखा झूम मन उपवन में कोकिला, कूक मचाये धूम // 1. // प्रेम मयूरा नाचता, आग लगी घनघोर बारिश में तन भीगता, हिया मचाये शोर //... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 22 42 2k Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 18 May 2021 · 1 min read बरसात - अनुपम सौगात धरा-गगन के मिलन का , अनुपम अवसर है बरसात । नयन-नीर से कर देता है, पुलकित वसुधा का गात । प्रस्फुटित हो उठती हर तरफ , दोनो की चिर प्रणय... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 52 48 2k Share Pragya Goel 19 May 2021 · 1 min read बरसात बरसात <<<<< बरस जाए जो बादल से, उसे बरसात क्या समझू जो आंसू ना समझा मेरे , उसके हालात क्या समझू बिजली जब कोंधती है गगन में, पीड़ा दिल में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 26 2k Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 18 May 2021 · 1 min read बरसात का स्वागत कैसे करूँ स्वागत तुम्हारा? बताओ इस बार ,तुम बरसात । कोरोना के कहर से, व्यथित मनुष्य का गात । कितनो के अपने चले गए, कितने धन बल से छले गए?... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 45 46 1k Share पंकज कुमार कर्ण 6 Jun 2021 · 1 min read पावस की बूंदें ************** पावस की बूंदें ************** घटा जब छाये घनघोर, टर्र-टर्र और क्रेऊं क्रेऊँ, करते मेढक और मोर। ये रिमझिम- रिमझिम , ज्योहिं होती ऐसी वर्षा, भींगने को हर प्राणी का, सदा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 17 1k Share Ram Krishan Rastogi 18 May 2021 · 1 min read न भूलेंगे हम वो बरसात की रात न भूलेंगे हम वो बरसात की रात ************************ न भूलेंगे हम वो बरसात की रात, जिनसे हुई मेरी पहली मुलाकात। घनघोर घटाएं घिर रही थी गगन मे, दामिनी भी दमक... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 63 58 1k Share Pt. Brajesh Kumar Nayak 1 Jun 2021 · 1 min read 🌲प्रकृति 🌹दोहा 🤼 वर्षा ऋतु सद्प्रीति का,सुंदर भाव-विधान। क्षण-क्षण मिलन समान है,कर लो अनुसंधान। । 🤼 प्रकृति-प्रेम सुख-धाम है,त्याग दीजिए शोक। ज्ञान ग्रहण कर के बनो,आप प्रीति-आलोक। । 🌹गीत प्यार देकर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 6 19 1k Share Ram Krishan Rastogi 16 May 2021 · 1 min read जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात ************************* जब से हुई है उनसे मेरी मुलाकात, दिल में होने लगी है प्यार की बरसात। नन्हीं नन्हीं बूंदे पड़ने लगी है अब,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 65 56 1k Share Ram Krishan Rastogi 19 May 2021 · 1 min read बरसात के दिन भूले नहीं हम बरसात के दिन भूले नहीं हम ********************** बरसात के दिन भूले नहीं हम, बचपन को याद करते अब हम। लौटा दे कोई बचपन अब हमारा, उसका एहसान सदा मानेंगे हम।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · मुक्तक 73 60 1k Share जय लगन कुमार हैप्पी 16 May 2021 · 1 min read मौसम बरसात की मौसम बदल रहा है, जीवन बदल रहा है। काश तू भी बदल जाती, मेरी जीवन बदल जाती।। मौसम बरसात की है, मैंने दोस्ती तेरे साथ की है। काश इस बरसात... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 14 1k Share Neha 18 May 2021 · 1 min read वर्षा ऋतु नभ में बिछा काले मेघों का जाल सेना दल खड़े जैसे युद्ध में तैनात दामिनी दमकी कोई वज्र प्रहार हो मेघ चीर बाणों सी निकली वर्षा की धार अन्धकार से... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 19 1k Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 27 May 2021 · 1 min read मौसम ने ली अँगड़ाई है मौसम ने ली अँगड़ाई है मौसम ने ली अँगड़ाई है घनघोर घटा छाई है मौसम सुहाना हो गया ये दिल दीवाना हो गया बारिश की झमाझम बूंदों से प्रेम का... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 44 150 1k Share Ram Krishan Rastogi 23 May 2021 · 1 min read साजन सजनी की बरसात कर रही है कुछ इशारे,ये बे मौसम बरसात, सजनी साजन से मिले,कह रही ये बरसात। अबकी बार हो रही ,हरेक घर में बरसात, न जाने कब होगी, मेरे घर में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 70 41 1k Share मनोज कर्ण 26 May 2021 · 1 min read *अनमना और छ्द्म जीवन * *अनमना और छ्द्म जीवन * ---------------------------- बाँध पर अवस्थित ये जीवन, सपनों के प्रसून खिलानें। विरह-मिलन के गीत गानें, फूस की इन झोंपड़ियों में, बारिशों से व्यथित है जीवन। अनमना... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 16 1k Share भवेश 17 May 2021 · 1 min read बचपन की बरसात बचपन की बरसात याद है हमको वो राते, जब आती थी बचपन की बरसाते, बचपन मे हम बच्चे उछलते मटकते, उस गीले मेंढक से कहते , रे मेंढक, तुम क्यू... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 19 1k Share surenderpal vaidya 11 Jun 2021 · 1 min read वर्षा गीत गीत- १ ~~ छम-छम वर्षा की बौछारें, खूब सुहाती है सबको। राग मधुर गाया करती हैं, सबके मन भाया करती है। भीगे तन का रूप मनोहर, सहज निखारा भी करती... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 4 3 1k Share Buddha Prakash 23 May 2021 · 1 min read बरसात की छतरी रंग-बिरंगी छतरी आई, छोटी-बड़ी लगे सुंदर-सी । रिमझिम-रिमझिम बरसात में, बूंँदों से बचूँ आज मैं । टिप-टिप पानी टपक रहा है, घन केश के छांँव में । भीग-भीग कर नहीं... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · बाल कविता 12 10 1k Share Shriyansh Gupta 31 May 2021 · 1 min read बारिश की बौछार बारिश की बूंदे जब धरती से मिल जाती हैं तवे सी गर्म धरती पर तब सुकून की बौछार हो जाती हैं। सूखे पत्तों में भी हरियाली सी छा जाती है।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता · बारिश 8 4 1k Share Shashi kala vyas 19 May 2021 · 1 min read *"चातक पक्षी"* *"चातक पक्षी"* स्वाति नक्षत्र की है आस , चातक पक्षी की है ये प्यास, एक बूंद को है तरसता , एकटक टकटकी निहारता , तनमन आस लगाए है। ???????? अमृत... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 4 1k Share Ram Krishan Rastogi 24 May 2021 · 1 min read एक गजल बरसात पर एक गजल बरसात पर ***************** कल रात उनसे ख्वाब में बात हो गई, जिस बात का डर था वहीं बात हो गई। घटाएं घिरी और बिजली चमकने लगी, अंधेरा छाया... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 57 49 1k Share नवीन जोशी 'नवल' 27 May 2021 · 1 min read बरसात- वर्षा ऋतु उमड़ घुमड़ घन नभ में छाए, प्रेम सुधा बरसाने को, पड़ने लगी फुहार मधुर, धरती की तपन बुझाने को !! वन-उपवन सब फलित पल्लवित, वसुधा में हरियाली छाई, आज खिल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 22 1k Share पंकज कुमार कर्ण 13 Jun 2021 · 1 min read "कविता" बरसाती..... "कविता"बरसाती*** @@@@@@@@ ये 2021 की नई बरसात है, वर्षा ऋतु की ये सौगात है। हो रही कविताओं की बारिश, इसमें कई कवियों का हाथ है। ये बरसात ऐसे हो रही... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 9 1k Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Jun 2021 · 1 min read बरसात (दोहे) जून माह की गर्म लू, करती जब बेचैन । मानसून के साथ ही,मिलता है कुछ चैन । बूँद बूँद बरसात हो,गिरती कभी फुहार। झरझर पानी पड़ रहा ,ठंडी चले बयार।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 3 1k Share Sidhant Sharma 13 Jun 2021 · 1 min read बरसात की आत्मकथा मैं बरसात हूँ, और मैं थक चुकी हूँ। थक गई हैं मेरी बूंदे, एक दूषित धरती की तड़प मिटाते-मिटाते। टूट चुका है मेरा मन, पक्की ज़मीन की असीमित प्यास बुझाते-बुझाते।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 10 1k Share दिनेश एल० "जैहिंद" 18 May 2021 · 1 min read वर्षागमन वर्षागमन //दिनेश एल० "जैहिंद" गर्मी के दिन बीत जाते हैं,, बारिश के दिन तब आते हैं। प्यासी धरती प्यास बुझाती,, चहुँ ओर हरियाली लहराती।। उमड़-घुमड़ कर आते हैं,, गरज-गरज कर... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 8 1k Share goutam shaw 2 Jun 2021 · 1 min read आ रे बादल काले बादल आ रे बादल काले बादल वर्षा ऋतु मस्त आया किसानों के मुस्कुराहट लाए मिट्टी की सोंधी खुशबू जगा आ रे बादल काले बादल। छम- छम करके बरस प्यास धरती की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 8 1k Share Chhotoo Kumar gupta 15 Jun 2021 · 1 min read वर्षा ऋतु तू ऋतुओ की रानी है वर्षा ऋतु तू ऋतुओ की रानी है । तेरे न आने से हाहाकार मच जाता ।। तेरे बिना जीवन संकट में पड़ जाता । चहु और त्राहि त्राहि मच जाती... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 2 1k Share सुनीता महेन्द्रू 8 Jun 2021 · 1 min read सावन की पहली बूँद कुंज-वीथियों, उपवनों मे चारों ओर था सन्नाटा, उदासीन थे समस्त तरुणगण से लेकर खेत-खाहिलन तक, राह देख रहे थे सावन की पहली बूँद की, प्यासी थी धरती माँ, बिलख रहे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 26 1k Share Rajesh vyas 16 May 2021 · 1 min read बरसती बरसात में ______ गीत पैरोडी गीत __ तर्ज--ओ फिरकी वाली तू कल फिर आना--- *****पाठक बंधु इसी तर्ज से यह गीत पढ़ें ।**** चली चली ओ चली पुरवाई, घटाएं भी है छाई। बरसती बरसात... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 15 34 1k Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 23 May 2021 · 3 min read दोहा छंद "वर्षा ऋतु" (दोहा छंद) ग्रीष्म विदा हो जा रही, पावस का शृंगार। दादुर मोर चकोर का, मन वांछित उपहार।। आया सावन झूम के, मोर मचाये शोर। झनक झनक पायल बजी, झूलों की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · दोहा छंद 1 1 1k Share नीरज कुमार ' सरल' 15 Jun 2021 · 1 min read बरसात, "आफत या सौगात" गर्मी से राहत, बारिश की थी चाहत। बूंदों का, झूम कर सबने किया स्वागत।। प्रफुल्लित मन, खिल उठे वन उपवन। धरती की प्यास बुझी, महक उठा जीवन।। मेघों ने भी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 14 983 Share Rabindra Nath Singh Munda 9 Jun 2021 · 1 min read वर्षा ऋतु जब गर्मी से सब रहते परेशान, और उनकी सब कोशिशें हो जाती फेल। तब वर्षा कि ठंडी बुंदें आती, शुरू हो जाती राहत का कुदरती खेल । यहाँ मानसून की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 20 981 Share अंकित शर्मा 'इषुप्रिय' 16 May 2021 · 1 min read प्रथम मेह बंजर वसुधा हुई प्रसूता, घन ने गर्भाधान किया। सुप्त धरा में नव अंकुर ने, प्रथम मेह पय-पान किया। अर्धखुले नयनों से अंकुर, झाँकें मिट्टी के दामन से। महकी सौंधी गंध... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 17 20 990 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 May 2021 · 1 min read आंसुओं की बरसात तेरी आंसुओं की बरसात हे धरती ! , रह रह कर मेरे दिल में आग लगाए । क्या कहूं ? कैसे कहूं अब तू ही बता , तेरा दुख मुझसे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 14 23 976 Share Neha 1 Jun 2021 · 1 min read बरखा नील गगन में बादल गरजे उमड़ घुमड़ कर शोर मचाते जाने किस छोर से आ जाते कभी आंख मिचौली खेलते भर अपने संग पानी लाते रिमझिम रिमझिम खूब बरसते प्यारी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 13 962 Share meenu yadav 19 May 2021 · 1 min read ऐसी देखी बरसात जब मैंने आकाश की ओर देखा, बादल गहरा रहे थे । प्रभात की बेला,रात्रि की कालिमा में बदल रही थी ... वसुधा पथराई अंखियों, सूखे अधरों से आसमाँ तक रही... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 11 1k Share Dr.Priya Soni Khare 3 Jun 2021 · 1 min read बरसात की याचना सुनो मेघ-- जब आना, तब ऐसे बरसना जैसे, अमृत बरसता हो, प्रकृति के तृण -तृण को ऊर्जा से भर देना, ऐसे बरसना जैसे, माँ के नयनों से प्रेम बरसता है,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 11 927 Share मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम' 17 May 2021 · 1 min read वर्षा वर्षा का प्यारा मौसम आया मलय पवन का झोंका लाया दादुर, मोर, झिंगुर, पपीहा ने शोर मचाया मनभावन वर्षा का मौसम आया आमो, लीची मौसमी फलों को साथ लाया जामुन... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 12 908 Share डा. सूर्यनारायण पाण्डेय 16 May 2021 · 1 min read बरसात की कहानी रुक-रुक कर चलती है, बरसात की कहानी, थम-थम कर चलती है, बरसात की कहानी। बरसात से ही नदियाँ, बरसात से ही झरना, बरसात के ही बल पर, भारत की है... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 14 879 Share Chhotoo Kumar gupta 15 Jun 2021 · 1 min read नभ के नीले आँगन में नभ के नीले आँगन में घन घोर घटा घिर आईं। इस मर्त्य-लोक को देने जीवन-संदेशा लाईं। है परहित निरत सदा ये मेघों की माल सजीली। इस नीरस, शुष्क जगत को... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 1 1k Share Mahesh Tiwari 'Ayan' 20 May 2021 · 1 min read रिमझिम रुमझुम बरसात का मौसम रि्मझिम रुमझुम झूमता गाता इठलाता बरसात का मौसम महका महका भीगा भीगा आया है किसी की याद का मौसम बहकी बहकी मतवारी घटा पी आयीं किसी आँखों का नशा जुल्फ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 4 8 842 Share Ashok Sharma 16 May 2021 · 1 min read ●सुहानी बरसात● ★★★★★★★★★★★★★ पवन लहर सम, बहकत तन मन , गगन बजत जस, छमछम छमछम । दमकत चमकत ,नभ बरसत जब, जलकण तनपर ,मलत मदन तब। सरवर छलकत, लचकत लचकत। जलधर सरकत,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · घनाक्षरी 8 12 860 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 26 May 2021 · 1 min read हाइकु- "बरसात में" हाइकु -"बरसात" 1 बादल छाते, बरसात आते ही। सब हर्साते।। 2 बरसात में, नाले,नदियां झूमे। मयूर नाचे।। 3 पावस बूंदें, अमृत सी लगती। बरसात में।। 4 बरसात तो जीवनदायिनी है।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · हाइकु 4 6 862 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 16 May 2021 · 2 min read बरसाती कुण्डलिया नवमी (1.) मौसम यह बरसात का, पृथ्वी पर उपकार हरियाली पर्यावरण, ऋतुओं का उपहार ऋतुओं का उपहार, मास ये सावन-भादो होते पूरे साल, माह श्रेष्ठतम यही दो महावीर कविराय, ख़ुशी बारिश... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कुण्डलिया 10 24 821 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2021 · 1 min read बारिश का पानी ग़ज़ल ~~~~~ हर कोई बदहाल हुआ है सावन में। पानी जैसे काल हुआ है सावन में।। रोज कमाकर खाने वाला कुनबा तो, रोटी बिन बेहाल हुआ है सावन में। एक... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 5 7 785 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 17 May 2021 · 1 min read छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर छुपा हुआ अंतस में सूरज,आए नजर न भोर रे मन छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर काम क्रोध मद लोभ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 6 8 850 Share Page 1 Next