Comments (12)
24 May 2021 04:21 PM
सुंदर डमरु घनाक्षरी, बधाई
Ashok Sharma
Author
25 May 2021 03:48 AM
नमन।
17 May 2021 08:54 AM
You have become very poetical
Ashok Sharma
Author
25 May 2021 03:49 AM
Thanks a lot.
17 May 2021 07:41 AM
सुंदर सुहानी बरसात शर्मा जी प्रणाम ?✍️?
Ashok Sharma
Author
17 May 2021 01:21 PM
धन्यवाद गुरुदेव, प्रणाम।
16 May 2021 03:56 PM
यह मात्रारहित रचना मन को मोहित करने वाली है। Thanks sir .
Ashok Sharma
Author
16 May 2021 05:19 PM
स्वागत।
16 May 2021 02:22 PM
शुभान अल्लाह! शर्मा जी ग़ज़ब ढा दिए हैं आप!
Ashok Sharma
Author
16 May 2021 02:25 PM
आपका आशीष बना रहे हमपर।
नमन।
Ashok Sharma
Author
16 May 2021 02:20 PM
आपकी राय के हम आकांक्षी हैं।
कृपया टिप्पणी दें।
प्रणाम।
उत्तम रचना जी. आप मेरी रचना ‘मौसम ने ली अंगड़ाई’ पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य साझा करें जी.