Comments (7)
9 Jun 2021 01:01 PM
?अति उत्तम रचना, महेशपुरी जी।
आप से अनुरोध है कि मेरी रचना “पावस-पावनि” का भी अवलोकन कर अपनी टिप्पणी देकर कृतार्थ करें।
साभार।?
7 Jun 2021 08:54 PM
उत्तम रचना जी. आप मेरी रचना ‘मौसम ने ली अंगड़ाई’ पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य साझा करें जी.
22 May 2021 04:01 PM
सुंदर कविता…. गजल…..!
आकाश महेशपुरी
Author
23 May 2021 11:05 AM
बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय
22 May 2021 10:01 AM
आकाश जी बहुत दिनों में आए हो।
कविता सुंदर लाए हो।
बरसते बादलों का उत्पात आंगन में।
गजल लिखी आपने झरते सावन में।।
प्रणाम ??
आकाश महेशपुरी
Author
23 May 2021 11:05 AM
बहुत बहुत धन्यवाद, आदरणीय!
Badhiya rachna