कृष्णकांत गुर्जर Language: Hindi 247 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कृष्णकांत गुर्जर 21 Aug 2024 · 2 min read मेरा विचार आपके साथ जय श्री देवनारायण जय जय श्री सीता राम नर्मदा मैया की जय मेरी समाज के सभी सामाजिक बंधुओ को एक मानस की चौपाई लेते हुए प्रणाम करता हूं सिय राम... Hindi 67 Share कृष्णकांत गुर्जर 21 Jun 2023 · 1 min read घर जला दिए किसी की बस्तियां जली घर जला दिए किसी की बस्तियां जली चुगलों की बात मानके कई हस्तियां जली रावण का अहं ना रहा ना कंस का रहा पानी में रही तैरती कई कस्तियां जली... Hindi · Quote Writer 1 728 Share कृष्णकांत गुर्जर 30 Jan 2023 · 1 min read मुक्तक मेरी नयनों_का तारा_ यार मेरा सारे जग_ का दीवाना _यार मेरा रूठे दिल को मनाना जानता वो मेरी जां से भी बढ़कर प्यार मेरा Hindi 173 Share कृष्णकांत गुर्जर 29 Jan 2023 · 1 min read मुक्तक हाल क्या है ये मेरा बताऊं किसे पास तू जो नहीं तो सताऊं किसे प्रेम की तुझसे बढ़कर ना मूरत कही ज़ख्म सीने में लेकर हंसाऊं किसे ✍️ कृष्णकांत गुर्जर Hindi 2 142 Share कृष्णकांत गुर्जर 29 Jan 2023 · 1 min read मुक्तक नींद आंखो में आती नहीं आजकल याद दिल से ही जाती नहीं आजकल जो सदा साथ चलता था हर पल मेरे उसकी आवाज अाती नहीं आजकल ✍️ कृष्णकांत गुर्जर Hindi 1 259 Share कृष्णकांत गुर्जर 18 Jan 2023 · 3 min read जागो गुर्जर जागो जय श्री राम भगवान देव नारायण जी की जय गुर्जर समाज के सभी वरिष्ठ जनो, बुद्धि जनों, गुणी जनों को सादर चरण वंदन छोटे भाई बहनों को बड़े ही प्रेम,... Hindi · लेख 352 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 Jan 2023 · 1 min read मुक्तक इक आह भरूंगा मै,कुछ भी ना कहूंगा में जब सामने तू होगी,तुझे देखा करूंगा में तेरी याद जो आएगी,मुझे खूब सताएगी हर पल हर लम्हा मै, तेरी राह तकूंगा में Hindi · मुक्तक 270 Share कृष्णकांत गुर्जर 14 Jan 2023 · 1 min read धडकनों _के बिना रह ना पाऊंगा में संग तू जो मेरे तो है ये जिंदगी संग तू जो नहीं तो रह ना पाऊंगा में संग रहने का वादा करे ना करे सच कहूं तेरे बिन रह ना... Hindi · ग़ज़ल 3 241 Share कृष्णकांत गुर्जर 14 Jan 2023 · 1 min read मुक्तक छोड़कर मुझको तुम जो गए इस कदर, जीते जी में बही पर ही मर जाऊंगा । तुम अगर जाओगे मुझसे मुंह मोड़कर आइना बनके फिर विखर जाऊंगा ।। जी ना... Hindi · ग़ज़ल 3 207 Share कृष्णकांत गुर्जर 30 Dec 2022 · 1 min read ठोकरें खाई है बहुत मैंने,वो एक बार भी नहीं आता ठोकरें खाई है बहुत मैंने,वो एक बार भी नहीं आता जिंदगी मौत बन गई मेरी,वो मेरे ख्वाब में नहीं आता मन्नते रब से यही करता हूं रोज जीता में रोज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 155 Share कृष्णकांत गुर्जर 29 Dec 2022 · 1 min read बाई कल में स्कूल नई जाऊं तर्ज - अर्रा मेरी जान है राधा परों के रय ते सर जी ,चले ना तोरी मर जी खूब सुटे गो कल की डेट में............. आठ पाठ के कल हम... Hindi · गीत 2 133 Share कृष्णकांत गुर्जर 14 Oct 2022 · 1 min read मुक्तक बे मौत में मर जाऊं तो , इतना कबूल कर आ जाना सनम ख्वाब में हर बात भूलकर तोहफे तो देना प्यार से धोखे ना देना तुम तम्मन्ना यही है... Hindi 2 1 247 Share कृष्णकांत गुर्जर 14 Oct 2022 · 1 min read मुक्तक मै दिल के टुकड़ों को, लिए हाथो में फिरा हूं ठोकर ये ख़ा के दुनिया की नज़रों से गिरा हूं क्यों तू ना समझ पाया ये जब गिर गया था... Hindi · मुक्तक 3 265 Share कृष्णकांत गुर्जर 14 Oct 2022 · 1 min read रावण का तुम अंश मिटा दो, ढलता_ जाए_चंदा-सूरज , साथ तुम्हे ढल जाना है रावण का तुम अंश मिटा दो,राम तुम्हे बन जाना है अंगद_सा_ तुम बं_ बांकुरा , रण_ में पैर जमाना है हनुमत सा... Hindi · मुक्तक 3 325 Share कृष्णकांत गुर्जर 13 Oct 2022 · 1 min read वो_हमे_हम उन्हें_ याद _आते _रहेंगे दर्द_सीने के_दिल में_ छिपाते_ रहेंगे वो_हमे_हम उन्हें_ याद _आते _रहेंगे ना ये सोचा था दिल ने कि विछड़ेगे हम बीते_लम्हों_को_हम_गुनगुनाते_रहेंगे जिसके आते ही खुशियां बरसाने लगी थी ग़म की परछाई... Hindi · कविता 3 217 Share कृष्णकांत गुर्जर 3 Sep 2022 · 1 min read तोरी ढिल्या देहें चाल ( बुन्देली ,लोक गीत) मेरो बडो बहुत मन चंगा ,गोरी रोज बहावे गंगा तोरी ढिल्या देहें चाल , दो दो घूमे अबकी साल गोरी मानो मेरो कहना ,मारो ने तुम तिरछे नैना तू तो... Hindi 2 267 Share कृष्णकांत गुर्जर 2 Sep 2022 · 1 min read लाज नहीं लूटने दूंगा कविता भारत मां की हंसी खुशी सब लाज तुम्हारे हाथों में। चूड़ी कंगना टिकिया बिंदिया साज तुम्हारे हाथों में। में पुरखो की_ बनी हुई_ वो शान_ नहीं लुटने दूंगा। भारत... Hindi 3 2 373 Share कृष्णकांत गुर्जर 2 Sep 2022 · 1 min read दर्द दिल की दवा जो मिला ही नहीं उसका ग़म क्या करे जाने_ वाले_ गए आंखें नम क्या करे मैंने _गेरो_ को_अपना_ सा_ यहां रूठ वो भी गए इसमें हम क्या करे जान_ जन्नत_... Hindi 4 1 478 Share कृष्णकांत गुर्जर 20 Nov 2021 · 1 min read मै पुरखों की बनी हुई कविता भारत मां की हंसी खुशी सब लाज तुम्हारे हाथों में। चूड़ी कंगना टिकिया बिंदिया साज तुम्हारे हाथों में। में पुरखो की_ बनी हुई_ वो शान_ नहीं लुटने दूंगा। भारत... Hindi · कविता 2 403 Share कृष्णकांत गुर्जर 19 Nov 2021 · 1 min read सिपाही वीर भगत सा बनूं सिपाही,सूरज सा अंगार बनूं । रण में झूमें वीर सिपाही,उनका में श्रृंगार बनूं।। छाती चीरूंगा दुश्मन की,मै वीरो की ढाल बनूं । मां से जाकर कहो... Hindi · कविता 3 2 541 Share कृष्णकांत गुर्जर 18 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक कैसे लिख दूं दिल की बातें कैसे खुली किताब लिखूं किस किस को में क्या समझाऊं कैसे मन के बात लिखूं ✍️कृष्णकांत गुर्जर Hindi · मुक्तक 1 531 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Nov 2021 · 1 min read रोज आंसू नयन से बहाता रहा रेत से घर बना कर सजाता रहा ज़ख्म सीने फिर भी हंसाता रहा आज सच्चाई पर यूं तू पर्दा ना कर राज सच्चे जो मुझ से छुपाता रहा लोग कहते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 487 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 Nov 2021 · 1 min read तू मेरा श्याम में तेरी बनूं राधिका चंद्र सी चांदनी बनके चमकती थी में, दाग़ सीने में तूने लगा क्यों दिया । आस दिल में है मैं तेरी बनूं राधिका, तूने अपना बना के दगा क्यों दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 358 Share कृष्णकांत गुर्जर 1 Oct 2021 · 1 min read जख्मी होकर_ मुस्कुराना जख्मी होकर_ मुस्कुराना_क्या मजा जीने में है आंख नम है दिल मचलता इक तड़प सीने मै है जाने वाले_जा मुसाफिर_तेरे विन जी लेगे हम गिरते उठते_ फिर संभालना_क्या मजा पीने... Hindi · मुक्तक 7 378 Share कृष्णकांत गुर्जर 29 Sep 2021 · 1 min read अपने ही खून को यहां छलने लगे है लोग धोखे यूं प्यार के यहां करने लगे है लोग हाथों में हाथ डालके चलने लगे है लोग खाने को घर में दाना नहीं बैठने को छांव झूठी_ तसल्ली देंके प्यार... Hindi · कविता 9 6 533 Share कृष्णकांत गुर्जर 28 Sep 2021 · 1 min read कलम का परिचय ना बात करूं तलवारो की न ढालो की कृपाणों की ना बात करूं दीवानो की दिलवालो की मस्ताँनो की ना बात करूं राजा रानी के किस्से मजहब पुरानो की ना... Hindi · कविता 9 1 762 Share कृष्णकांत गुर्जर 27 Sep 2021 · 1 min read मै लाचार किसान मेहनत कर मैं अन्न उगाता जाने विश्व जहान सीधा साधा_भोला भाला मैं लाचार किसान भूखा रहकर बहा पसीना_भरता मैं खलिहान मुझे बतादो अब इस जगमे मेरी क्या पहचान भेष बदल... Hindi · गीत 10 540 Share कृष्णकांत गुर्जर 27 Sep 2021 · 1 min read ये मोदी तूने हमने दर- दर भगा के मारा तर्ज - ये मौत तूने हमको ये मोदी तूने हमने दर- दर भगा के मारा घर से किए है बेघर _भूखा फिरा के मारा ये मोदी तूने हमको . .... Hindi · गीत 13 4k Share कृष्णकांत गुर्जर 26 Sep 2021 · 1 min read बेटी तुम्हे पुकार रही है जागो_ जागो वीर सिपाही ,बेटी तुम्हे पुकार रही है अंधी जनता_ अंधी दुनिया,अधनंगी सरकार रही है फटे कलेजा_जुल्म देखकर,बेटी तुम्हे पुकार रही है थर्थर _ थर्थर रूह कांपती बेटी अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 11 449 Share कृष्णकांत गुर्जर 26 Sep 2021 · 1 min read बात पिया मानो तुम डारो ने हौआ बात पिया मानो तुम डारो ने हौआ पी करके आए तुम दारू को पौआ दूरई रहो तुमरो मुंह जो बसाबे आकरके रोजीना काहे नासाबे मर जेहो इक दिन ना खाबे... Hindi · गीत 11 513 Share कृष्णकांत गुर्जर 26 Sep 2021 · 1 min read राज नीति अपनी जात के मिलकर हम बोट बढ़ा लेंगे खुद की खाली भर कर हम नोट बढ़ा लेंगे तुम कीचड़ फैलाओ हम कमल उगा लेगे चाय बेचनेवाला एक उर फिर से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 492 Share कृष्णकांत गुर्जर 26 Sep 2021 · 1 min read शिब्बू मामा मोदी सो रये शिब्बू मामा मोदी सो रये,सो रये शाही द्वार रेे। रोबा रेंट मचो है घर में, बिखरो घर परिवार रे ।। टूटी खटिया नहीं बिछोना, हर घर में है रोना धोना,... Hindi · गीत 9 619 Share कृष्णकांत गुर्जर 6 May 2021 · 1 min read दिल की वेदना तुम्ही से आन मोदी जी_ तुम्ही से शान मोदी जी पुकारे_ भारती _तुमको_ बचालो जान मोदी जी बिलखती है मेरी मैया _किलप्ती है मेरी बिटिया जले ना_ आग चूल्हे में... Hindi · कविता 11 475 Share कृष्णकांत गुर्जर 5 May 2021 · 1 min read वेदना तन मन धन निज कर्म का हो रहा सत्यानाश कोराना तांडव करे चहुदिशी होय बिनाश जात पात सब भूलकर, साथ चलो सब लोग मिल कर हम सेवा करे, दे भूखे... Hindi · दोहा 9 355 Share कृष्णकांत गुर्जर 4 May 2021 · 1 min read मुक्तक तुम सलामत रहो, मै रहूं ना रहूं लब्ज दिलके किसी से कहूं ना कहूं संग अपनों के रहकर जियो जिंदगी, आज जिंदा हूं कल में रहूं ना रहूं Hindi · मुक्तक 8 2 623 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Apr 2021 · 1 min read प्रभु स्तुति प्रभु स्तुति हे सुख कर्ता, दुःख के हर्ता, हे शिव नंदन आ जाओ। हे धनु धारी , अवध बिहारी , हे रघु नंदन आ जाओ।। नाग_ नाथैया_बंसी बजैया_गौ के _चरैया... Hindi · गीत 8 298 Share कृष्णकांत गुर्जर 20 Oct 2020 · 5 min read हाय रे मेरी किस्मत पहला परिदृश्य घर के बाहर आंगन में बैठे हुए, मैने मेरी श्रीमती को आवाज लगाते हुए कहा एजी सुनती हो, में अभी आता हैं थोड़ा बाहर रहा हूं । इतने... Hindi · कहानी 11 3 1k Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read वो धीरे धीरे दिल को चुराकर चले गए ग़ज़ल वो धीरे धीरे दिल को चुराकर चले गए अपने ही प्यार को वो रुलाकर चले गए सताने लगे थे ख्वाब में आ करके वो मेरे वो पास मेरे आए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 1 377 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read शेर जिन को माना अपना मैने सपना बन कर रह गया कहना पाया में जन्मों तक वो पल भर में कह गया Hindi · शेर 9 338 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक रूह कांपे दिल मचलता एक तड़प सीने में है भूखे प्यासे दर भटकना क्या मजा जीने में है आंख से छलके ना आंसू गम है साया घना जब नशा चढ़ता... Hindi · मुक्तक 6 290 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read ज़ुल्म हो दुश्मन हो ज़ुल्म हो दुश्मन हो चाहे आंधियां तूफ़ान हो झुक नहीं सकते है कभी,संसार को रूकने ना देंगे भूखा प्यासा आदमी वो भूख कैसे जिये आदमी को जानवर सा हम कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 341 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक तुम निगाहों से अपनी ना कातिल करो रोज_हमको_सताने_से_क्या फायदा पास_आके_सनम_तुम_लगालो_गले रोज_दूरी_बढ़ाने_ से_ क्या_ फायदा Hindi · मुक्तक 5 416 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक मेरी जिंदगी में तेरा साथ गर हो मै कांटो पे चलके खुशी ढूंढ लूंगा उदासी के पल में पलके भिगोकर मेरे हर लवो पे हंसी ढूंढ लूंगा Hindi · मुक्तक 7 343 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक अभी तो बात ही की थी अभी सब राज बाकी है मुलाकातों के वो प्यारे अभी सब राज बाकी है तू ही है जान _तू जन्नत _तू ही है जिंदगी... Hindi · मुक्तक 5 268 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक जिंदगी है तो जी लो खुशी से, जिंदगी _का _भरोसा _नहीं है यहां अपनों के अपने ही दुश्मन, अब किसी_ का भरोसा नहीं है प्यार करके वो अक्सर है रोए,... Hindi · मुक्तक 7 329 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक दर्द सीने में समां बनकर जलने लगे है,आंखो से अश्क गम के झरने लगे है जिंदा तो हूं पर जिंदगी रूठी रूठी लगती है,मेरे अपने ही मुझे छलने लगे है Hindi · मुक्तक 6 551 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक अश्क गमों के पी रहा हूं में,ना जाने क्यों घुटन भरी जिंदगी जी रहा हूं में ये मेरे दोस्त कभी मेरा भरोसा मत तोड़ना केवल उसी के सहारे जी रहा... Hindi · मुक्तक 6 510 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read कुछ भी किसी ने मुझसे पूछा जिंदगी में और जन्नत में क्या फर्क है मैंने मुस्कुराकर जवाब दिया,यदि जिंदगी मिल जाए तो जन्नत मिल जाती है और जन्नत मिल जाए तो जिंदगी... Hindi · लेख 7 307 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक ये जिंदगी बहुत खूब सूरत है तू,अपनों का प्यार ममता की मूरत है तू बस मेरी इक ही गुजारिश है तुझसे मेरे अपनों को धोखा ना देना क्योंकि अपनों की... Hindi · मुक्तक 6 280 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read उनसे रोजई बात करत हो उनसे रोजई बात करत हो आज हमईसे करलो जी कुछ ढंगकी कुछ बेढ़गी सी दिलकी बातें करलो जी हमे पता है तुम उम्दा हो नोनी लगत जलेवी सी हमसे बात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 379 Share Page 1 Next