Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Sep 2021 · 1 min read

कलम का परिचय

ना बात करूं तलवारो की
न ढालो की कृपाणों की
ना बात करूं दीवानो की
दिलवालो की मस्ताँनो की

ना बात करूं राजा रानी के
किस्से मजहब पुरानो की
ना बात करूं उन कुत्तो की
उन कुत्तो के दिवानो की

ना बात करूं अधिकारी के
उन प्यारे से अधिकारो की
ना बातकरूं उस मालिक की
मालिक के माल गुजारो की

ना बात करूं उन लोगो की
जिनने लोगो को काट दिया
ना बात करूं गद्दारो की
जिनने हम उनको बाँट दिया

मैं बात करूं मा बेटी की
उन बेटो के संस्कारों की
मैं बात करूं मजदूरो की
भूखे लाचार किसानो की

मैं बात करूं अपनेपन की
“कृष्णा” उनको अपनाने की
मैं बात करूं समृद्धि की
सबको समृद्ध बनाने की
कृष्णकांत गुर्जर
7805060306

Language: Hindi
9 Likes · 1 Comment · 715 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
सत्य कुमार प्रेमी
कौन कहता है कि नदी सागर में
कौन कहता है कि नदी सागर में
Anil Mishra Prahari
जिस दिन आप कैसी मृत्यु हो तय कर लेते है उसी दिन आपका जीवन और
जिस दिन आप कैसी मृत्यु हो तय कर लेते है उसी दिन आपका जीवन और
Sanjay ' शून्य'
साँवलें रंग में सादगी समेटे,
साँवलें रंग में सादगी समेटे,
ओसमणी साहू 'ओश'
👍 काहे का दर्प...?
👍 काहे का दर्प...?
*Author प्रणय प्रभात*
समझदार व्यक्ति जब संबंध निभाना बंद कर दे
समझदार व्यक्ति जब संबंध निभाना बंद कर दे
शेखर सिंह
!! युवा !!
!! युवा !!
Akash Yadav
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
Ranjeet kumar patre
कुंडलिया छंद *
कुंडलिया छंद *
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*लता (बाल कविता)*
*लता (बाल कविता)*
Ravi Prakash
बाल नहीं खुले तो जुल्फ कह गयी।
बाल नहीं खुले तो जुल्फ कह गयी।
Anil chobisa
ज़िस्म की खुश्बू,
ज़िस्म की खुश्बू,
Bodhisatva kastooriya
लोग जाने किधर गये
लोग जाने किधर गये
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
छल
छल
गौरव बाबा
कभी पथभ्रमित न हो,पथर्भिष्टी को देखकर।
कभी पथभ्रमित न हो,पथर्भिष्टी को देखकर।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जिन्दगी
जिन्दगी
लक्ष्मी सिंह
* धरा पर खिलखिलाती *
* धरा पर खिलखिलाती *
surenderpal vaidya
'वर्दी की साख'
'वर्दी की साख'
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
पत्थर (कविता)
पत्थर (कविता)
Pankaj Bindas
चंचल मन
चंचल मन
Dinesh Kumar Gangwar
Weekend
Weekend
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माशूका नहीं बना सकते, तो कम से कम कोठे पर तो मत बिठाओ
माशूका नहीं बना सकते, तो कम से कम कोठे पर तो मत बिठाओ
Anand Kumar
अपना ख्याल रखियें
अपना ख्याल रखियें
Dr Shweta sood
प्यार आपस में दिलों में भी अगर बसता है
प्यार आपस में दिलों में भी अगर बसता है
Anis Shah
" लो आ गया फिर से बसंत "
Chunnu Lal Gupta
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ३)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ३)
Kanchan Khanna
प्यार जिंदगी का
प्यार जिंदगी का
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ख़ून इंसानियत का
ख़ून इंसानियत का
Dr fauzia Naseem shad
मज़हब नहीं सिखता बैर 🙏
मज़हब नहीं सिखता बैर 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...