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19 Aug 2023 · 1 min read

कभी पथभ्रमित न हो,पथर्भिष्टी को देखकर।

कभी पथभ्रमित न हो,पथर्भिष्टी को देखकर।
जग चलायें न चलो,ईश इशारा
देखकर।।
धर्म को धारण करो, कुपथ मार्गी
न हो।
ध्रुव तारे की तरह, पुष्प अर्पित हो देखकर।।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झांसी उ•प्र•

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