Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Tag: ग़ज़ल/गीतिका
193 posts
Page 3
मिरी ख़मोशी को...
मिरी ख़मोशी को...
कवि संजय कौशाम्बी
जिन्दगी तेरे सिवा
जिन्दगी तेरे सिवा
कवि संजय कौशाम्बी
मदारी का तमाशा हो रहा है
मदारी का तमाशा हो रहा है
कवि संजय कौशाम्बी
हमारा नाम आने दीजिए
हमारा नाम आने दीजिए
कवि संजय कौशाम्बी
हिन्दुस्तान ज़िन्दा है
हिन्दुस्तान ज़िन्दा है
कवि संजय कौशाम्बी
खुद को भी समझाइए साहिब
खुद को भी समझाइए साहिब
कवि संजय कौशाम्बी
बने मुश्किल से जो रिश्ते
बने मुश्किल से जो रिश्ते
कवि संजय कौशाम्बी
बड़ा मगरूर बैठा है
बड़ा मगरूर बैठा है
कवि संजय कौशाम्बी
यूँ सच बोलेगा तो
यूँ सच बोलेगा तो
कवि संजय कौशाम्बी
हो जिसके हाथ लाठी
हो जिसके हाथ लाठी
कवि संजय कौशाम्बी
उड़ गए बच्चे परिंदों के...
उड़ गए बच्चे परिंदों के...
कवि संजय कौशाम्बी
मन्दिर औ मस्जिद दिखा देते हैं वो
मन्दिर औ मस्जिद दिखा देते हैं वो
कवि संजय कौशाम्बी
सिकंदर अब भी रोता है
सिकंदर अब भी रोता है
कवि संजय कौशाम्बी
मिरे लहजे में बतियाया करोगे
मिरे लहजे में बतियाया करोगे
कवि संजय कौशाम्बी
तुमने पढ़ना छोड़ दिया
तुमने पढ़ना छोड़ दिया
कवि संजय कौशाम्बी
ये तितलियाँ नहीं होतीं
ये तितलियाँ नहीं होतीं
कवि संजय कौशाम्बी
चमचागिरी होती रही
चमचागिरी होती रही
कवि संजय कौशाम्बी
कैसे भला मिलायेंगे हमसे निगाह वो
कैसे भला मिलायेंगे हमसे निगाह वो
कवि संजय कौशाम्बी
धीरे-धीरे उछलो यार
धीरे-धीरे उछलो यार
कवि संजय कौशाम्बी
फिर मंज़िल नहीं मिलती
फिर मंज़िल नहीं मिलती
कवि संजय कौशाम्बी
न तो कोई साथी अपना न कोई हमदर्द
न तो कोई साथी अपना न कोई हमदर्द
कवि संजय कौशाम्बी
बेटे को अफसर बना दिया
बेटे को अफसर बना दिया
कवि संजय कौशाम्बी
हम सिरफ़िरे कुछ नया माँगते हैं
हम सिरफ़िरे कुछ नया माँगते हैं
कवि संजय कौशाम्बी
चला था जब मैं
चला था जब मैं
कवि संजय कौशाम्बी
याद भी अब तुम्हारी रुलाती नहीं
याद भी अब तुम्हारी रुलाती नहीं
कवि संजय कौशाम्बी
बाद में शख़्स वो मुस्कुराया बहुत
बाद में शख़्स वो मुस्कुराया बहुत
कवि संजय कौशाम्बी
याद आती हैं
याद आती हैं
कवि संजय कौशाम्बी
आँसू देने वाला कोई पराया होगा
आँसू देने वाला कोई पराया होगा
कवि संजय कौशाम्बी
आँधियों में लौ जलाने के लिए
आँधियों में लौ जलाने के लिए
कवि संजय कौशाम्बी
एलबम में तस्वीर पुरानी तेरी भी है
एलबम में तस्वीर पुरानी तेरी भी है
कवि संजय कौशाम्बी
चुनाव आ गया
चुनाव आ गया
कवि संजय कौशाम्बी
बीच सदन मा जूता चलिगा
बीच सदन मा जूता चलिगा
कवि संजय कौशाम्बी
यूँ ही न हुए हम-तुम बदनाम जमाने मे
यूँ ही न हुए हम-तुम बदनाम जमाने मे
कवि संजय कौशाम्बी
सभी के दिल में रहता है
सभी के दिल में रहता है
कवि संजय कौशाम्बी
जब देखोगे तुम मेरी ऊँचाई को
जब देखोगे तुम मेरी ऊँचाई को
कवि संजय कौशाम्बी
अबकी होली में
अबकी होली में
कवि संजय कौशाम्बी
होली की विदाई
होली की विदाई
कवि संजय कौशाम्बी
करने लगा हूँ शायरी सर्दी-जुकाम पर
करने लगा हूँ शायरी सर्दी-जुकाम पर
कवि संजय कौशाम्बी
अट्ठारह की हुई है वो
अट्ठारह की हुई है वो
कवि संजय कौशाम्बी
मतदान के नाम
मतदान के नाम
कवि संजय कौशाम्बी
आप रहने दीजिए
आप रहने दीजिए
कवि संजय कौशाम्बी
तुम कहाँ बैठे हुए हो मुँह फुलाए
तुम कहाँ बैठे हुए हो मुँह फुलाए
कवि संजय कौशाम्बी
गद्दार हो गए हम
गद्दार हो गए हम
कवि संजय कौशाम्बी
दीपक जला देता
दीपक जला देता
कवि संजय कौशाम्बी
मुझे वो भुलाने लगे
मुझे वो भुलाने लगे
कवि संजय कौशाम्बी
तुम हो उस पार के
तुम हो उस पार के
कवि संजय कौशाम्बी
चुपके से
चुपके से
कवि संजय कौशाम्बी
छोड़ आए हैं
छोड़ आए हैं
कवि संजय कौशाम्बी
बस कुछ कदम और हैं
बस कुछ कदम और हैं
कवि संजय कौशाम्बी
फिसलती रही जिंदगी
फिसलती रही जिंदगी
कवि संजय कौशाम्बी
Page 3
Loading...