AJAY PRASAD 469 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 3 Next AJAY PRASAD 18 Jan 2022 · 1 min read आज़ाद गज़ल चुरा कर औरों की लाईनें शायर बनें हैं शायरों के अगले सफ़े में बेशर्म खड़ें हैं। ज़रा देखिए इनके जज़्बा ओ हिमाक़त मंचों पर माईक लेकर बेखौफ़ तनें हैं। गज़लें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 223 Share AJAY PRASAD 18 Jan 2022 · 1 min read आज़ाद गज़ल ज़िंदगी भी कितनी बेशरम है हमारे ही उम्मीदों पे क़ायम है। सोंचिये कैसा है ये उम्रे सफ़र मौत की तरफ़ बढ़ते कदम है । हवाओं ने संभाल रक्खा है हमें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 416 Share AJAY PRASAD 18 Jan 2022 · 1 min read आज़ाद गज़ल कोशिशों को बेकार होने दे नाकामियों से प्यार होने दे कुछ तो जिम्मेदारी हो इसकी दिल को भी बेक़रार होने दे । खामोशियां बेहद चीख रही अपने लबों से इंकार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 223 Share AJAY PRASAD 18 Jan 2022 · 1 min read आज़ाद गज़ल अजीबोगरीब खौफ़नाक मंज़र देख रहा हूँ चलते फिरते खुबसूरत खंडहर देख रहा हूँ । मिलतें हैं मुस्कुराकर हाथों में हाथ डाले ये मगर ज़मीं दिल की बेहद बंज़र देख रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 514 Share AJAY PRASAD 18 Jan 2022 · 1 min read आज़ाद गज़ल अरे!ये मुहँ और मसूर की दाल गरीब है,महंगे शौक,मत पाल । मत पका यहाँ खयाली पुलाओ जो है मिला उस को तो संभाल। ख्वाब देख मगर,औकात में रह खाली पीली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 217 Share AJAY PRASAD 18 Jan 2022 · 1 min read आज़ाद गज़ल फूल और खार के बीच जीत और हार के बीच । रिश्ता होता गहरा यारों घृणा और प्यार के बीच । आजकल है मेल कहाँ घर औ परिवार के बीच।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 184 Share AJAY PRASAD 18 Jan 2022 · 1 min read गज़ल 2212 है ईश्क़ गर तो फिक्र कर । मेरी तरफ़ देखा तू कर । ख्वाबों में आ फ़िर रात भर । दिल में समा आँखों के दर। चाहत रहे गर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 433 Share AJAY PRASAD 17 Jan 2022 · 1 min read आज़ाद गज़ल मेरी बेबह्र गज़लों पे वाह वाह करता है बस यूँ वो मेरी जिंदगी तवाह करता है । मैं फूला नहीं समाता उसकी तारीफों से और इस तरहा वो मुझे गुमराह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 332 Share AJAY PRASAD 25 Dec 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल मेढकी को भी अब जुकाम हो रहा है सब कुछ सलीके से निलाम हो रहा है । देखिए किस कदर खुश है खलनायक मशहूर होने के लिए बदनाम हो रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 403 Share AJAY PRASAD 21 Dec 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल अरे भई,खिसियानी बिल्ली खंभा नोंचे धूल तो है चेह्रे पे,मगर वो आईना पोंछे । लग गई है मिर्ची न जाने किस बात पर बिफर पडें वो आज ,आग बबुला होके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 225 Share AJAY PRASAD 19 Dec 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल गुज़ारिश है ये गुज़रते हुए साल से लेता जा तमाम बलाएँ नए साल के । **** लो फ़िर से नया साल मुबारक हो ज़िंदगी ये खस्ताहाल मुबारक हो। बस चंद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 453 Share AJAY PRASAD 14 Dec 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल अक़्ल और इमान खतरे में है अब मुर्दे की जान खतरे में है। आप जीते रहें होशोहवास में ज़िंदगी पे एहसान खतरे में है। देखना वक़्त दे जाएगा दगा आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 196 Share AJAY PRASAD 11 Dec 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल सियासत में शराफत ! क्या बात करते हो ! बुजदिल से हिमाक़त! क्या बात करते हो ! जब गुंजाइश ही नहीं तो गुज़ारिश क्या करें बेरोजगार और बगावत!क्या बात करते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 363 Share AJAY PRASAD 7 Dec 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल महफ़ूज़ हूँ मैं मुझसे दूर रहा कर हाँ औरों के लिए फ़ितूर रहा कर । इदारेईश्क़ में इन्वेस्टमेंट है फिजूल खफ़ा मुझ से मेरे हुजूर रहा कर । तेरी गली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 214 Share AJAY PRASAD 6 Dec 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल मुसीबतें तो मुझको ऐसे मिली जैसे हो एक,के साथ एक फ्री। हादसों ने हमेशा साथ ही दिया हौसलों ने बस समझौता करी। तक़दीर तरसा है तीमारदारी को वक्त ने दिखाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 195 Share AJAY PRASAD 4 Dec 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल कातर नजरों को हमने कातिल बना दिया मझधार को ही मैनें साहिल समझ लिया । यूँ डूबे हम भंवरों में ,की लहरें लरज ऊट्ठी खुद को जानबूझ कर जाहिल बना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 237 Share AJAY PRASAD 27 Nov 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल वक्त जब भी हिसाब मांगेगा एक और इन्क़लाब मांगेगा । ओ ! गफ़लत में जीने वालों तुमसे ही सारे जवाब मांगेगा । बचपन तो गुजारी बेफ़िक्री में जवानी निंदओख्वाब मांगेगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 450 Share AJAY PRASAD 21 Nov 2021 · 6 min read मेरी नई गज़लें आदमी को ओहदे से पहचानता है यही तो दोस्तों उसकी महानता है। चुकता नहीं कभी भी चापलूसी से मौके का फायदा उठाना जानता है। हरफनमौला है शख्सियत उसकी वक्त मुताबिक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 589 Share AJAY PRASAD 20 Nov 2021 · 5 min read ताज़ा गज़ल संग्रह सदियां गुज़र गयी मगर हालात ज्यों के त्यों अमीर और गरीब की मुलाकात ज्यों के त्यों। वही ज़ुल्मोसितम औ वही खोखले वायदे हैं जनता के लिए नेता के ज़ज्बात ज्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 229 Share AJAY PRASAD 20 Nov 2021 · 20 min read नयी गज़लें पत्थर पे फूल खिला सकते हो क्या सोई हुई ज़मीर जगा सकते हो क्या । बड़ा गरूर है अपने तरक़्क़ी पर तुम्हें मरे हुए को भी जिला सकते हो क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 405 Share AJAY PRASAD 7 Nov 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल हुस्न उनका है मल्टीप्लेक्स मॉल की तरह ईश्क़ मेंरा है सरकारी अस्पताल की तरह । भला कैसे हो हम पर नज़रे इनायत उनकी आशिक़ी जो है हमारी खस्ताहाल की तरह।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 248 Share AJAY PRASAD 2 Nov 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल आईए एक दूसरे पे हम इल्जाम लगाएं फ़िक्र है कितनी ज़रा अवाम को बताएं। यही तो है सियासतदानों का सिलसिला भला हम औ आप क्यों वंचित रह जाएं । ज्म्हुरियत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 201 Share AJAY PRASAD 28 Oct 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल अबे,तू न्यूज़ पढ़ न,चिल्लाता क्यों है खामखाँ अवाम को यूँ डराता क्यों है । बोगस ब्रेकिंग न्यूज़ के बहाने दिनभर एक ही बात बार बार दोहराता क्यों है । बिना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 267 Share AJAY PRASAD 20 Oct 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल महफिल और मुशायरों की बात मत कर मतलबपरस्ती में माहिरों की बात मत कर जो करतें हैं मंचो पे मुहब्बत की नुमाईश बुज़दिल ज़हीन शायरों की बात मत कर। हुस्नोईश्क़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 210 Share AJAY PRASAD 17 Oct 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल महफिल और मुशायरों की बात मत कर मतलबपरस्ती में माहिरों की बात मत कर जो करतें हैं मंचो पे मुहब्बत की नुमाईश बुज़दिल ज़हीन शायरों की बात मत कर। हुस्नोईश्क़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 213 Share AJAY PRASAD 2 Oct 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल लिखता वही हूँ जो मैनें झेला है लफ्जों में लाचारी को उकेरा है । किसी और को नहीं यारों वल्कि रोज़ खुद को ही गौर से पढ़ा है । हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 385 Share AJAY PRASAD 28 Sep 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल अनर्गल नहीं सोंच समझकर लिखें भले कम ही लिखें पर बेहतर लिखें । खो न जाएँ यूँ खोखली खुबसूरती में खलुस नहीं तो दिल को पत्थर लिखें। आलिशान बँगले में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 208 Share AJAY PRASAD 17 Sep 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल तारीफ से कर दिया पहले तरबतर तब जाके हुए हैं 'वो' मेहरबाँ हमपर। अब ये ज़माना चाहे या न चाहे यारों हमनें ज़माने को है बनाया हमसफर । लाख दर्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 197 Share AJAY PRASAD 31 Aug 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल रास्तों से पूछ मंज़िल का पता बेबफ़ा से पूछ संगदिल का पता। लाशों से भला क्या पूछता है तू खंजरो से पूछ कातिल का पता । मायुस हो कर तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 334 Share AJAY PRASAD 23 Aug 2021 · 9 min read मुक्तक जब खामोशी से आप सब कुछ स्वीकारतें हैं मतलब आप अपने ही वजूद को दुत्कारतें हैं । जिसे आपने बड़े प्यार से पाला था आस्तीन में ये वही साँप है... Hindi · मुक्तक 1 388 Share AJAY PRASAD 23 Aug 2021 · 14 min read मुक्तक मौत तक ज़िंदगी को संभाल यार कुछ गलतफहमियां पाल। अब्र ,कब्र ज़ब्र और है सब्र भी यही तो है कुदरत का कमाल। -अजय प्रसाद सवाल ये है कि जवाब क्या... Hindi · मुक्तक 1 315 Share AJAY PRASAD 23 Aug 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल बेसिर-पैर की बात मत करना दिन को कभी रात मत कहना। रुसबा न हो जाए प्यार तुझ से घर के मुश्किलात मत कहना । दिल तो पागल है समझेगा नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 232 Share AJAY PRASAD 20 Aug 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल सदियां गुज़र गयी मगर हालात ज्यों के त्यों अमीर और गरीब की मुलाकात ज्यों के त्यों। वही ज़ुल्मोसितम औ वही खोखले वायदे हैं जनता के लिए नेता के ज़ज्बात ज्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 267 Share AJAY PRASAD 20 Aug 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल सियासत में बली के बकरे कौन,जनता यां उठाए नेताओं के नखरे कौन,जनता। संसद,संविधान,हुकूमत वो सब ठिक है मोल लोकतंत्र से ले खतरे कौन,जनता । सारे ऐशो-आराम तो हैं लीडरों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 321 Share AJAY PRASAD 18 Aug 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल डर गए मेरी फक़िरी से क्या ऊब गए हो मुख्बिरी से क्या । देख लिया न कैसे ज़िन्दा हूँ मैं लानत है अब अमीरी से क्या। जो हो गया मस्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 211 Share AJAY PRASAD 2 Aug 2021 · 14 min read मुक्तक मौत तक ज़िंदगी को संभाल यार कुछ गलतफहमियां पाल। अब्र ,कब्र ज़ब्र और है सब्र भी यही तो है कुदरत का कमाल। -अजय प्रसाद उसकी महफिल से हो कर आया... Hindi · मुक्तक 1 351 Share AJAY PRASAD 2 Aug 2021 · 13 min read नई गज़ल भूल गये हैं वो एहसान कर के तोहमत के तमगे दान कर के । मैने खता-ए-ईश्क़ की है दोस्तों जाऊंगा ज़िंदगी कुर्बान कर के । कोई दवा नहीं है इस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 596 Share AJAY PRASAD 2 Aug 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल भूल गये हैं वो एहसान कर के तोहमत के तमगे दान कर के । मैने खता-ए-ईश्क़ की है दोस्तों जाऊंगा ज़िंदगी कुर्बान कर के । कोई दवा नहीं है इस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 378 Share AJAY PRASAD 25 Jul 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल अरे!ऐब नहीं कोई हुनर ढूंढ खुद को खुद के अन्दर ढूंढ। कब तक रहेगा प्यासा यार सहरा। में ही तू समंदर ढूंढ । आईने के वहकावे में मत आ अक़्स... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 263 Share AJAY PRASAD 8 Jul 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल हर शायर आजकल खुद को बड़ा गमज़दा बता रहा है ये और बात है हर. ऐशो-आराम से. पिज़्ज़ा खा रहा है । एक से एक. नमूने के तौर पे शेर.पेश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 212 Share AJAY PRASAD 25 Jun 2021 · 14 min read आज़ाद गज़ल वक्त के गूजरने का एहसास किसे है 'वो'भी गूजर जाएगा बिश्वास किसे है । खुश रहें जिस हाल में रक्खें खुदा हमें बेहतर ज़िंदगी की अब आश किसे है। हाँ... Hindi · मुक्तक 2 5 583 Share AJAY PRASAD 6 Jun 2021 · 1 min read भाई चारे को क्या कहेंगे भला हम उस भाईचारे को रोक न पायी जो मुल्क के बँटवारे को । गुनाहगार थे कौन औ सज़ा मिली किसे तरस गए अपने ही अपनों के सहारे... Hindi · कविता 2 2 375 Share AJAY PRASAD 22 May 2021 · 1 min read बरसात बरसात का भी अपना एक अलग ही मज़ा है मगर बे-मौसम हो जाए तो समझो की खफ़ा है । कहीं कोई खुशी मनाता,कोई हो जाता है दुखी किसी के लिए... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 283 Share AJAY PRASAD 20 May 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल दीन ओ इमान बेच कर खाऊँगा देख लेना मैं खूब पैसे कमाऊँगा । ज़ेहन और ज़मीर की बात न कर उन्हें तो ज़िंदा ही दफना आऊँगा। लोग भले समझें मुझें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 257 Share AJAY PRASAD 12 May 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल खुदा महफ़ूज रक्खें मेरी गजलें पढ़ने वालों को देते हैं दाद मुझे जो भूल कर अपने जंजालो को । करके नज़रंदाज़ मेरे गजलों की सब खामियों को तारीफ वो करतें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 552 Share AJAY PRASAD 1 May 2021 · 1 min read तो लिखूं सदमों से उबर जाऊँ तो लिखूं मातम से उभर पाऊँ तो लिखूं। हार रहें हैं जंग ज़िंदगी से लोग उन्हें हौसला दे आऊँ तो लिखूं। जाने क्यों खफ़ा है खुदा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 242 Share AJAY PRASAD 28 Apr 2021 · 53 min read मुक्तक 2021-22 आज़ाद गज़लें संग्रह पत्थर पे फूल खिला सकते हो क्या सोई हुई ज़मीर जगा सकते हो क्या । बड़ा गरूर है अपने तरक़्क़ी पर तुम्हें मरे हुए को भी जिला... Hindi · मुक्तक 1 1k Share AJAY PRASAD 28 Apr 2021 · 10 min read दायरे से बाहर पत्थर पे फूल खिला सकते हो क्या सोई हुई ज़मीर जगा सकते हो क्या । बड़ा गरूर है अपने तरक़्क़ी पर तुम्हें मरे हुए को भी जिला सकते हो क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 562 Share AJAY PRASAD 26 Apr 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल चुभने लगे हैं अब तो गुलाब भी जलाते हैं रातों को माहताब भी । नींद जब आती है तरस खा कर सो चुके होते हैं तब ख्वाब भी । सोंच... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 330 Share AJAY PRASAD 24 Apr 2021 · 1 min read आज़ाद गज़ल लोग यहाँ बेमौत मर रहे हैं और आप शायरी कर रहे हैं । कमाल के शख्स हैं आप भी जिम्मेदारियों से मुकर रहे हैं । इतने खुदगर्ज़ कैसे हो गए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 388 Share Previous Page 3 Next