Ram Krishan Rastogi 1288 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next Ram Krishan Rastogi 20 May 2022 · 1 min read गर्मी का कहर ए ! गर्मी तेरे बस में कुछ भी नही है, यहाँ तेरे से कोई डरने वाला नही है। सब दिल यहां पत्थर के बन हुए है, यहां कोई अब पिघलने... Hindi · मुक्तक 6 6 392 Share Ram Krishan Rastogi 19 May 2022 · 1 min read टूटते परिवार सिमटते रिश्ते टूटते परिवार सिमटते रिश्ते ******************** रिश्ते सभी सिमटते जा रहे है, परिवार भी निबटते जा रहे है। पता नही क्या होगा भविष्य में, आज संबंध बिगड़ते जा रहे है।। चाचा... Hindi · मुक्तक 3 5 353 Share Ram Krishan Rastogi 19 May 2022 · 1 min read तारीफ क्या करूं तुम्हारे शबाब की तारीफ क्या करू,तुम्हारे शबाब की। तुम तो पंखुड़ी हो, लाल गुलाब की।। चेहरे पर नूर है जैसे चंदनी का हो नूर। खुबसूरती पाई है तुमने बे हिसाब की।। याद ताजा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 5 371 Share Ram Krishan Rastogi 18 May 2022 · 1 min read शोले भड़के है हवा कौन करे शोले भड़के है, हवा कौन करे। हर तरफ दर्द है दवा कौन करे।। मालूम है दोनो को आग सुलग चुकी। इस आग को अब जवां कौन करे।। चाहते है दोनो,गले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 327 Share Ram Krishan Rastogi 17 May 2022 · 2 min read पति पत्नी की नोक झोंक (हास्य व्यंग) मेरी पत्नी सुबह सुबह रामायण पढ़ती है। फिर तो सारे दिन वह महाभारत करती है।। वैसे तो रामायण पढ़कर, राम राम करती है। फिर तो सारे दिन गाली की बौछार... Hindi · कविता 9 16 1k Share Ram Krishan Rastogi 16 May 2022 · 1 min read बुद्ध पूर्णिमा पर मेरे मन के उदगार दे रहे है सभी बधाईयां आज, बुद्ध पूर्णिमा की एक दूजे को। कोई न चलता उनके मार्ग पर, आक्षेप लगा रहे एक दूजे को।। सत्य अहिंसा का मार्ग छोड़कर, झूठ... Hindi · कविता 4 7 372 Share Ram Krishan Rastogi 16 May 2022 · 1 min read मेरे दिल का दर्द मेरे दिल का दर्द ************ अपने जो थे,आंखो से वे ओझल हो गए, जो दिलदार थे कभी वे बे दिलदार हो गए। ये कैसा समय आ गया कभी सोचा न... Hindi · मुक्तक 3 4 493 Share Ram Krishan Rastogi 15 May 2022 · 1 min read याद मेरी तुम्हे आती तो होगी मेरी तुम्हे आती तो होगी आकर तुम्हे सताती तो होगी।। सुबह जब तुम उठती तो होगी, नींद तुम्हारी खुलती तो होगी। पास न पाती जब तुम मुझको, दिल में बैचैनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 541 Share Ram Krishan Rastogi 15 May 2022 · 1 min read माँ बाप का बटवारा सन्नाटा छा गया बटवारे के किस्से में । माँ ने पूछा, मै आई किसके हिस्से में ? कहते है सभी लोग आज माँ का दिन है। मै कहता हूँ,कौन सा... Hindi · कविता 3 3 1k Share Ram Krishan Rastogi 14 May 2022 · 1 min read आकर मेरे ख्वाबों में, पर वे कहते कुछ नहीं आकर मेरे ख्वाबों में,पर वे कहते कुछ नहीं। नींद उड़ाकर ले जाते है,हम कहते कुछ नही।। सारी उमरिया बीत गई,अब करे क्या हम। दो चार घड़ी के लिए आते,करते कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 5 382 Share Ram Krishan Rastogi 13 May 2022 · 1 min read आदमी कितना नादान है आदमी स्वयं ही बुरा है, दूसरो को बुरा बताता है। वह अपने स्वार्थ के लिए, दूसरो को खूब सताता है।। आदमी कितना नादान है, मंदिर में शंख घंटा बजाता है।... Hindi · कविता 7 9 1k Share Ram Krishan Rastogi 12 May 2022 · 1 min read परछाई से वार्तालाप पूछ लिया मैने परछाई से आज, क्यो तू चलती है मेरे साथ साथ। परछाई ने भी हंस कर पूछ लिया, बता,कौन चलता है तेरे साथ साथ।। चलती हूं सदैव निस्वार्थ... Hindi · कविता 2 3 536 Share Ram Krishan Rastogi 12 May 2022 · 1 min read अज़ीब हूनर हमने इस पैसे में देखा अज़ीब हूनर हमने इस पैसे में देखा। अपनो को अपनो से अलग होता देखा।। अज़ीब हूनर हमने इस माया में देखा। आज इसके पास कल दूसरे के पास देखा।। अज़ीब... Hindi · कविता 3 6 251 Share Ram Krishan Rastogi 11 May 2022 · 1 min read उम्मीदे तैरती रहती हैं उम्मीदें तैरती रहती है, कश्तियां डूब जाती है। कुछ घर सलामत रहते है, आंधियाँ जब भी आती है।। बचा ले जो हर तूफ़ान से उसे आशा हम कहते है। बड़ा... Hindi · कविता 4 6 370 Share Ram Krishan Rastogi 10 May 2022 · 1 min read आया तू यहां पर तन्हा आया तू यहां पर तन्हा, जाएगा तू यहां से तन्हा। जोड़ी है जो तूने दौलत, रह जाएगी ये यहां तन्हा।। बनाए थे मनसूबे रहने के यहां मकान बनाए पक्के तूने... Hindi · कविता 2 2 241 Share Ram Krishan Rastogi 9 May 2022 · 1 min read रसिया यूक्रेन युद्ध विभीषिका छिन्न भिन्न नर अंग है, कौआ चील सियार, स्वर्ग धरा की दुर्दशा, नर पशु है जिम्मेदार। नर पशु जिम्मेदार, विश्व युद्ध भी निश्चित है, रोका नहीं युद्ध, सृष्टि का समापन... Hindi · कुण्डलिया 2 6 526 Share Ram Krishan Rastogi 8 May 2022 · 1 min read मातृ दिवस पर मां को समर्पित कुछ पंक्तियां जब जब इस धरा पर मैं आऊं, मां तेरी गोदी का स्पर्श मै पाऊं। चुका न सकता मां के ऋण को, चाहे सौ सौ जन्म लेकर मैं आऊं। मां के... Hindi · मुक्तक 4 7 377 Share Ram Krishan Rastogi 7 May 2022 · 1 min read चुनाव व नेता नेता आज सत्ता के खातिर, अपना उल्लू सीधा कर रहे। वोटो के खातिर वे सब अब, मुफ्त चीजे खूब है बांट रहे।। कोई लैपटॉप फ्री में बांट रहा, कोई फ्री... Hindi · कविता 2 3 193 Share Ram Krishan Rastogi 7 May 2022 · 2 min read बचपन की यादों को यारो मत भुलाना शाम होते ही छतो पर चढ़ जाना, छतो पर चढ़कर पानी छिडकाना। पानी छिड़का कर गद्दे बिछाना गद्दे बिछाकर उसपर चादर बिछाना। बचपन की यादों यारो मत भुलाना।। आधी रात... Hindi · कविता 3 6 350 Share Ram Krishan Rastogi 6 May 2022 · 1 min read शिव शंकर भोले भंडारी,जग के पालन हारी शंकर भोले नाथ है,जग के पालनहार। अपने भक्तो का सदा,करते है उद्धार।। करते है उद्धार,मन मांगा वर है वे देते, देते सभी को वर,बदले में कुछ न लेते। कह रस्तोगी... Hindi · कुण्डलिया 6 10 351 Share Ram Krishan Rastogi 5 May 2022 · 1 min read सूर्य चालीसा हे ! सबके सूर्य भगवान, तुमको करते सब प्रणाम। सारे जग में है तेज तुम्हारा, तुम बिन न होय उजियारा।। प्रातः होते ही शीश झुकावे, लोटा लेकर तुम्हे जल चढ़ावे।... Hindi · गीत 2 3 220 Share Ram Krishan Rastogi 5 May 2022 · 1 min read बुढ़ापे का दर्द आज अपने ही घर से,बे घर हो गए। जो कभी अपने थे,वे पराए हो गए।। अपना घर होते हुए,वृद्धाश्रम चले गए। कोई नही पूछता,वे वृद्ध कहां चले गए।। जो जिगर... Hindi · कविता 4 8 1k Share Ram Krishan Rastogi 4 May 2022 · 1 min read कट गया हंसते हंसते, ये जिन्दगी का सफ़र कट गया हंसते हंसते,ये जिंदगी का सफ़र। मानता हूं,दोस्तो की दुआओं का ये असर।। कोशिश की थी लोगो ने,मुझे ज़हर पिलाने की। पर मार न सका मुझे,उनका यह तीखा ज़हर।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 5 283 Share Ram Krishan Rastogi 3 May 2022 · 1 min read आप तो गुलाब है,कभी बबूल न बनिए आप तो गुलाब है,कभी बबूल न बनिए। दुनिया में आप,कभी बे असूल न बनिए।। अच्छा रास्ता,सभी को दिखाओ तुम। किसी के रास्ते का,तुम सूल न बनिए।। निबटा लो हर बात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 5 264 Share Ram Krishan Rastogi 3 May 2022 · 1 min read लाउड स्पीकर और हनुमान चालीसा (एक हास्य व्यंग) जय हनुमान ज्ञान गुण सागर। तुमने किए सबके दांव उजागर।। स्पीकर दूत अतुलित बल धामा। तुमने कराए सब जगह है ड्रामा।। मंदिर मस्जिद के लाउड स्पीकर उतरवाए। नही उतारे तो... Hindi · कविता 4 5 211 Share Ram Krishan Rastogi 2 May 2022 · 1 min read नयनों में बसा हूं,जरा तो निहारो नयनों में बसा हूं,जरा तो निहारो। दिल में झाकिए,मुझे तो पुकारो।। तुम्हारी मांग,सितारों से भर दूंगा। जरा तुम अपना घुघंट तो उतारो।। सिंदूर लिए खड़ा हूं,पीछे मैं तुम्हारे। जरा अपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 8 172 Share Ram Krishan Rastogi 2 May 2022 · 1 min read ईद का चांद तो तुम्हे दिखाना ही पड़ेगा ईद का चांद तो तुम्हे दिखाना ही पड़ेगा। आस्मां को ज़मीं पर तो झुकाना पड़ेगा।। कब तक रखोगे तुम दो दिलो को अलग। कभी न कभी तो उनको मिलाना पड़ेगा।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 404 Share Ram Krishan Rastogi 1 May 2022 · 1 min read नयनों से तीर मत चलाओ नयनों से तीर मत चलाओ, हम भी पक्के धनुषधारी है। अगर हमने तीर चला दिया, तुमको पड़ेगा बड़ा भारी है।। नयनों से नीर मत बहाओ, हम भी दुःख से न... Hindi · कविता 1 1 471 Share Ram Krishan Rastogi 1 May 2022 · 1 min read मजदूर दिवस मना रहे है हर वर्ष मजदूर दिवस, फिर भी मजदूर आज भी विवश। बदल नही पाए उसकी विवशता, चाहे मना लो तुम कितने दिवस।। जो बनाता है मकान दुसरो के... Hindi · मुक्तक 4 5 243 Share Ram Krishan Rastogi 30 Apr 2022 · 1 min read दिल ने दिल को पुकारा,दिल तुम्हारा हो गया दिल ने दिल को पुकारा ,दिल तुम्हारा हो गया | कैसे कहे सबके सामने ये दिल तुम्हारा हो गया || ढूँढ़ते रहे ह्म सहारा,कोई सहारा ना मिला | मिला जब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 7 196 Share Ram Krishan Rastogi 29 Apr 2022 · 1 min read मै तुझसे दिल लगाना चाहती हूं मैं तुझ से दिल लगाना चाहती हूं। तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं।। चुरा ले न कोई तुझको मुझसे कभी, मै तुझे दिल में छिपाना चाहती हूं। उठ रहे है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 568 Share Ram Krishan Rastogi 29 Apr 2022 · 1 min read तुम बिन लगता नही मेरा मन है तुम बिन लगता खालीपन है | लगता नहीं कही मेरा मन है || तुम बिन अब कहाँ जाऊ मै ? उजड़ गया मेरा उपवन है || दिल भी नहीं कहीं... Hindi · कविता 1 1 481 Share Ram Krishan Rastogi 29 Apr 2022 · 1 min read जवानी में तो तुमने भी गज़ब ढाया होगा जवानी में तो तुमने भी गज़ब ढाया होगा। एक से नही,दसियो से इश्क लड़ाया होगा।। चेहरे पर गेसू फैलाकर,सबको बहकाया होगा। अपने खूबसूरत चेहरे को जरूर छिपाया होगा।। जब तुमने... Hindi · कविता 2 2 495 Share Ram Krishan Rastogi 28 Apr 2022 · 1 min read दिल मुझसे लगाकर,औरों से लगाया न करो दिल मुझसे लगाकर,औरों से लगाया न करो, इस तरह से जख्मों पर नमक लगाया न करो। खुद मुल्जिम हो,इल्जाम मुझ पर लगाते हो, इस तरह से चोरी का इल्जाम लगाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 530 Share Ram Krishan Rastogi 28 Apr 2022 · 1 min read बेवफाओं के शहर में कुछ वफ़ा कर जाऊं वेवफाओ के शहर में कुछ वफ़ा कर जाऊं। जो दिल में है रंजीशे,उन्हे बाहर कर जाऊं।। मिलता नही कोई ठिकाना,जहा आकर बताऊं। अपने आप में ही घुलता हूं,किसे क्या सुनाऊं।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 438 Share Ram Krishan Rastogi 28 Apr 2022 · 1 min read कैसे कहूं सबके सामने ये दिल तुम्हारा हो गया दिल ने दिल को पुकारा ,दिल तुम्हारा हो गया | कैसे कहे सबके सामने ये दिल तुम्हारा हो गया || ढूँढ़ते रहे हम सहारा,कोई सहारा हमे ना मिला | मिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 352 Share Ram Krishan Rastogi 27 Apr 2022 · 1 min read गुजर रही है जिंदगी अब ऐसे मुकाम से गुजर रही है जिंदगी अब ऐसे मुकाम से, अपने भी दूर हो गए जरा से जुखाम से। पास रहकर भी हम ,कितने दूर हो गए, इस महामारी से हम सब... Hindi · कविता 3 3 833 Share Ram Krishan Rastogi 27 Apr 2022 · 1 min read जिंदगी की कुछ सच्ची तस्वीरें मुश्किल नही कुछ इस दुनिया में, तू जरा सी हिम्मत तो कर। तेरे ख़्वाब बदलेगे हकीकत में, तू जरा सी कोशिश तो कर।। अगर कर नही सकता भलाई, बुराई तो... Hindi · कविता 3 3 592 Share Ram Krishan Rastogi 26 Apr 2022 · 1 min read तुझे अपने दिल में बसाना चाहती हूं तुझे मैं अपना बनाना चाहती हूं। सब कुछ तुझे सोपना चाहती हूं। कोई चुरा न ले,तुझको मुझसे, अपने दिल में छिपाना चाहती हूं।। तुझे अपने दिल में बसाना चाहती हूं।... Hindi · मुक्तक 5 5 600 Share Ram Krishan Rastogi 26 Apr 2022 · 1 min read तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं तुझको मै अपना बनाना चाहती हूं। तुझको प्यार करती हूं प्यार चाहती हूं।। ला दो सुर्ख जोड़ा मुझ को, मै उसे पहनना चाहती हूं। तुम्हारे हाथो से मैं अपनी, मांग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 516 Share Ram Krishan Rastogi 25 Apr 2022 · 1 min read अगर सामने बैठो तुम वक्त कट जायेगा ये उदासी का कोहरा यूंही छट जायेगा। अगर सामने बैठो तुम वक्त कट जायेगा।। नयनों की खिड़की से तुम्हे देखता ही रहूं। तुम्हारे गेसुओ से सदैव ही खेलता ही रहूं।।... Hindi · कविता 5 6 397 Share Ram Krishan Rastogi 25 Apr 2022 · 1 min read गुलमोहर जब तुम यौवन पर होते हो, सारा जग भी खिल जाता है। तुम्हारा ऐसा दर्श देखकर तो, युवती यौवन भी शर्मा जाता है।। जेष्ठ आषाढ़ की तेज गर्मी में, तुम... Hindi · कविता 3 5 1k Share Ram Krishan Rastogi 24 Apr 2022 · 1 min read छीन लिए है जब हक़ सारे तुमने छीन लिए है जब हक़ सारे तुमने, फिर बार बार क्यों तुम आते हो। दरवाजे सारे बंद हो चुके है अब, फिर बार बार क्यों खटकाते हो।। होता है प्रेम... Hindi · कविता 7 11 958 Share Ram Krishan Rastogi 24 Apr 2022 · 1 min read पनघट और मरघट में अन्तर पनघट पर प्यास है बुझती, मरघट पर लाशे है जलती। देखो यह जीवन की धारा, सदैव जग में चलती रहती।। पनघट पर सब पानी है पीते, मरघट पर सब प्राण... Hindi · मुक्तक 4 7 1k Share Ram Krishan Rastogi 23 Apr 2022 · 1 min read विश्व पुस्तक दिवस पर पुस्तको की वेदना ई बुक्स आते ही,हमारा बहिष्कार हो गया, जैसे कोई हमारा,बाज़ार से बनवास हो गया। क्या होगा हमारा भविष्य हमको पता नही, बच्चो के बसतो से हमारा बहिष्कार हो गया।। जमाना... Hindi · मुक्तक 4 5 1k Share Ram Krishan Rastogi 23 Apr 2022 · 1 min read कुछ झूठ की दुकान लगाए बैठे है कुछ झूठ की दुकान लगाए बैठे हैं, कुछ आपसी झगड़े भुलाए बैठे है। लूट सके इस सारे भारत को वो, ये उम्मीद आज वे लगाए बैठे है।। पल रहे है... Hindi · मुक्तक 4 4 600 Share Ram Krishan Rastogi 22 Apr 2022 · 1 min read विरह की पीड़ा जब लगी मुझे सताने विरह की पीड़ा जब लगी मुझे सताने। लगने लगे अपने प्रिय भी मुझे बिराने।। जो लगती थी,मुझे तरु की शीतल छाया। वो अब जला रही है मेरी निर्मल काया।। खुली... Hindi · कविता 3 4 856 Share Ram Krishan Rastogi 22 Apr 2022 · 1 min read सात के पहाड़े में पूरे जीवन के दर्शन होते है जब सात वर्ष के,बचपन की शुरुआत होती है। होते चौदह वर्ष के,जवानी की झलक दिखाई देती हैं।। इक्कीस वर्ष के होते ही,शादी की उम्र होने लगती है। अठ्ठाइस... Hindi · कविता 5 6 702 Share Ram Krishan Rastogi 21 Apr 2022 · 1 min read हम सच बोलकर भी झूठे हो गए हम सच बोलकर भी अब झूठे हो गए, वे झूठ बोलकर भी अब सच्चे हो गए। गलती इतनी, सच को सच कह दिया, इसी बात पर वे मुझसे नाराज़ हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 5 209 Share Ram Krishan Rastogi 21 Apr 2022 · 1 min read ये दिल मेरा था, अब उनका हो गया ये दिल मेरा था,अब उनका हो गया, श्वास से श्वास का स्वयंवर हो गया। ये दिल अब कितना परेशान है, शायद कुछ दिनो का मेहमान है। लगता नही ये दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 14 434 Share Previous Page 9 Next