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बहुत खूब

18 May 2022 10:35 PM

धन्यवाद ओनिका जी

18 May 2022 03:29 PM

वाह आ.रस्तोगी जी आपका दर्दे अंदाजे बयां भी
निराला बङा प्यारा है।
बहुत खूब … यह दर्द भी कबूल है।

18 May 2022 09:12 AM

इस दर्द भरी गज़ल पर आपका क्या ख्याल है जबकि आग दोनो तरफ लगी हो और शोले भड़क रहे हो।

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