Comments (9)
Ram Krishan Rastogi
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13 May 2022 08:43 PM
मुस्कान बिटिया धन्यवाद
13 May 2022 07:09 PM
Aadami ko Keval dusron ke dost Dikhai Dete Hain vah khud ka nirikshan nahin karta hai
Ram Krishan Rastogi
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13 May 2022 08:46 PM
आपने सही कहा आदमी को अपने दोष दिखाई नही देते। वह तो दुसरो में दोष निकालता रहता है।
13 May 2022 06:55 PM
सत्य वचन क्योंकि दोष सबका होगा लेकिन स्वयं निर्दोष
Ram Krishan Rastogi
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13 May 2022 08:44 PM
आपने सही कहा
Ram Krishan Rastogi
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13 May 2022 03:19 PM
विनय पाल जी धन्यवाद
Ram Krishan Rastogi
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13 May 2022 11:08 AM
नीतू शाह जी धन्यवाद
Ram Krishan Rastogi
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13 May 2022 09:39 AM
आज आदमी आडंबरो में फसा हुआ है वह सच्चे पथ पर नही चलता है।इसलिए उसको अनेकों मुसीबते घेरे हुई है। इस बारे में आपका क्या विचार है।
सत्य वचन