Ram Krishan Rastogi 1288 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 8 Next Ram Krishan Rastogi 19 Jun 2022 · 1 min read पिता है तो परिवार है पिता है तो लगता परिवार है। वरना दुनिया में सब बेकार है।। पिता है तो सोने में सुहागा है। वरना सारा परिवार अभागा है।। पिता परिवार की धन दौलत है।... Hindi · कविता 5 4 313 Share Ram Krishan Rastogi 19 Jun 2022 · 1 min read चला कर तीर नज़रों से चला कर तीर नज़रों से,पूछते हो लगा कहां है। घायल करके पूछते हो मुझसे घाव हुआ कहां है।। दिल देकर पूछते मुझसे,दिल में धड़कन कहां है। तड़पा कर तुम मुझको,पूछते... Hindi · कविता 4 6 582 Share Ram Krishan Rastogi 18 Jun 2022 · 1 min read भगवान की तलाश में इंसान ढूंढ रहा है जंगल जंगल,मृग अपनी कस्तूरी को। देख पाया न अपनी नाभि,छिपी हुई कस्तूरी को।। ढूंढ रहा है मंदिर मंदिर,भक्त अपने भगवान को। मिल न पाया भगवान उसे इस... Hindi · कविता 3 10 977 Share Ram Krishan Rastogi 17 Jun 2022 · 1 min read मै और तुम ( हास्य व्यंग ) तुम राजमहलों की बड़ी रानी हो, मै झोपड़ी का गरीब बालक हूं। तुम नदी की मीठी चंचल धारा हो, मै समुंद्र का केवल खारा पानी हूं। तुम मृग शावक सी... Hindi 5 8 336 Share Ram Krishan Rastogi 17 Jun 2022 · 1 min read धुआं उठा है कही,लगी है आग तो कही धुआं उठा है कही,लगी है तो आग कही। बात उठी है तो,दामन में है तो दाग कहीं।। समझाया है मैंने उनको,पर वे तो मानते नहीं। मिलते है जरूर मुझसे,पर उनका... Hindi · ग़ज़ल 4 5 813 Share Ram Krishan Rastogi 16 Jun 2022 · 1 min read पैसे की महिमा पैसे को आगे रखो,सब काम तुम्हारे होते जायेगे। पैसे को मुर्दो के आगे फैको वे भी बढ़ते जायेगे।। पैसे में इतना दम है,वह मरे हुए को जिला देगा। बिन पैसे... Hindi 4 9 873 Share Ram Krishan Rastogi 15 Jun 2022 · 1 min read सच्चे मित्र की पहचान मित्र वही जो बुरे वक्त पर तुम्हारे काम आए। बने सुख दुख का साथी सच्चा मित्र कहलाए।। बन जायेगे सभी मित्र जब दौलत है होती। बने उस वक़्त वह मित्र... Hindi 6 9 1k Share Ram Krishan Rastogi 15 Jun 2022 · 1 min read बुढ़ापे में जीने के गुरु मंत्र बुढ़ापे को जवानी की तरह जियो, पानी को भी अमृत की तरह पियो। कट जायेगा आसानी से बुढ़ापा तुम्हारा, हर गम को खुशी की तरह तुम जियो।। बुढ़ापा जीवन में... Hindi 7 13 1k Share Ram Krishan Rastogi 14 Jun 2022 · 1 min read प्यार करते है लोग,फिर डरते क्यों है प्यार करते है लोग,फिर डरते क्यों है, प्यार में वे झूठी कसमें खाते क्यो है। क्यो न करते सच्चा प्यार एक दूजे से, प्यार को लोग बुराई समझते क्यो है।।... Hindi 2 2 468 Share Ram Krishan Rastogi 14 Jun 2022 · 1 min read मेघो से प्रार्थना मेघ से प्रार्थना *********** भीषण गर्मी जेठ की,व्याकुल हृदय उदास। देख तुम्हे आकाश में,कर बैठे थे आस।। कर बैठे थे आस,अब कबहु बरसेगे, जीव जंतु व्याकुल है,सब जल को तरसेगे।... Hindi 3 2 612 Share Ram Krishan Rastogi 13 Jun 2022 · 1 min read नारी को सदा राखिए संग नारी में गुण बहुत है,सदा राखिए संग। बिन नारी के रहोगे,हो जाओगे उदंड।। हो जाओगे उदंड,मुंह मारते फिरोगे, भोजन नही मिलेगा,तुम भूखे मरोगे। कह रस्तोगी कविराय,खेलो अच्छी पारी, घर में... Hindi 4 9 545 Share Ram Krishan Rastogi 12 Jun 2022 · 1 min read दिल के जख्म कैसे दिखाए आपको दिल के जख्म कैसे दिखाए आपको। उनमें कितना दर्द है कैसे बताए आपको।। दिल पर जो बीत चुकी है बीत जाने दो। उसे दुबारा से कैसे सुनाए आपको।। तुमने सताया... Hindi 3 3 669 Share Ram Krishan Rastogi 12 Jun 2022 · 1 min read धरा की प्यास पर कुंडलियां मेघ देख आकाश में,बढ़ी धरा की प्यास। कब मिलोगे मेघ तुम,आओ बुझाओ प्यास।। आओ बुझाओ प्यास,तुम्हारी प्रतीक्षा करूंगी। आए अगर नही तुम,मै प्यासी ही मरूंगी।। कह रस्तोगी कविराय,तुम्हारा जाना नही... Hindi 2 2 181 Share Ram Krishan Rastogi 11 Jun 2022 · 1 min read बुजर्गो के कुछ शौक कुछ बुजुर्ग भी अजीब से शौक रखते हैं, बुढ़ापे में भी अपने बाल काले रखते है। बसका कुछ नही होता बुढ़ापे में उनके, बस कोरी डींगे ही बुढ़ापे में मारा... Hindi 2 1 216 Share Ram Krishan Rastogi 10 Jun 2022 · 1 min read जूते जूती की महिमा (हास्य व्यंग) जूते में बहुत गुण है,सदा राखिए अपने पास। दुश्मन से ये बचाए,कोई न फटके आस पास।। मैडम जूती सदा राखिए,बिन जूती सब है सून। जूती बिना न उबरे,राजकाज राजनीति के... Hindi 4 5 1k Share Ram Krishan Rastogi 10 Jun 2022 · 1 min read प्रभु से प्रार्थना कर दी बड़ी बर्बादी,देश हुआ बड़ा बेहाल। कोरोना के जाल से प्रभु हमको निकाल।। चुनाव की रैलियां रोज है होती, भीड़ बिन मास्क इकठ्ठा है होती। नेता सभी सत्ता के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 7 227 Share Ram Krishan Rastogi 9 Jun 2022 · 1 min read ए ! जिंदगी तू काफी कच्ची है ए ! जिंदगी तू काफी कच्ची है, पेंसिल की तरह घिसती जा रही। रबड़ भी हर समय तुझको ही, यह पल पल घिसती है जा रही ।। मत कर गुबान... Hindi · कविता 3 3 325 Share Ram Krishan Rastogi 8 Jun 2022 · 1 min read आदमी की फितरत भावना में बह जाता है जब आदमी। दिल की बात कहता है तब आदमी।। परख लेता है जब किसी को भी आदमी। दिल में बसा लेता या बस जाता आदमी।।... Hindi · कविता 3 6 568 Share Ram Krishan Rastogi 8 Jun 2022 · 1 min read मां के समान कोई नही मां ने बनाया तुम्हे खुद को मिटाके, उसी के कारण लेते हो तुम चटाके। मां ना होती,तुम कभी भी ना होते, आज तुम इतने बड़े कभी ना होते।। मां का... Hindi · कविता 5 10 691 Share Ram Krishan Rastogi 7 Jun 2022 · 1 min read मर्द व नामर्द की पहचान डट जाए जो युद्ध के मैदान में,उसे मर्द कहते है। पीठ दिखाकर जो भाग आए,उसे नामर्द कहते है।। होता है जिसके दिल में दर्द,उसे मर्द कहते है। दिल होते हुए... Hindi · कविता 4 7 2k Share Ram Krishan Rastogi 6 Jun 2022 · 1 min read जब भी तेरा दिल में ख्याल आता है जब भी तेरा दिल में ख्याल आता है। बस मेरे दिल में एक मलाल आता है।। पकड़ा है हाथ तूने मेरे ही जिगरी दोस्त का। क्यो किया ऐसा तूने,बस ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 211 Share Ram Krishan Rastogi 6 Jun 2022 · 1 min read आज की सियासत सियासत में अब शराफत रही कहां है, अच्छे इंसान की जरूरत रही कहां है। अब सियासत में झूठे का बोलबाला है, नेक नेताओ की हिफाजत रही कहां है।। सियासत में... Hindi · मुक्तक 2 4 306 Share Ram Krishan Rastogi 5 Jun 2022 · 1 min read पर्यावरण दिवस अगर धरा के पेड़ कट गए, तुम स्वयं ही कट जाओगे। फिर इस पर्यावरण को तुम कैसे उज्ज्वल कर पाओगे।। सड़क मार्ग चौड़ा करने पर, हमेशा ही पेड़ काटे जाते... Hindi · कविता 6 10 583 Share Ram Krishan Rastogi 5 Jun 2022 · 1 min read अगर वो रूठ गया है, उसे मनाया जाए अगर वो रूठ गया है,उसे मनाया जाए। दुबारा से उसे अपने,गले लगाया जाए।। अगर वो खफा हैं मुझसे,उसकी मर्जी। अगर मेरी गलती है,मुझे बताया जाए।। चलती रहती है अनबन सभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 182 Share Ram Krishan Rastogi 4 Jun 2022 · 1 min read जी रहे है तनाव अभाव दबाव प्रभाव और बेभाव में चाहे रह रहे हो आप शहर में या गांव में। हम सब जी रहे है,आज एक तनाव में।। मिल रहा है अशुद्ध जल व वायु इस संसार में। जी रहे... Hindi · कविता 1 1 223 Share Ram Krishan Rastogi 3 Jun 2022 · 1 min read आंखो मे है नींद,पर सोया नही जाता आंखो में है नींद,पर सोया नही जाता। दिल में है जख्म,पर रोया नही जाता।। सजाया था ये बगीचा,बड़ी चाहत से मैने। फूलो का हूं शौकीन,कांटा बोया नही जाता।। हम तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 9 488 Share Ram Krishan Rastogi 3 Jun 2022 · 1 min read शहरों के हालात शहरो मे भीड़ बहुत है, हर कोई यहां अकेला है। सुविधाएं यहां बहुत है, फिर भी जान को झमेला है।। शहरो में शोर बहुत है, पर आदमी है मौन खड़ा।... Hindi · कविता 3 4 415 Share Ram Krishan Rastogi 2 Jun 2022 · 1 min read दो जून की रोटी दो जून की रोटी,प्रभु सबको मिल जाए। छोटी हो या मोटी,ये सबको मिल जाए।। दो जून की रोटी,बड़ी किस्मत से है मिलती। मेहनत करता है मजदूर तब कही ये मिलती।।... Hindi · कविता 7 16 1k Share Ram Krishan Rastogi 1 Jun 2022 · 1 min read कविता में मुहावरे भाग दो उल्टा चोर कोतवाल को ही डांटे, चोरी का माल आधा आधा बांटे। जब बंटवारा ठीक से न हो पावे एक दूजे की खड़ी करते हैं खाटे।। हाथ कंगन को अब... Hindi · मुक्तक 4 7 281 Share Ram Krishan Rastogi 1 Jun 2022 · 1 min read कुछ मनन योग्य बाते कुछ मनन योग्य बाते **************** कृपया निम्न बातो को दो बार ध्यान से पढ़े और उन पर मनन करे। पैर की मोच और छोटी सोच। कभी भी आगे चलने नही... Hindi · कविता 4 5 470 Share Ram Krishan Rastogi 31 May 2022 · 1 min read पति पत्नी पर हास्य व्यंग जब से तुम मायके गई हो,मन लगता नही। शाम सूनी सी लगती है रात तो कटती नहीं।। डाक्टर फोन पर पूछते है अब आते क्यो नही। शुगर व बी पी... Hindi · कविता 1 1 1k Share Ram Krishan Rastogi 31 May 2022 · 1 min read करते है प्यार कितना ,ये बता सकते नही हम करते है प्यार कितना,ये बता सकते नहीं हम। दिल में जो बसा है,उसे हटा सकते नहीं हम।। सांसों में बसे हो तुम,धड़कनों में बसो हो तुम। तेरी चाहत को कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 629 Share Ram Krishan Rastogi 30 May 2022 · 1 min read कविता में मुहावरे धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का। दलबदलू रहता न सत्ता का न पाट का। सत्ता के लालच में जो पाला बदलता है, उल्टा पहाड़ा पढ़ता सोलह दूनी... Hindi · मुक्तक 3 4 1k Share Ram Krishan Rastogi 30 May 2022 · 1 min read आ तुझको तुझ से चुरा लू आ तुझ को तुझ से चुरा लू, प्यार से तुझे दिल में बसा लू। ख्वाहिश है यह आखरी मेरी, तुझ को मै अपना बना लू।। कजरे की जगह तुझे लगा... Hindi · मुक्तक 2 7 554 Share Ram Krishan Rastogi 29 May 2022 · 1 min read गर्मी पर दोहे गर्मी इतनी पड रही,सबके सब है बेहाल सूर्य देव का भी चेहरा हो गया है लाल || बाहर कोई नहीं निकल रहा,घर में सब बंद | जैसे काल कोठरी में... Hindi · दोहा 1 1 662 Share Ram Krishan Rastogi 28 May 2022 · 1 min read जेष्ठ की दुपहरी देख दुपहरी जेष्ठ की,हर कोई मांगत छाय। माह मास में देखत इसे,मन ही मन मुस्काय।। देख दुपहरी जेष्ठ की,कोरोंना भी परेशान। कुछ दिनों में टूटेगा ,इसका भी अभिमान।। देख दोपहरी... Hindi · कविता 2 3 503 Share Ram Krishan Rastogi 28 May 2022 · 1 min read मां बाप की दुआओं का असर ले लो दुवाये अपने मां बाप की, इससे बड़ी दौलत न है आप की। जो जीवन में इससे बंछित हो पाया, उसने जीवन में कभी सुख न पाया।। जैसा बोओगे,वैसा... Hindi · कविता 6 9 2k Share Ram Krishan Rastogi 27 May 2022 · 1 min read ये दिल धड़कता नही अब तुम्हारे बिना दिल धड़कता नही अब तुम्हारे बिना। कुछ समझता नही अब तुम्हारे बिना।। जब से दिल पर पड़ी तेरी परछाइयां। दिल मचलता नही अब तुम्हारे बिना।। मेरे हाथो से ये दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 806 Share Ram Krishan Rastogi 27 May 2022 · 1 min read पत्नियों की फरमाइशें (हास्य व्यंग) सुबह सुबह उठकर मुझे जगाया करो। जग जाऊं तो चाय मुझे पिलाया करो।। आ रही नही बाई कोरोना में आज कल। चाय पिलाने के बाद झाडू लगाया करो।। लगा देती... Hindi · कविता 3 8 557 Share Ram Krishan Rastogi 26 May 2022 · 1 min read जूतों की मन की व्यथा पैरो की है हम असली ढाल, उनकी रखते हम रखवाल। चलते चलते हम घिस जाते, तब भी हम साथ निभाते।। हमको सब बाहर छोड़ जाते, अंदर वालो को तकते रहते।... Hindi · कविता 2 2 435 Share Ram Krishan Rastogi 26 May 2022 · 1 min read गर्मी जीव सभी अपने घरों में दुबके, सूनी पड़ी सभी गली व सड़के। बाहर हो रही आग की बारिश, सारे जीव पानी को है तरसे।। सूखे पड़े है सब ताल तलैया,... Hindi · कविता 5 7 435 Share Ram Krishan Rastogi 25 May 2022 · 1 min read बचे जो अरमां तुम्हारे दिल में बचे जो अरमां तुम्हारे दिल में, उनको पूरा कर लो अब तुम। अब ना हाथ आऊंगी तुम्हारे, चाहे जितने जतन कर लो तुम।। बचे जो तीर तरकस में तुम्हारे, उनको... Hindi · कविता 5 7 428 Share Ram Krishan Rastogi 25 May 2022 · 1 min read दाने दाने पर नाम लिखा है दाने दाने पर नाम लिखा है जिसने जिसको खाया है। हर दाने पर मोहर लगी है जिसने जिसको उगाया है।। खाने वाले करोड़ों मिलेगे देने वाला बस एक ही राम।... Hindi · कविता 3 3 1k Share Ram Krishan Rastogi 24 May 2022 · 1 min read फिर तन्हाई में रिश्ते टूटते क्यू है तन्हाई में तनहा रहते ये क्यू है। एक दूजे से जुदा रहते ये क्यू है।। जब याद आ जाती है उनकी कभी कभी। फिर आंखो से आंसू बहते ये क्यू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 274 Share Ram Krishan Rastogi 24 May 2022 · 1 min read मुझसे बचकर वह अब जायेगा कहां मुझको अपना बताता था,अब है कहां, मुझसे चाहत जताता था,अब है कहां। मै तो बैठी हूं,दहलीज पर अब है उसके, मुझसे बचकर वह अब जायेगा कहां।। तुझसे बचकर वह अब... Hindi · मुक्तक 5 7 352 Share Ram Krishan Rastogi 23 May 2022 · 1 min read तुमसे कोई शिकायत नही तुम अकेले जिंदगी ही जियो,हमे कोई शिकायत नही। हमे अपने से शिकायत है,तुमसे कोई शिकायत नही।। जरूरत पड़ती है,हर इन्सान को हर इन्सान से। हो सकता है अब तुम्हे,मेरी कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 9 718 Share Ram Krishan Rastogi 22 May 2022 · 1 min read बताओ तो जाने जो कल थी,पर आज नही रहेगी, जो आज हैं, पर कल नही रहेगी। जो कल आयेगी वह परसो न आयेगी, पर दीवार पर टंगी सब घर मिल जायेगी। टर टर... Hindi · कविता 7 11 758 Share Ram Krishan Rastogi 22 May 2022 · 1 min read चिन्ता और चिता में अन्तर चिन्ता ही चिता समान है। चिता मौत का फरमान है।। चिन्ता जिंदे को जलाती है। चिता मुर्दे को जलाती है।। चिता ही अंतिम सच है। चिन्ता पहला ही सच है।।... Hindi · कविता 3 2 713 Share Ram Krishan Rastogi 21 May 2022 · 1 min read एक पनिहारिन की वेदना सुन सखा,मेरे कृष्ण कन्हैया, पूछ रही है मेरी सभी सखियां। कैसे फूटी तेरी जल की गगरिया, क्यो भीगी तेरी लाल चुनररिया। कर रही है सभी सखि ठिठोली, इन सबके पीछे... Hindi · कविता 6 8 903 Share Ram Krishan Rastogi 20 May 2022 · 1 min read क्या क्या हम भूल चुके है अपनी सभ्यता को हम भूल चुके हैं, पाश्चात्य सभ्यता को अपना चुके है। विदेशी खान पान पर आ गए हम, अपना खान पान हम भूल चुके है।। दलिया खिचड़ी हम... Hindi · मुक्तक 3 4 301 Share Previous Page 8 Next