Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (7)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

सुना था कि कवि हाले दिल का बयान करते हैं,मै सोचने पर मजबूर हो गया हूं कि आप भी जिंदगी की गलियों भटके हैं और जज्बातों को उजागर करते रहते है। अति सुन्दर।

30 Apr 2022 06:18 PM

आपने सही फरमाया। जब तक खुद कवि पर नहीं गुजराती और वह प्यार की गलियों में नही भटकता तब तक वह नही लिख पाता।

30 Apr 2022 01:11 PM

श्री अविनाश जी धन्यवाद

30 Apr 2022 12:42 PM

Outstanding
Lovely

30 Apr 2022 12:05 PM

दिल ने दिल को पुकारा ,इस गजल में आपकी क्या प्रतिक्रिया है।क्या कोई दिल किसी दिल को पुकारता है ?

दिल से दिल को जब पुकारा जाता है तभी शब्दो का अंबार कागज पर अपनी सुर्खियां बिखेर देता है।

30 Apr 2022 04:38 PM

आपने सही फरमाया। जब एक दिल दूसरे दिल की आवाज सुन।लेता है तभी यही आवाज कागज पर उभर कर आ जाती है।

Loading...