Comments (3)
Ram Krishan Rastogi
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2 May 2022 11:16 AM
ईद के इस त्यौहार पर इस इस गजल के बारे में क्या ख्यालात है जिसको ईद के चांद को अपनी महबूबा से जोड़ा है।
शानदार
हेमन्त मोहन जी धन्यवाद