Sanjay Narayan 301 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sanjay Narayan 10 Jun 2020 · 1 min read सकारात्मक सोच सकारात्मक सोच यदि, तेरा मनुज स्वभाव। असफलता के भाव का होगा सदा अभाव। होगा सदा अभाव, अहितकर तत्व घटेंगे। अमर विजय के घोष, तुम्हारा नाम रटेंगे। धूमकेतु हों अस्त, सभी... Hindi · कुण्डलिया 9 2 405 Share Sanjay Narayan 11 Jun 2020 · 1 min read मैं भी ग़ज़लें गीत लिखूँगा मैं भी ग़ज़लें गीत लिखूँगा झूँठी जग की रीत लिखूँगा। तुमने छुप कर घात किया है तुमको अपना मीत लिखूँगा। हार गया जिसको समझाकर उसकी पक्की जीत लिखूँगा। गा गाकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 2 464 Share Sanjay Narayan 15 Jun 2020 · 1 min read सात्विक दान दान सात्विक है वही, जानि न पावे कोय। दक्षिण कर के दान की, बामहिं खबरि न होय। बामहिं खबरि न होय, न जाने लेने वाला। रखे स्वयं को गोय, दान... Hindi · कुण्डलिया 9 2 393 Share Sanjay Narayan 12 Jul 2020 · 1 min read खुद जाम पीजिए हमें भी पिलाइए मेरे लबों की आप सदा बनके आइए। खुद जाम पीजिए, हमें भी पिलाइए। नज़रों में आपकी मयखाना नज़र आये। मखमूर क्यों न हो इनमें जो उतर जाए। मयकश की लाज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 5 259 Share Sanjay Narayan 5 May 2020 · 1 min read जब तक, तब तक तब तक हिन्दू बटे रहेंगे। वाभन अपनी वभनाई पर ठाकुर अपनी ठकुराई पर बनिये अपनी बनियाई पर शर्मा अपनी शर्माई पर वर्मा अपनी वर्माई पर अलगू अपनी अलगाई पर जब... Hindi · कविता 8 351 Share Sanjay Narayan 8 Jun 2020 · 1 min read प्रेम मिलन तुम आओ मेरे द्वारे या द्वार तुम्हारे हम आएं। मेरी तुझ पर तेरी मुझ पर एकटक नज़रें जम जाएं। लब मुस्काएँ आँखें बोलें मगर जुबाँ खामोश रहें प्रेम मिलन के... Hindi · मुक्तक 8 2 480 Share Sanjay Narayan 14 Jun 2020 · 1 min read कद्र समय की कीजिए कद्र समय की कीजिए, समय बड़ा बलवान। सब समान इसके लिए, निर्धन या धनवान। निर्धन या धनवान, गले में बाँधे सुतली। नाचें संत सुजान, समय की ज्यों कठपुतली। तब संजय... Hindi · कुण्डलिया 8 7 485 Share Sanjay Narayan 15 Jun 2020 · 1 min read घमण्ड फूले मनुज घमण्ड में, पावे नहीं प्रसार। नेकी के पाखण्ड में, रहे सदा बीमार। रहे सदा बीमार, रोग दूजों में झाँके। कर न सके उपचार, स्वयं को बेहतर आँके। कह... Hindi · कुण्डलिया 8 2 422 Share Sanjay Narayan 16 Jun 2020 · 1 min read यार सबका है संसार में, स्वार्थपरक व्यवहार। हमको वे ही ठग लिए, जिनको समझा यार। जिनको समझा यार, हमें समझें अविवेकी। सच में बड़ा गँवार, करे जो ज्यादा नेकी। कह संजय... Hindi · कुण्डलिया 8 4 635 Share Sanjay Narayan 18 Jun 2020 · 1 min read जिसमें दर्द पिरो देता हूँ तन्हाई में ओंठ भींचकर, अक्सर गाल भिगो लेता हूँ। मुझको कब हसरत मजमें की, खुद से दुखड़ा रो लेता हूँ। बैरी नींद, चैन अनजाने, दीवानों के ये अफसाने। ढूंढ रही... Hindi · गीत 8 4 400 Share Sanjay Narayan 3 Jul 2020 · 1 min read दादुरों ने तान छेड़ी दादुरों ने तान छेड़ी, चुप रहो तुम कोकिलाओं ! हुआ वातावरण कलुषित, कर रहा विष वार चंदन। और दूषित गंध अंजुल भर, प्रणय अभिसार उपवन। निज प्रकृति से सुरभि लेकर,... Hindi · गीत 8 3 374 Share Sanjay Narayan 28 Feb 2020 · 1 min read मेरी ताकत मेरी हिम्मत मेरी ख्वाहिश पूरी हो मेरी ताकत मेरी हिम्मत मेरी ख़्वाहिश पूरी हो। जैसे साँसें बहुत जरूरी तुम वैसे ही जरूरी हो।। तुमसे पहले कोई आकर जीवन में रँग भरता था। तुमसे पहले कोई मेरा... Hindi · गीत 7 1 743 Share Sanjay Narayan 20 Apr 2020 · 1 min read द्यूत न खेलो धर्मराज है अधर्म का मार्ग विनाशक पूर्ण सत्य किवदंती।। द्यूत न खेलो धर्मराज यह चाल शकुनि की गहरी।। अपने रुधिर स्वेद से तुमने बंजर धरती सींची। उनकी लघुरेखा के सम्मुख रेखा... Hindi · गीत 7 1 228 Share Sanjay Narayan 13 May 2020 · 2 min read धर्म अपने अंतिम क्षणों में सरसैया पर पड़े हुए भीष्म पितामह ने पांडवों को धर्म की परिभाषा बताते हुए कहा कि धर्म, अपने कर्तव्यों और दूसरों के अधिकारों के बीच संतुलन... Hindi · लेख 7 234 Share Sanjay Narayan 9 Jun 2020 · 1 min read सेवा सेवा दुखियों की करो, सबसे अच्छा योग। तन मन धन अर्पित करो, खुद को रखो निरोग। खुद को रखो निरोग, लोभ से दूरी रखना। स्वार्थ न फटके पास, नज़र में... Hindi · कुण्डलिया 7 2 232 Share Sanjay Narayan 12 Jun 2020 · 1 min read उसके पाँव बिवाई है ज्यादा गहरी खाई है। अब मुश्किल भरपाई है। जिसने कोर्ट कचहरी खींचा मेरा अपना भाई है। धरे हाँथ पर हाँथ वो बैठा उसके पाँव बिवाई है। शहर छोड़कर बापस आ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 1 463 Share Sanjay Narayan 12 Jun 2020 · 1 min read नन्हीं छोटी चिड़ियारानी नन्हीं छोटी चिडियारानी पंख तुम्हारे पीले धानी चूं चूं करके कुछ कहती हो अपनी धुन में खुश रहती हो चिडियारानी माह जून का बढ़ा रहा है ताप खून का क्यों... Hindi · कविता · बाल कविता 7 292 Share Sanjay Narayan 13 Jun 2020 · 1 min read ये अच्छे आसार नहीं (1) टूटी सड़कें ट्रैफिक भारी, ये अच्छे आसार नहीं। पैदल भी चल रहीं सवारी, ये अच्छे आसार नहीं। जोखिम है पर पेट की खातिर, जाने की मजबूरी भी, ऊपर से... Hindi · मुक्तक 7 3 256 Share Sanjay Narayan 13 Jun 2020 · 1 min read सौग़ात दिवाली होती है तुम जो नहीं तो महफ़िल महफ़िल खाली खाली होती है। जिस महफ़िल में तुम आ जाओ किस्मत वाली होती है। आँखों की खिड़की पर खुशियों की झालर चमचम चमचम दीद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 441 Share Sanjay Narayan 14 Jun 2020 · 1 min read तन्हाई अपने पहले प्यार के नाते। इतना ऐहसां तो कर जाते। कुछ तो बातें करतीं मुझसे दीवारों से कहकर जाते। बड़ी सजा है जिंदा रहना, मरने की कुछ जुगत बताते। कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 364 Share Sanjay Narayan 14 Jun 2020 · 1 min read सरल बना ले भाव पानी हो यदि हरि कृपा, सरल बना ले भाव। सबके भीतर व्याप्त हरि, झपट पकड़ ले पाँव। झपट पकड़ ले पाँव, तुझे वरदान मिलेगा। जिसमे शीतल छाँव, श्रेष्ठ सुवितान मिलेगा।... Hindi · कुण्डलिया 7 2 487 Share Sanjay Narayan 19 Jun 2020 · 1 min read कुकृत्य सुकृत्य चिल्लाने से कब भला, होइ कुकृत्य सुकृत्य। सत्य सत्य रहता सदा, रहे असत्य असत्य। रहे असत्य असत्य, दबदबा काम न आए। सत्य करे जब नृत्य, डुगडुगी न्याय बजाए। कह संजय... Hindi · कुण्डलिया 7 2 428 Share Sanjay Narayan 6 Jul 2020 · 1 min read तानाकशी आपके आँगन की खुशियाँ कर ही लेंगी ख़ुदकुशी। आपको तन्हा करेगी आपकी तानाकशी । जख्म फिर जगने न पाए , दर्द सारी रात जागे। आपने ऐहसां जताए, दिल के एहसासात... Hindi · गीत 7 2 494 Share Sanjay Narayan 12 Jul 2020 · 1 min read दिल्लगी यूँ तो हर साँस तेरी यादगार होती है। हर घड़ी जुबां पे तेरी बात यार होती है। ये महज एक ख़्वाब है सच है या शराब कोई अब तो दिल्लगी... Hindi · शेर 7 2 247 Share Sanjay Narayan 23 Jul 2020 · 1 min read घर हराता है कोई दिल प्यार से डरता किसी को डर डराता है। कोई अपराध अपने याद करके थरथराता है। जो हिम्मत हार बैठा है वो बाज़ी जीत सकता था, न हारा कोई... Hindi · मुक्तक 7 4 365 Share Sanjay Narayan 1 Nov 2020 · 1 min read साथी मीठे सुर गुंजाओ सोंच समझकर कदम बढ़ाओ राह बहुत पथरीली है। साथी मीठे सुर गुंजाओ, दुनियाँ तो जहरीली है।। ख़ुशी परायी देख ख़ुशी से किसका हृदय मचलता है। कौन हृदय है जिसके भीतर... Hindi · गीत 7 4 310 Share Sanjay Narayan 1 Nov 2020 · 1 min read आशंकाएँ बढ़ रही हैं निगाहें दिलों की भावनाएँ पढ़ रही हैं। अनहोनियों की आशंकाएं बढ़ रही हैं। अपराधियों के साथ हाकिमों की हमदर्दियाँ, मासूमियत के सिर बलाएँ मढ़ रही हैं। धड़ाम हो गयी हैं... Hindi · कविता 7 1 242 Share Sanjay Narayan 26 Dec 2020 · 1 min read गुरु गुरु जेती कड़वी कहे, तेती हितकर होय। गुणकारी है नीम के बिरवा चढ़ी गिलोय।। संजय नारायण Hindi · दोहा 7 3 395 Share Sanjay Narayan 9 Feb 2020 · 1 min read घर का भेदी 1- भाई का हक़ छीनकर बनाया घर का भेदी। 2 - आँख का पानी आँख से बहकर दिल की कहे। 3- तपती धूप सिर पे मुसीबत भागते साये। 4- यदि... Hindi · हाइकु 6 276 Share Sanjay Narayan 9 Feb 2020 · 1 min read परिवर्तन समझाते मौसम परिवर्तन संसार का नियम । कुछ भी यहाँ नहीं है कायम।। सबके आगे दोनों पहलू कभी खुशी है और कभी गम।। मत इतराना रुतबा पाकर परिवर्तन समझाते मौसम।। हम भी... Hindi · कविता 6 283 Share Sanjay Narayan 10 Feb 2020 · 1 min read खाओ केक जन्मदिन वाली दिल के नगर में आज दिवाली यारों आज न बैठो खाली खाओ केक जन्मदिन वाली मिलकर सभी बजाओ ताली आज नहीं गुमसुम बैठेंगे आज करेंगे शोर। आज पतंग कटी है... Hindi · कविता · बाल कविता 6 4 417 Share Sanjay Narayan 13 Feb 2020 · 1 min read जो तेरे सपनों का मौसम जो तेरे सपनों का मौसम, वह मौसम मेरा हो जाए। तेरे ख्वाबों की दुनियाँ में मेरा भी डेरा हो जाए। मैं दिल की हालत लिखता हूँ पढ़कर दिल पर काबू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 283 Share Sanjay Narayan 16 Apr 2020 · 1 min read ओ नानी नाना नानी नाना को शुभकामनाएं ------------------------------------ ?????? ओ नानी नाना, ओ नानी नाना! शादी की इस सालगिरह पर जमकर जश्न मनाना। ओ नानी नाना ओ नानी नाना! जल्दी उठना सुबह सुबह... Hindi · कविता · बाल कविता 6 1 737 Share Sanjay Narayan 24 May 2020 · 1 min read मैं अनमोल हो गया हूँ पल भर झलक दिखा गुलशन के सब महताब खरीद लिए हैं। बेला, चम्पा और चमेली, सभी गुलाब खरीद लिए हैं। सिवा तुम्हारे मेरी आँखें देखें भी तो क्या देखें? सपनों... Hindi · मुक्तक 6 228 Share Sanjay Narayan 24 May 2020 · 1 min read मेरी आँखों में झलक तुम्हारी पाकर मेरी आँखों में। दाम जौहरी आँक रहे हैं लाखों में। धरती पर कुछ लोग फरिश्ते होते हैं कंकड़ को हीरा लाक़ीमत करते हैं। रिश्तों में कुछ ऐसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 235 Share Sanjay Narayan 25 May 2020 · 1 min read हार की जीत हौसला, इंसान में बहुत होता है अपने झूँठे, तिलिस्मी स्वाभिमान के लिए अपने सपनों के लिए अपने अपनों से भी लड़ जाता है जीतने के लिए उल्टे सीधे तिकड़म भिड़ाता... Hindi · कविता 6 2 413 Share Sanjay Narayan 30 May 2020 · 1 min read तोड़िए नहीं, जोड़िए जातिवाद, स्वयं को सामाजिक कहने वाले तर्कशास्त्री, विभिन्न तर्कों (कुतर्कों) के माध्यम से इसे तर्कसंगत तो सिद्ध कर सकते हैं परंतु जहां तक मैं समझता हूं, विधि संगत तो नहीं... Hindi · लेख 6 213 Share Sanjay Narayan 5 Jun 2020 · 2 min read मुझे मुझसा हो जाने दो अपने बचपन में हूबहू मैं था मेरे जैसा अफ़सोस अब नहीं रहा वैसा मेरे वर्तमान को वही पुराने तराने दो मुझे मुझसा बन जाने दो। तब रहता था मैं बिंदास,... Hindi · कविता 6 2 486 Share Sanjay Narayan 6 Jun 2020 · 1 min read दिल को भा जाए कोई बातों बातों में यूँ दिल को भा जाए कोई। आँख मीचूँ भी तो ख्वाब में आ जाए कोई। जो मैं सो जाऊँ तो आहिस्ता जगाए कोई। साथ जागे भी सपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 211 Share Sanjay Narayan 7 Jun 2020 · 1 min read जख्म मिले जो बरसों पहले जख्म मिले जो बरसों पहले अब पककर नासूर हुए हैं। तेरे सितम का गम क्या कम था जो अपने भी दूर हुए हैं। जब तक तूफ़ां हमलावर थे हम थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 3 388 Share Sanjay Narayan 9 Jun 2020 · 1 min read जादू सब पर चल जाएगा शबनम, गौहर, संगेमरमर, जादू सब पर चल जाएगा। जब घूँघट से तुम झाँकोगी, चाँद फ़लक पर जल जाएगा। जला रहा दीदार तुम्हारा, अब ये ठंडी छाँव छिपा लो, वरना शीतल... Hindi · मुक्तक 6 2 263 Share Sanjay Narayan 9 Jun 2020 · 1 min read दिल पैमाना चाहे क्यों नयन मिलाना चाहे क्यों दीप जलाना चाहे क्यों तूने पिला दी नज़रों से दिल पैमाना चाहे क्यों मरता हूँ मैं खामोशी पर गीत सुनाना चाहे क्यों शम्मा की खातिर परवाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 230 Share Sanjay Narayan 9 Jun 2020 · 1 min read समझदार हैं वो इशारा ही काफी समझदार हैं वो इशारा ही काफी। उन्हें तिनके भर का सहारा ही काफी। मुझे हमसफ़र ने दगा दे दिया था मुझे डूबने को किनारा ही काफी। मैं क्यों आसमाँ, मन्नतें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 364 Share Sanjay Narayan 9 Jun 2020 · 1 min read इज़हार तुम मिलते हो दिल खिलता है तुम हँसते हो दिल खिलता है वक़्त कभी जब ऐसा आएगा दिल तुमसे कुछ कहना चाहेगा जब होंठ हमारे आपस में सिल जाएंगे और... Hindi · कविता 6 422 Share Sanjay Narayan 10 Jun 2020 · 1 min read मन की मन में मन की मन में रखोगे, यदि छल कपट समेट। अतिथि बनेगा अस्थमा, बढ़ जाएगा पेट।। बढ़ जाएगा पेट, रोग काया पर लक्षित। जोड़ दर्द, मधुमेह, कब्ज, तन में आरक्षित। कह... Hindi · कुण्डलिया 6 4 346 Share Sanjay Narayan 10 Jun 2020 · 1 min read जातिवाद के जहर ने जातिवाद के जहर ने, तोड़ा सकल समाज। आरक्षण के किन्तु हैं, लाखों बैरी आज। लाखों बैरी आज रो रहे ये ही रोना। बना कोढ़ का खाज, आज आरक्षण होना। कह... Hindi · कुण्डलिया 6 2 263 Share Sanjay Narayan 10 Jun 2020 · 1 min read यही सोचकर यही सोचकर शाप भी, रख लेना सर माथ हानि लाभ जीवन मरन, यश अपयश बिधि हाथ यश अपयश बिधि हाथ, कर्म ही हाथ तुम्हारे मात्र यही पतवार, पार भव सिंधु... Hindi · कुण्डलिया 6 378 Share Sanjay Narayan 10 Jun 2020 · 1 min read तुम्हारे बाद तुम्हारे बाद हमारे पास बचेगा क्या? खारे पानी शुष्क पलाश सिंचेगा क्या? यौवन की सुधियाँ दुख में सुख देंगी पर तन्हाई में यह उल्लास जँचेगा क्या? संजय नारायण Hindi · मुक्तक 6 344 Share Sanjay Narayan 10 Jun 2020 · 1 min read आज़ादी मैंने मुझमे से कुछ तुमको बिना दाम दे रक्खा था। अपने इकतरफा रिश्ते को प्यार नाम दे रक्खा था। चाहा था तुम इस बंधन में आजादी महसूस करो। तुम चाहो... Hindi · कविता 6 2 370 Share Sanjay Narayan 10 Jun 2020 · 1 min read सीख तलबों में चोटियाँ टेकना आ गया। झाँसे की गोटियाँ फेकना आ गया। एक नेता की संगत में था चार दिन, मुझको भी रोटियाँ सेकना आ गया। संजय नारायण Hindi · मुक्तक 6 2 474 Share Page 1 Next