Comments (2)
8 Jul 2020 08:09 AM
कुछ तुम्हारी बंदिशें हैं कुछ हैं मेरे दायरे।
जब मुक़द्दर ही बने दुश्मन तो कोई क्या करें।
श़ुक्रिया !
कुछ तुम्हारी बंदिशें हैं कुछ हैं मेरे दायरे।
जब मुक़द्दर ही बने दुश्मन तो कोई क्या करें।
श़ुक्रिया !
Behtareen sir