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8 Jul 2020 06:18 PM

Behtareen sir

कुछ तुम्हारी बंदिशें हैं कुछ हैं मेरे दायरे।
जब मुक़द्दर ही बने दुश्मन तो कोई क्या करें।

श़ुक्रिया !

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