संजीव शुक्ल 'सचिन' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 82 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Oct 2023 · 1 min read श्वेत बस इल्बास रखिये और चलिए। श्वेत बस इल्बास रखिये और चलिए। एक छूरा पास रखिये और चलिए। राजनैतिक दाव का हो दक्ष रहबर, संग वह कन्नास रखिये और चलिए। रहगुज़र दौलत बनाने की कड़ी हो,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 147 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 7 Oct 2023 · 1 min read ज़िन्दगी से आस रखिये और चलिये। ज़िन्दगी से आस रखिये और चलिये। हौसला भी खास रखिये और चलिये। मशविरे पर और कुछ तालीम पर भी, आप बस विश्वास रखिये और चलिये। कोसने से कुछ नहीं मिलता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 152 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 5 Aug 2022 · 1 min read माई थपकत सुतावत रहे राति भर। माई थपकत सुतावत रहे राति भर। हमके लोरी सुनावत रहे राति भर। नींद से अखियाँ मातल रहे माई के, चाँन हमरा दिखावत रहे राति भर। माई खइलस ना तनिका ऊ... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका · भोजपुरी ग़ज़ल 1 310 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 29 Jan 2022 · 1 min read गरम आजु लोहा बा हालात के। गरम आजु लोहा बा हालात के। -------------------------------------------- गरम आजु लोहा बा हालात के। इहै बा समयिया खुराफ़ात के। सियासत ग़लत भा सही जे करे, मगर आजु जलवा बा हजरात के।... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 334 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 17 Jan 2022 · 1 min read चलत खेल इहवाँ ह सह मात के। भरोसा करीं हम कवन बात के। चलत खेल इहवाँ ह सह मात के। हरत चीर केहूँ बा आपन कहीं, सजा ई कहेला ह बदज़ात के। मिटल लाज अँखियाँ के पानी... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 484 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 16 Sep 2021 · 1 min read #- #जैसा_अपना_आना_प्यारे, #वैसा_अपना_जाना_रे। #पगडण्डी - #जैसा_अपना_आना_प्यारे, #वैसा_अपना_जाना_रे। #विधा - गीत १६/१४ ====================================== जीवन जग माया का मेला , क्या खोना क्या पाना रे| जैसा अपना आना प्यारे , वैसा अपना जाना रे|| जग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 804 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Sep 2021 · 1 min read मन कहेला नेह बन के हाथ उनकर थाम ली। भोजपुरी ग़ज़ल _____________________________________________ मन कहेला नेह बन के हाथ उनकर थाम ली। सब कहेला दिल से ना दिमाग से बस काम लीं। चल रहल बाटे हवा बा बेवफाई से भरल,... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 616 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Sep 2021 · 1 min read राम से बा बैर अब रावण के होता वंदगी। राम से बा बैर अब रावण के होता वंदगी। _________________________________ आदमी से आजु देखीं जल रहल बा आदमी। राम से बा बैर अब रावण के होता वंदगी। पाठ - पूजा... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 399 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Sep 2021 · 1 min read धर्म से अलगा भइल हियरा भरल बा गंदगी। धर्म से अलगा भइल हियरा भरल बा गंदगी। __________________________________________ लोभ लालच में फँसल बा आजु देखीं आदमी। धर्म से अलगा भइल हियरा भरल बा गंदगी। बेंचि के ईमान आपन जुर्म... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 355 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Sep 2021 · 1 min read माथ टिकुला सुबह के छटा हो गइल। माथ टिकुला सुबह के छटा हो गइल। केश करिया ई सवनी घटा हो गइल। गोर सुग्घर बदन बा बिजुरिया नियन, रूप निरखत रहीं रतजगा हो गइल। नेह लागल बा तोहसे... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 185 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 Sep 2021 · 1 min read राह अगले चल रहल हर आदमी हम का करीं। (ग़ज़ल) भोजपुरी ग़ज़ल ____________________________________________ राह अगले चल रहल हर आदमी हम का करीं। मन भरल सबका इहाँ अब तिश्नगी हम का करीं। नीर अँखियाँ से झरेला देख अब हालात के, आजु... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 309 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 26 Jul 2021 · 1 min read लोभ लालच में फँसल बा आजु देखीं आदमी। लोभ लालच में फँसल बा आजु देखीं आदमी। __________________________________________ लोभ लालच में फँसल बा आजु देखीं आदमी। धर्म से अलगा भइल हियरा भरल बा गंदगी। बेंचि के ईमान आपन जुर्म... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 365 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Jul 2021 · 1 min read मर्ज है मर्ज की बस दवा दे मुझे। थोड़ा इसे देखिए मर्ज है मर्ज की कुछ दवा दे मुझे। जिंदगी मौत से अब मिला दे मुझे। राह काटों भरी यार चलता रहा- आज फूलों भरा रास्ता दे मुझे।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 929 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Jul 2021 · 1 min read राम से बा बैर अब रावण के होता वंदगी। #नमन_भोजपुरी_कलम_कार्यशाला फ़िल्बदीह संख्या 👉 १३ से हासिल ग़ज़ल दिनांक:- १८/०७/२०२१ (इतवार) _________________________________ राम से बा बैर अब रावण के होता वंदगी। _________________________________ आदमी से आजु देखीं जल रहल बा आदमी।... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 334 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Jul 2021 · 1 min read बनल देहिया बा माटी के, निरेखला से जी का होई। बनल देहिया बा माटी के, निरेखला से इ का होई। पिंजरवा तोड़ि के एक दिन, सुगनवा त दफा होई। चलीं रहिया भलाई के, जिन्दगियां के इहे मक़सद, विधाता भेजले बाड़ें,... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 439 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 11 Jul 2021 · 1 min read घनी सुखवीर ई किस्मत बा जरूरी।। घनी सुग्घर ई किस्मत बा जरूरी। समझ लीं ई हकीकत बा जरूरी। कइल गर बन्दगी जिनिगी में चाहीं, वेदवन के तिलावत बा जरूरी। दिखावा से न कवनो काम होई, जिनिगिया... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 225 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 6 Jul 2021 · 1 min read जियरवा में भरल नेहिया, कहऽ कइसे दिखाई हम। जियरवा में भरल नेहिया, कहऽ कइसे दिखाई हम। बनल बाड़ऽ तू पाथर के, कहऽ कइसे सुनाई हम। ना जाने लऽ ना माने लऽ, इश्क़ ई चीज का होला, ई नेहिया... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 931 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 1 min read मिलल गर नैन चाहत बा जरूरी जहां में जी मुहब्बत बा जरूरी। मिलल गर नैन चाहत बा जरूरी। अदा दिखला रिझाई रोज दिल के, मुहब्बत मे शरारत बा जरूरी। बड़ा मुद्दत भइल हियरा लगवले, मिले दिलदार... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 180 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 Jul 2021 · 1 min read प्यार मे़ दौलत के का दरकार बा ______________________________ आशिक़न के बस जरूरत प्यार बा। प्यार में दौलत के का दरकार बा। जीत लेहल हार के मन प्यार में, इश्क़ के इहे सुघर व्यापार बा। जिन्दगी के शाम... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 424 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 23 May 2021 · 1 min read होते बेटी कहेला बला आ गइल!! दिनांक:- २३/०५/२०२२ (इतवार) ____________________________________ होत बेटी कहेला बला आ गइल। मुंह बिगड़ल कहे जलजला आ गइल। हे! विधाता बनवलऽ तू कइसन नियम, बेटा पवते कहेला मजा आ गइल। लोर टपकत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 305 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 10 May 2021 · 1 min read अजी_देखना_दिल_लगाने_से_पहले #अजी_देखना_दिल_लगाने_से_पहले! ______________________________ मुहब्बत में आँखें चुराने से पहले। अजी देखना दिल लगाने से पहले। खता गर करूँ मैं मुझे तुम बताना, मुहब्बत भरा खत जलाने से पहले। खिलेंगे नहीं गुल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1 638 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 10 May 2021 · 1 min read बिखर_गया_मै_टूट_कर_मगर_कभी_झुका_नही #बिखर_गया_मै_टूट_कर_मगर_कभी_झुका_नही ! __________________________________________ बिखर गया मै टूट कर मगर कभी झुका नहीं। उठा चला गिरा मगर मैं राह में रुका नहीं। चला खुदा की राह पर तमाम उम्र जब तलक,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1 404 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 9 May 2021 · 1 min read नेह लागल उहे बेवफ़ा हो गइल (भोजपुरी) दिनांक:- ०९/०५/२०२२ (इतवार) _____________________________________ नेह लागल उहे बेवफ़ा हो गइल। काल्ह दिल में रहल अब दफा हो गइल। लोर अखियां से झर झर झरेला सनम, दर्द तोह से मिलल ऊ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1k Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 3 May 2021 · 1 min read ज़िन्दगी के साथ है ग़म क्या करें....!! अश्क की बारिश झमाझम क्या करें। ज़िन्दगी के साथ हैं ग़म क्या करें। अब तलक मैं बेकऱारी में हँसा, हो गई अब आँख पुरनम क्या करें। है मुकर्रर कूच को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 3 381 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 May 2021 · 1 min read वेदना ही वेदना उपहार बा (भोजपुरी ग़ज़ल) वेदना ही वेदना उपहार बा......!! _______________________________ आज दुविधा में सकल संसार बा। वेदना ही वेदना उपहार बा। का कही कइसे कहीं मन के कसक, देख लीं हर आदमी लाचार बा।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 827 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 2 May 2021 · 1 min read मिलल गर नैन चाहत बा जरूरी (भोजपुरी ग़ज़ल) मिलल गर नैन चाहत बा जरूरी!! __________________________________ जहां में जी मुहब्बत बा जरूरी। मिलल गर नैन चाहत बा जरूरी। अदा दिखला रिझाई रोज दिल के, मुहब्बत मे शरारत बा जरूरी।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 217 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Apr 2021 · 1 min read आज अपने से आपन ख़फा हो गइल...!! बह्र :- २१२ २१२ २१२ २१२ ---------------------------------------------------- आज अपने से आपन खफ़ा हो गइल। प्यार कइनी उहे बेवफा हो गइल। घाव लागल जिगर में बा गहरा बहुत, बेअसर जख्म पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 257 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Apr 2021 · 1 min read नेह से उर भरल अलहदा हो गइल...!! व़ज्न:- २१२ २१२ २१२ २१२ ______________________________ प्यार मे दिल दुखावल अदा हो गइल। नेह से उर भरल अलहदा हो गइल। आज नश्तर चुभावे जे आपन रहे, गैर के डर ज़िगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 298 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 21 Apr 2021 · 1 min read भोजपुरी ग़ज़ल काल आइल अकड़ सब हवा हो गइल! ______________________________ काल आइल अकड़ सब हवा हो गइल। एक दूजे से दूरी दवा हो गइल। जे विधाता बने के जुगत में रहे, आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 279 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Apr 2021 · 1 min read अगर निगाहें न मिल सकेंगी, तो दिल की बातें कहोगे कैसे #विधा? #ग़ज़ल #बह्र? #बहर-ए-रजज़ #मुसम्मन_मख्बून_मुरफ़्फ़ल #अरकान ? #मफ़ाइलातुन_मफ़ाइलातुन_मफ़ाइलातुन_मफ़ाइलातुन #मापनी? 12122 12122 12122 12122 #काफ़िया? ओगे #रदीफ़? कैसे ... रचना अगर निगाहें न मिल सकेंगी, तो दिल की बातें कहोगे कैसे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 218 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 14 Feb 2021 · 1 min read ! माँँ कहानी सुनाती रही रात भर ! !माँ कहानी सुनाती रही रात भर! मापनी :- २१२ २१२ २१२ २१२ ______________©®______________ माँ थपकती सुलाती रही रात भर। लोरियां गुनगुनाती रही रात भर। नींद से आँख बोझिल पड़े थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 309 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 11 Sep 2020 · 1 min read कभी मीठा कभी खट्टा कभी नमकीन सी राहें। दिनांक - ३/१/२०२० ************************** कभी मीठा कभी खट्टा कभी नमकीन सी राहें। कभी हर्षित कभी पुलकित कभी गमगीन सी राहें। मिला जीवन हमें जो यह बड़ा अनमोल है यारो- कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 433 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 11 Sep 2020 · 1 min read अभी बंद है सब रहो यार घर में अभी बंद है सब रहो यार घर में! _______________________________ गये दिन सुहाने कहर है शहर में। अभी बंद है सब रहो यार घर में। चलो हाथ धो लें न करना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 342 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 12 Feb 2020 · 1 min read प्यार की अपनी कहानी हम सुनाने आ गये। प्यार की अपनी कहानी हम सुनाने आ गये। जख्म जो हमको मिले हैं वह दिखाने आ गये। जो किये थे वायदे इस प्यार में उसने कभी- अब फरेबी जाल से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 340 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 28 Jan 2020 · 1 min read ग़म बढ़े थे उन्हें गम दिखाने के बाद जब मिले हम उन्हें एक जमाने के बाद। गम़ बढ़े थे उन्हें गम दिखाने के बाद। आखिरी वक्त था सँग रहे वो नहीं- काश ! आते नहीं मेरे जाने के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 261 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 28 Jan 2020 · 1 min read देशभक्ति ग़ज़ल विषय :-वतन/देशभक्ति विद्या :-नज़्म दिनांक :-25 जनवरी 2020 दिन :-शनिवार ______________________________________ वज्न- १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ आप सभी प्रबुद्ध साहित्यसाधक शारद पुत्रों सहित तमाम देशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 358 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 5 Jan 2020 · 1 min read बेहतर ग़ज़ल मानवीय मनोवृत्ति _____________________________________ जिन्दगी की शाम आये ना कभी, हर समय है सोचता इंसान ये। मैं रहूँ जिंदा मरे दूजा कोई, हर समय है सोचता इंसान ये। जिन्दगी में हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 237 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल #बह्र ? #बहरे_रजज_मख्बून_मरफू_मुखल्ला #वज़्न ? १२१२ २१२ १२२ १२१२ २१२ १२२ #मुफाइलुन_फ़ाइलुन_फऊलुन_मुफाइलुन_फ़ाइलुन_फऊलुन #काफ़िया ? ' ई ' #रदीफ़ ? ' है' #रचना ? _______________________________________________ ग़ज़ब ग़ज़ब है ये हुस्न तेरा,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 278 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल लिया मुख मोड़ ही सबने दिखाई देता है। मिलें खुशियाँ तुझे मन ये दुहाई देता है। नहीं कोई शिकायत है हमें इस बात की- रहे सब खुश सदा दिल ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 454 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल दिनांक - ३/१/२०२० विषय - खट्टा / मीठा विधा - ग़ज़ल ************************** कभी मीठा कभी खट्टा कभी नमकीन सी राहें। कभी हर्षित कभी पुलकित कभी गमगीन सी राहें। मिला जीवन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 215 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 4 Jan 2020 · 1 min read ग़ज़ल #तिथि - ४/१/२०२० #दिवस - शुक्रवार ************************************†******** भले ढूंढो दिया लेकर नहीं अब यार मिलता है। दगा धोखा फरेबो से भरा संसार मिलता है। ख़लिस इस बात की दिल में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 311 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 28 Dec 2019 · 1 min read देशभक्ति ग़ज़ल मुलाहिज़ा फरमाइए... देशभक्ति ...ग़ज़ल **************************************** मौत को दावत मैं दे हरबार सरहद पे खड़ा हूँ। मौत सीने से लगाकर यार सरहद पे खड़ा हूँ। लड़ रहा हूँ दुश्मनों सें है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 337 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 28 Dec 2019 · 1 min read ग़ज़ल मापनी ? २१२२ २१२२ २१२२ २१२ ग़ज़ल ? गाँव अपना है मगर अब गाँव जैसा कुछ नहीं। मिल रहा है भाव लेकिन भाव जैसा कुछ नहीं। मिट गये रिश्ते पुरातन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 210 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 13 Sep 2019 · 1 min read चोट दिल पे लगी मुस्कुराते रहे। ******** #सादर_समीक्षार्थ******* चोट दिल पे लगी मुस्कुराते रहे। बस खुशी ही खुशी हम दिखाते रहे। जख्म दिल पे लगा क्यों दिखायें भला- बस यही सोचकर ग़म छुपाते रहे। लोग मय्यत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 270 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 10 Sep 2018 · 1 min read गाँव में गाँव मै ढूंढता रह गया! गाँव में गाँव मैं ढूंढता रह गया! ****************************** गाँव में गाँव मैं ढूंढता रह गया। बीती तस्वीर में खोजता रह गया। आज मौसम भी लगता है बदला यहाँ- अब अदब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 2 244 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 5 Sep 2018 · 1 min read दगा दे गये बेसहारा किया है दगा दे गये बेसहारा किया है। =====|√|=====|√|=====|√|===== कहो आपने क्यों किनारा किया है। दगा दे दिया बेसहारा किया है। मुझको पता यार चाहे क्या मुझसे- दगाबाज ने इक इशारा किया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 255 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Aug 2018 · 1 min read महापर्व #जश्ने_आज़ादी_चित्रलेखन_ #दिनांक....१५/१६/८/२०१८ ?????????? महापर्व ******** राष्ट्र प्रेम का महापर्व यह, आओ नाचे गाये। राष्ट्र एकता रहे सलामत, मिलजुल खुशी मनायें।। मिली आजादी विधर्मी से, उसका जश्न मनायें। आतंकी से मुक्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 290 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 18 Aug 2018 · 1 min read दिखावटी मदद ***** दिखावटी मदद ***** --------^----------^----------^------- दौर फोटो खिचाने का चलने लगा है। बाढ़ग्रस्त बिहार अब जलने लगा है। राजनीतिक आखाड़ा पहले ही था यह- मैदान ए ओलंपिक अब बनने लगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 242 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 31 Jul 2018 · 1 min read बिन बुलाये ही.....आ जाया करो! जय मां शारदे क़ाफ़िया :- आया की बंदिश दैनिक कार्य:- प्रदत्त क़ाफ़िया पर ग़ज़ल लेखन _________________________ बिन बुलाये ही ….आ जाया करो *************##************* बिन बुलाये प्रभु आप आया करो। भोग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 337 Share संजीव शुक्ल 'सचिन' 5 Jul 2018 · 1 min read मैं चला था अकेला मैं चला था अकेला यहीं सोच कर ?????????? मैं चला था अकेला यहीं सोच कर। मदद तू करेगा यहीं सोच कर। राह दुर्गम थी औ मै अकेला पथिक- पार बेड़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 223 Share Page 1 Next