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12 Feb 2020 · 1 min read

प्यार की अपनी कहानी हम सुनाने आ गये।

प्यार की अपनी कहानी हम सुनाने आ गये।
जख्म जो हमको मिले हैं वह दिखाने आ गये।

जो किये थे वायदे इस प्यार में उसने कभी-
अब फरेबी जाल से पर्दा उठाने आ गये।

दे रही थीं जो दलीलें बेवफाई आपकी-
उन दलीलों को लिए हम भी जलाने आ गये।

राह उनकी है अलग अब है न हमसे वासता-
बेहयाई देखिए उनका बताने आ गयो।

जख्म जो तुमने दिये बस सोच लो उसके लिए-
मयकदे में जाम हम पीने पिलाने आ गये।

रात है खामोश फिर भी धड़कनों में शोर है-
देख लो तूफां की ज़द में आशियाने आ गये।

ख्वाब टूटा था हमारा वो न आये कब्र पे-
अब सचिन सबको दिखा रोने रुलाने आ गये।

✍️पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’

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