Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Mar 2024 · 1 min read

*** होली को होली रहने दो ***

*** होली को होली रहने दो ***
—————————————————————-

लाल,बैंगनी मुखड़ों में बच्चों की टोली रहने दो
जग के सारे बैर मिटा दो,मीठी बोली रहने दो
फूहड़ गाली,फूहड़ गाने पहचान नहीं है होली के
** प्रेम की धारा बहने दो,होली को होली रहने दो

हंसी-मजाक,नोंक-झोंक,मस्ती,बकलोली रहने दो
रंग,गुलाल में रंग दो सबको भांग की गोली रहने दो
मुर्गा,दारू,कीचड़,लीचड़,पहचान नहीं है होली के
** जो कहता है सो कहने दो,होली को होली रहने दो

देवर-भाभी,जीजा-साली संग हंसी ठिठोली रहने दो
गुझिया,पापड़ में मालपुआ,जामुन की गोली रहने दो
लफड़ा,झगड़ा,गाली “चुन्नू” पहचान नहीं है होली के
** बस प्रेम की धारा बहने दो, होली को होली रहने दो
—————————————————————-

•••• कलमकार ••••
चुन्नू लाल गुप्ता – मऊ (उ.प्र.)
**9005592111**

1199 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लगाव
लगाव
Rajni kapoor
आंखन तिमिर बढ़ा,
आंखन तिमिर बढ़ा,
Mahender Singh
Good things fall apart so that the best can come together.
Good things fall apart so that the best can come together.
Manisha Manjari
आत्महत्या कर के भी, मैं जिंदा हूं,
आत्महत्या कर के भी, मैं जिंदा हूं,
Pramila sultan
जीवन का एक चरण
जीवन का एक चरण
पूर्वार्थ
अभी भी शुक्रिया साँसों का, चलता सिलसिला मालिक (मुक्तक)
अभी भी शुक्रिया साँसों का, चलता सिलसिला मालिक (मुक्तक)
Ravi Prakash
नेता खाते हैं देशी घी
नेता खाते हैं देशी घी
महेश चन्द्र त्रिपाठी
हे राघव अभिनन्दन है
हे राघव अभिनन्दन है
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
भुक्त - भोगी
भुक्त - भोगी
Ramswaroop Dinkar
Aaj samna khud se kuch yun hua aankho m aanshu thy aaina ru-
Aaj samna khud se kuch yun hua aankho m aanshu thy aaina ru-
Sangeeta Sangeeta
सत्य को अपना बना लो,
सत्य को अपना बना लो,
Buddha Prakash
माॅ॑ बहुत प्यारी बहुत मासूम होती है
माॅ॑ बहुत प्यारी बहुत मासूम होती है
VINOD CHAUHAN
बात जुबां से अब कौन निकाले
बात जुबां से अब कौन निकाले
Sandeep Pande
* साथ जब बढ़ना हमें है *
* साथ जब बढ़ना हमें है *
surenderpal vaidya
The OCD Psychologist
The OCD Psychologist
मोहित शर्मा ज़हन
डॉ निशंक बहुआयामी व्यक्तित्व शोध लेख
डॉ निशंक बहुआयामी व्यक्तित्व शोध लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कविता
कविता
Bodhisatva kastooriya
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
सौंदर्य मां वसुधा की🙏
सौंदर्य मां वसुधा की🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
2396.पूर्णिका
2396.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जय मातु! ब्रह्मचारिणी,
जय मातु! ब्रह्मचारिणी,
Neelam Sharma
तिरंगा
तिरंगा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
द्रौपदी
द्रौपदी
SHAILESH MOHAN
🥀*✍अज्ञानी की*🥀
🥀*✍अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*कैसे हम आज़ाद हैं?*
*कैसे हम आज़ाद हैं?*
Dushyant Kumar
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
💐प्रेम कौतुक-522💐
💐प्रेम कौतुक-522💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"दुखद यादों की पोटली बनाने से किसका भला है
शेखर सिंह
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
Loading...