Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Dec 2019 · 1 min read

ग़ज़ल

मापनी ? २१२२ २१२२ २१२२ २१२
ग़ज़ल ?
गाँव अपना है मगर अब गाँव जैसा कुछ नहीं।
मिल रहा है भाव लेकिन भाव जैसा कुछ नहीं।

मिट गये रिश्ते पुरातन मिट रहे परिवार अब।
घाव दे कहते सभी अब घाव जैसा कुछ नहीं।

घर पुरातन आज खस्ताहाल जाने क्यों हुआ।
पत्धरो से घर बना परवाह जैसा कुछ नहीं।

आज उर में द्वेष का अंबार है ग़ाफ़िल यहाँ।
साथ रहते है सभी परिवार जैसा कुछ नहीं।

दर्द गलियों के सिवा अब जानता ही कौन है।
दर्द में सब जी रहे पर आह जैसा कुछ नहीं।

रस्म रिश्तों को निभाने की बड़ी माकूल है।
दे रहे पैगाम सब पैगाम जैसा कुछ नहीं।

कह रहे सब साथ रहना भी जरूरी है सचिन।
साथ तो रहते मगर अब साथ जैसा कुछ नहीं।
✍️पं.सचिन शुक्ल ‘सचिन’

2 Likes · 2 Comments · 211 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
✍️फिर वही आ गये...
✍️फिर वही आ गये...
'अशांत' शेखर
दिल से जाना
दिल से जाना
Sangeeta Beniwal
बारिश
बारिश
Punam Pande
2832. *पूर्णिका*
2832. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रंगीन हुए जा रहे हैं
रंगीन हुए जा रहे हैं
हिमांशु Kulshrestha
औरतें नदी की तरह होतीं हैं। दो किनारों के बीच बहतीं हुईं। कि
औरतें नदी की तरह होतीं हैं। दो किनारों के बीच बहतीं हुईं। कि
पूर्वार्थ
जिस दिन कविता से लोगों के,
जिस दिन कविता से लोगों के,
जगदीश शर्मा सहज
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
Jitendra Chhonkar
बिन बोले ही हो गई, मन  से  मन  की  बात ।
बिन बोले ही हो गई, मन से मन की बात ।
sushil sarna
कहीं चीखें मौहब्बत की सुनाई देंगी तुमको ।
कहीं चीखें मौहब्बत की सुनाई देंगी तुमको ।
Phool gufran
"अगर हो वक़्त अच्छा तो सभी अपने हुआ करते
आर.एस. 'प्रीतम'
7-सूरज भी डूबता है सरे-शाम देखिए
7-सूरज भी डूबता है सरे-शाम देखिए
Ajay Kumar Vimal
#शीर्षक- 55 वर्ष, बचपन का पंखा
#शीर्षक- 55 वर्ष, बचपन का पंखा
Anil chobisa
चुप रहो
चुप रहो
Sûrëkhâ
मैं महकती यादों का गुलदस्ता रखता हूँ
मैं महकती यादों का गुलदस्ता रखता हूँ
VINOD CHAUHAN
क्रोटन
क्रोटन
Madhavi Srivastava
"शहर की याद"
Dr. Kishan tandon kranti
नीम करोरी वारे बाबा की, महिमा बडी अनन्त।
नीम करोरी वारे बाबा की, महिमा बडी अनन्त।
Omprakash Sharma
ज्ञानवान  दुर्जन  लगे, करो  न सङ्ग निवास।
ज्ञानवान दुर्जन लगे, करो न सङ्ग निवास।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जग जननी है जीवनदायनी
जग जननी है जीवनदायनी
Buddha Prakash
प्रेम एक अध्यात्म नदी – पाँच दृश्य
प्रेम एक अध्यात्म नदी – पाँच दृश्य
Awadhesh Singh
चलती जग में लेखनी, करती रही कमाल(कुंडलिया)
चलती जग में लेखनी, करती रही कमाल(कुंडलिया)
Ravi Prakash
रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
रानी लक्ष्मीबाई का मेरे स्वप्न में आकर मुझे राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करना ......(निबंध) सर्वाधिकार सुरक्षित
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
कौन उठाये मेरी नाकामयाबी का जिम्मा..!!
कौन उठाये मेरी नाकामयाबी का जिम्मा..!!
Ravi Betulwala
■ नंगे नवाब, किले में घर।।😊
■ नंगे नवाब, किले में घर।।😊
*प्रणय प्रभात*
आंखों में
आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
ढलता सूरज गहराती लालिमा देती यही संदेश
ढलता सूरज गहराती लालिमा देती यही संदेश
Neerja Sharma
घाव बहुत पुराना है
घाव बहुत पुराना है
Atul "Krishn"
कलेक्टर से भेंट
कलेक्टर से भेंट
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मन बैठ मेरे पास पल भर,शांति से विश्राम कर
मन बैठ मेरे पास पल भर,शांति से विश्राम कर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...