kumar ashok3 Tag: कविता 57 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read एक ही नारा 10 फ़रवरी दिल्ली मंगोल पूरी की घटना कल्पना से परे क्या अंकित शर्मा के बाद अब रिंकू शर्मा की ये ह्त्या क्या यही साबित नहीं करती की सच मे आमिर... Hindi · कविता 1 1 348 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read कागज़ की क़लम से रंग मौसम ख़ुशबू की चर्चा हाथ में पिचकारी ढोलक ढपलियो की तान पे नाचने की तैयारी खुनी रंग लहू का छिटकता देख मानवता का नंगे पाँव पर चलने को दिल... Hindi · कविता 318 Share kumar ashok3 12 Feb 2021 · 1 min read वो तेरी गुफ्तगू वो तेरी गुफ्तगू वो तेरा आँखें लड़ाना मुझे देखकर दुपटटे से यूँ मुँह छुपाना याद आता मुझकों सनम आज भी ये वो तेरा चोरी चोरी छत पे मुझे बुलाना मैं... Hindi · कविता 280 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read यहाँ सड़के भी हो क़ातिलों के नाम पर यहाँ सडक़े भी हो क़ातिलों के नाम पर क्यों विवाद फिर बच्चे के तैमूर नाम पर जहाँ क़ातिलों को सम्मानं दिया जाता है जहां छलकाए लहुँ भरे जाम है जाम... Hindi · कविता 1 1 284 Share kumar ashok3 4 Feb 2021 · 1 min read टूटकर भी सच कंभी कहता नहीं जी हाँ आज अपनी सबको ऐसी पहचान दूँगा कैद में रख जुगनुओं को अंधेरो की जान लूंगा जो भूल गए है प्यार करना जालिम दुनियां में उन सबको प्यार के... Hindi · कविता 1 1 477 Share kumar ashok3 2 Feb 2021 · 1 min read यह मेरे भी कुछ ख़त मोह्हबत क़े नाम यह मेरे भी कुछ ख़त मोह्हबत के नाम ना उसका पता मालूम नाम है गुमनाम यह मेरे भी कुछ ख़त... सूखे गुलाब की पत्तियां याद दिलाती है प्यार में जिंदगी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 47 581 Share kumar ashok3 31 Jan 2021 · 1 min read क्यो खाती देखकर मुझको तू क्यों खाती तू मुझे देखकर भाव प्रिये क्या तेरा नहीं है प्रेम में मेरा चाव प्रिये लोग कहते चेहरे से लगती तू मस्तानी मैं लगता प्रेम में पागल बाजीराव प्रिये... Hindi · कविता 321 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 1 min read शब्द नाग बनकर डस लेते है शब्द नाग बन कर डस लेते समझलो जुबाँ से इतना तो कोई घायल नहीं करता तीरों कमान से कहने को सारा सारा संसार अपना सा लगता है बेपनाह आखँ में... Hindi · कविता 243 Share kumar ashok3 29 Jan 2021 · 2 min read शोक पथ पे ये अशोक महान जा अशोक सम्राट का जवाब की क्यों वो अखण्ड भारत छोड़ के चला गया एक बार फिर से अशोक बनकर कोशिश माँ भारती का बेटा बनकर मिला मुझकों बहुत प्यार पर... Hindi · कविता 196 Share kumar ashok3 26 Jan 2021 · 1 min read बुझे मेरे नैनो की प्यास आप सभी मित्रों को भारतीय गणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभ कामना हमदर्द दिल्ली से बात दिल की दिल से दिल में कुछ अपने ये फ़ांस है स्वतन्त्र हुए थे हम... Hindi · कविता 1 346 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read जाने क्यो हम कवियों का जाने क्यों हम कवियों का ऐसा काम नहीं होता बगल में छुरी रख मुंह में तो राम राम नहीं होता महफूज रखते है अपना वतन अपनी कलम से वतन बेच... Hindi · कविता 329 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read दिल मे आग लगी सोचा उससे मिलकर पूछूँगा कहा ये बाग़ लगी खंजर बोये थे पर ये ,तो सरसों की साग है लगी आँखों पर चश्मा था तो हरा हरा ही दिखता था पर... Hindi · कविता 271 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read रोता हूँ भारत मां के लिये मेरे गीत गज़लों में मेरी इतनी तो शान देखिये रोता हूँ भारत माँ के लिये मुझे परेशान देखिये अब नहीं आती कभी सपनों में किसी के माता टुकडों में बंटा... Hindi · कविता 1 249 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 2 min read कान खोल सुन लो मोदी जी कान खोल सुनलो मोदी जी इतनी बात खत्म कर डालो राजनीति जात ओ पात राम देव बाबा फिर से नहीं आएंगे रे यार पेट हिला देने वाले ने हिला डाली... Hindi · कविता 381 Share kumar ashok3 19 Jan 2021 · 1 min read फोन मत काटना केजरीवाल बोल रहा हूं हाँ जी मैँ 10 रुपये की बस टिकट फ्री करके के चुनाव की टिकट 10 करोड़ की बोली बोल रहा हूँ. फोन मत काटना मैं महापुरुष केजरीवाल बोल रहा हूं...... Hindi · कविता 420 Share kumar ashok3 18 Jan 2021 · 1 min read कैसे कहे कितने कैसे कहें कितने मजबूर हुए है हम बेरोजगार नीचता की हद से भी निचे गिरा अपना किरदार आईना देखते ही शर्मिंदा करने लगा हमें मियां मौत से पहले जिस्म छोड़... Hindi · कविता 283 Share kumar ashok3 18 Jan 2021 · 1 min read कैसे कहें कितने मजबूर कैसे कहें कितने मजबूर हुए है हम बेरोजगार नीचता की हद से भी निचे गिरा अपना किरदार आईना देखते ही शर्मिंदा करने लगा हमें मियां मौत से पहले जिस्म छोड़... Hindi · कविता 280 Share kumar ashok3 18 Jan 2021 · 1 min read आज मेरी बदतमीज़ी भरी जुबां आज मेरी बदतमीजी भरी जुबान देखिये टुकड़ों में सही भारत की आन बान देखिये दुनियाँ भर को पंचशील का पाठ पढ़ाने वाले भारत में दबे दबे कुछ मध्यवर्गी इंसान देखिये... Hindi · कविता 219 Share kumar ashok3 18 Jan 2021 · 1 min read मेरी क़लम तू अंगार मेरी क़लम तू अंगार लिखेगी पत्थरबाजों को गद्दार लिखेगी भागों गद्दारो हमारे आगे आगे पेलेटगन से गोली चलेगी आगे शाबाश मेजर लो हमसे शाबाश जीप पर बांधो रोज नए बदमाश... Hindi · कविता 232 Share kumar ashok3 18 Jan 2021 · 1 min read हम कवि न जाने क्यो ये हम कवि ना जाने क्यों ये काम कर देते है आम के आम गुठलियों के दाम कर देते हैं पीते एक घूँट नहीं है हलक से अपनी पर महफ़िलों में... Hindi · कविता 258 Share kumar ashok3 18 Jan 2021 · 2 min read घोड़े का जिक्र आते ही घोड़े का जिक्र आते राणा प्रताप का चेतक याद आता है वैसे ही गधे का जिक्र आते ही कौन तुमको याद आता है एक हिंट देता तुमको गौर फरमाइए जरा... Hindi · कविता 244 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read अश्कों के मोती एक शेर के साथ ये मेरा नहीं है लेकिन खत लिखते रहें फाड़ते रहे पर भेजते तक नहीं कोई भी नाम देदो इस दीवानगी को तुम जरा *******×**************************** यादें तेरी... Hindi · कविता 2 459 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read मेरी तरफ से जय श्री राम निकला जब जब साँस में उसका नाम निकला मेरी तरफ से तो जय श्री राम निकला ईद बनालो गले मिलकर सब साथियों अब यह चाँद रोज सरेबाम आ निकला इतना कठिन... Hindi · कविता 1 422 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read मत बांधो सरहदे मेरी मत बाँधों सरहदें मेरी, मुझे पसंद है ऊँची उड़ान अपना तो कोई धर्म नही ,कैसा फिर कोई भगवाँ * मस्त जिंदगी हो खुशियों भरी और हसीं ख्याल गुमसुम जिंदगी को... Hindi · कविता 1 439 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read लाल हिन्दू हरा मुस्लमान लाल हिन्दू हरा मुसलमान देखिये आज मेरी महजबी जुबान देखिये मानवता को रखा अपने पांव तले इंसानियत को रोंद्ता इंसान देखिये हर पल कांटें बिछाता राहों मेँ सबके गुनाह की... Hindi · कविता 1 1 374 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read एक रविवार जिंदगी में काश कि कोई हमकों भी समझ पाए एक रविवार जिंदगी में हमें दिलवाए प्रेम प्यार से कोई हमारा सम्मान करें कुछ हमारी सुने कुछ अपनी कह पाए कोई तो बने... Hindi · कविता 1 368 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read हमको अपनी बेटियो में दिखता हिंदुस्तान हम भारत माँ के लाल कैसे सह लेंगे अपमान हमकों अपनी बेटियों में भी दिखता हिंदुस्तान यादें कहती हमकों की चितौड़ हमारा सदा से पंजाबी शौर्य गाथा गाते गुरु गोविंद... Hindi · कविता 1 255 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read ए काली रात ए काली रात तुझे जुगनू बन अपनी कीमत बता देंगे मुमकिन नहीं खतां होना हमसे ये हकीकत बता देंगे तू जिंदा है हम जैसे दिलवालों की वजह से सुनले खुद... Hindi · कविता 1 292 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read क्यो ले वो अवतार हिन्दू इस चाय पर चर्चाओं की चर्चा यही जनाब कि हम साले मक्कार पैदावार हुए है क्या हिन्दू,? क्यों ना झुकेगी फ़िर तुम्हारी ये सरकार हिन्दू? जय चन्द अम्बी को कैसे... Hindi · कविता 1 287 Share kumar ashok3 17 Jan 2021 · 1 min read जो वंदे मातरम गा नहीं सकते जिसको मेरा हिन्द पसन्द नहीं, वो साला गद्दार है जो बंदेमातरम गा नहीं सकते ,वो सुवर मक्कार है जो देते इनका साथ उनके लिये कह दें हम कवि खाते इस... Hindi · कविता 1 241 Share kumar ashok3 16 Jan 2021 · 1 min read ऐ जिंदगी तू ज्ञानज्योति का ऐ जिंदगी तू ज्ञानज्योति का आधार बनाना कसम तुझे मेरी जिंन्दगी से अंधकार मिटाना अब मुझे खुद का पता नहीं रहता बेखुदी में गुमसुम सा हो चला हूँ तू मुझको... Hindi · कविता 1 250 Share kumar ashok3 15 Jan 2021 · 2 min read यूँ ही नहीं कहलाती मेरे भारत माँ की यूँ ही नहीं कहलाती मेरे भारत माँ की जज़्बाती बेटियाँ सुनी कोख़ ना रह जाए वीरता के बीज बो जाती बेटियाँ ******************************************* कभी उषा बनकर पीटी करवाती है बेटियां -----------------------------------------------------... Hindi · कविता 238 Share kumar ashok3 14 Jan 2021 · 2 min read गौर से देंखो हम है यहाँ के थानेदार अपने सभी पुलिस इंस्प्केटर दोस्तों के लिखी मेरी यह शानदार काविता उनकी देशभक्ति को प्रकट करने के लिये उनको मेरी अशोक सपड़ा की तरफ से समर्पित गौर से देखों जरा... Hindi · कविता 1 1 586 Share kumar ashok3 13 Jan 2021 · 2 min read पूछ रही थी बेटी पुछ रही थी बेटी,पपा क्या नहीं हमकों जीनेका अधिकार जवाब देना तुम हमें पपा,बनकर अधिकरी तुम सज्जनार कब तक गुड़िया ,निर्भया,प्रियंका इस कदर मारी जाएंगी कब तक देश की बेटियां... Hindi · कविता 2 3 579 Share kumar ashok3 13 Jan 2021 · 1 min read कवियों के सर का वरदान है हिंदी माँ भारती के गीतों का गान है हिंदी भरत से हुये भारत की शान है हिंदी वीरों की जननी कहलाई भारत भू माँ मीरा के घुंघुरू की बान है हिंदी... Hindi · कविता 1 447 Share kumar ashok3 13 Jan 2021 · 1 min read पद्मिनी के जौहर की बात न पूछना हमसे हमारे आज ख्यालात ना पूछना कहाँ से करेंगे हम शुरुआत ना पूछना जलते लाहौर पर गांधी को चिंता थी पर पाक कितना बदजात ना पूछना हमारी बेटियाँ भी कर... Hindi · कविता 1 625 Share kumar ashok3 13 Jan 2021 · 1 min read राम ने जला डाली मथुरा यहाँ करना अखण्ड भारत का सपना तुझे ही अब कवि अशोक साकार है इस राजनीति की नीति में नैतिकता की हर एक परिभाषा स्वीकार है विश्वासो का यहाँ कत्ल हुआ इस... Hindi · कविता 1 372 Share kumar ashok3 13 Jan 2021 · 1 min read साक्षी बना मौन रहकर पालघर ईश्वर भी मुआफ़ नहीं करेगा, है उसकी सब पे नज़र निर्दोषों की हत्या का साक्षी बना मौन रह के पालघर काश इन जोगियों के लिए बैठ जाये योगी आ कोई... Hindi · कविता 440 Share kumar ashok3 13 Jan 2021 · 1 min read भयानक आई कोरोना बीमारी भयानक आई है कोरोना बीमारी छुआछूत से भरी हुई ये महामारी दिखावा करना बंद करो तुम सब नियमो का पालन करो तुम यारी व्रत लो कि इस नवरात्रि में ये... Hindi · कविता 257 Share kumar ashok3 12 Jan 2021 · 2 min read भारत माता का दर्द भारत माता का दर्द मेरी माँ भारती फिर से मेरे सपनों में आने लगी मीठी लोरी सुना वीरों की कहानी सुनाने लगी कैसे हुए थे गुलाम हम अपनी मानसिकता के... Hindi · कविता 1 1 329 Share kumar ashok3 12 Jan 2021 · 2 min read तू देश का सिपाही है तो मैं क़लम को हथियार मेरी आज की कविता हमारी इंडियन आर्मी को मेरा सेल्यूट है सलाम उन नोजवानो को जो हमारे देश की रक्षा करते हुए अपनी जान की भी परवाह नहीं करते और... Hindi · कविता 267 Share kumar ashok3 12 Jan 2021 · 2 min read आरती भारत माता ,आज तू माते क्यो तू खो गई है आज तू माते क्यो तू खो गई है राजनिति से हार क्या सो गई है। आरती भारत माता जय भारत माता मैय्या जय भारत माता हिन्द की जननी तू, माँ... Hindi · कविता 270 Share kumar ashok3 11 Jan 2021 · 1 min read बिल्लू पिंकी बबलू बंटी बबली सब देना क्षमा चाहता हूँ मैं इस अपराध के लिए बच्चे चाहता हज़ार इस स्वार्थ के लिए जीवन पथ पर फूल काटें दोनो मिलेंगे बना गर मेरे कारण जो विषाद के लिए... Hindi · कविता 1 270 Share kumar ashok3 11 Jan 2021 · 1 min read अब के बरस नए साल में तू कुटिल जीवन की राहें देख हमसफ़िर होजा हे भारतीय आदर्श नारी मेरी तक़दीर होजा वाम अंग में बैठाकर तुझे सम्मानित करूँगा मेरे धर्म अर्थ काम मोक्ष की तू तस्वीर होजा... Hindi · कविता 313 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 2 min read कविता गिद्ध और चिड़िया गिद्ध और चिड़िया ;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;; पूछा जो उनसे 'अब किधर 'कहा जा रहे हो भाई गिद्धे क्यों :मुझको इतना सता रहे हो रोती बिलखती बहन चिडीया छोड़ जा रहे हो क्या... Hindi · कविता · बाल कविता 408 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read भिगो रही बरसात मगर भीगो रही बरसात मगर जल रहे है हम आकर जरा तू देख तो ले ओ मेरे सनम विरहा की आग में जल रहा भीगा बदन तेरे लिए आज मेरी आँखें... Hindi · कविता 185 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read सुन चंद अब तू कभी मत होना उदास सुन चाँद तू आज अब मत होना कभी उदास सूरज से लडवाने को जुगनुओं को लाया खास बहुत जुल्म सहा है तूने उस घमण्डी सूरज का अब कभी नहीं पीना... Hindi · कविता 196 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read आये है आपकी महफिल में आये है आपकी महफिल में आँखो में पानी लेकर अपने वतन की खामोश सच्ची एक कहानी लेकर उसकी शौख निगाहें रोज मुझ पर दाग देती सवाल राहें मोहब्बत में ले... Hindi · कविता 243 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read दर्पण को देख देखकर राधे दर्पण को देख देखकर राधे मत किया कर श्रृंगार तेरी सुंदरता देख मैं भूल बैठा अपने तीज त्यौहार रोज अरमानों की महफ़िल में छलकता ये पैमाना मेरी प्यासी निगाहों को... Hindi · कविता 1 442 Share kumar ashok3 10 Jan 2021 · 1 min read कविता तेरी ख़बर न पाकर दिल हाँ पहली बार देखा जब तुम्हे ढा गई तू क़यामत प्रिये मुझे अर्धविराम सा आधा कर गई कर कर घात प्रिये दर्द साझा करने की इस दिल ने कहा तुझसे... Hindi · कविता 522 Share Page 1 Next