Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2021 · 1 min read

एक ही नारा

10 फ़रवरी दिल्ली मंगोल पूरी की घटना कल्पना से परे क्या अंकित शर्मा के बाद अब रिंकू शर्मा की ये ह्त्या क्या यही साबित नहीं करती की सच मे आमिर खान और शाहरुख नासिर सब को ये देश छोड़ देना चाहिए तो पेश है मेरी ये अशोक सपड़ा कि दिल्ली से ये कविता किसी भी तरह की आप सब से शेयर करने की कोई भी फ़रियाद करने की भीख न माँगते हुए

एक ही नारा आखरी नारा मुँह से निकले जय श्री राम
कब फाँसी चढ़ेंगे जाहिद, मेहताब, दानिश औ इस्लाम

क्या कुसूर था आज ये देश यही पूछ रहा है हम सबसे
क्या न्याय मिल पायेगा रिंकू शर्मा को केजरी के धाम

या फ़िर से अंकित शर्मा की तरह आवाज़ दब जायेगी
या इंतजार अभी और चाकू लगने वालों के मिले नाम

मैं कोई बड़ा कवि नहीं जो न्याय मांगू दिल्ली दरबार से
मै तो कवि हमदर्द ठहरा नाम बड़े कवियों में है गुमनाम

बताओ मोदीजी कब न्याय होगा क्या इंतजार करें हम
क्या योगी जी से न्याय मांगे जाकर के हम उनके गाम

बस एक बात बतला दो माननीय न्यायालय वालो तुम
कौन सा दिन होगा न्याय होगा कौन सी होगी वो शाम

या गाडी पलटी जाएगी या एनकाउंटर हो जाएगा बस
या फाँसी चढ़ेंगे जाहिद, मेहताब, दानिश और इस्लाम

या फांसी चढ़ेंगे

अशोक सपड़ा हमदर्द दिल्ली से

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 299 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मिली जिस काल आजादी, हुआ दिल चाक भारत का।
मिली जिस काल आजादी, हुआ दिल चाक भारत का।
डॉ.सीमा अग्रवाल
24-खुद के लहू से सींच के पैदा करूँ अनाज
24-खुद के लहू से सींच के पैदा करूँ अनाज
Ajay Kumar Vimal
नन्हीं परी आई है
नन्हीं परी आई है
Mukesh Kumar Sonkar
ए'लान - ए - जंग
ए'लान - ए - जंग
Shyam Sundar Subramanian
तेरी उल्फत के वो नज़ारे हमने भी बहुत देखें हैं,
तेरी उल्फत के वो नज़ारे हमने भी बहुत देखें हैं,
manjula chauhan
■ शर्म भी कर लो छुटभैयों!!
■ शर्म भी कर लो छुटभैयों!!
*Author प्रणय प्रभात*
चंचल पंक्तियाँ
चंचल पंक्तियाँ
Saransh Singh 'Priyam'
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बहुमूल्य जीवन और युवा पीढ़ी
बहुमूल्य जीवन और युवा पीढ़ी
Gaurav Sony
*जिंदगी-नौका बिना पतवार है ( हिंदी गजल/गीतिका )*
*जिंदगी-नौका बिना पतवार है ( हिंदी गजल/गीतिका )*
Ravi Prakash
धैर्य वह सम्पत्ति है जो जितनी अधिक आपके पास होगी आप उतने ही
धैर्य वह सम्पत्ति है जो जितनी अधिक आपके पास होगी आप उतने ही
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
अभागा
अभागा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
जीने की राह
जीने की राह
Madhavi Srivastava
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
SHAMA PARVEEN
समसामायिक दोहे
समसामायिक दोहे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
नींद आने की
नींद आने की
हिमांशु Kulshrestha
दुनिया मेरे हिसाब से, छोटी थी
दुनिया मेरे हिसाब से, छोटी थी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हर एकपल तेरी दया से माँ
हर एकपल तेरी दया से माँ
Basant Bhagawan Roy
अब तो इस वुज़ूद से नफ़रत होने लगी मुझे।
अब तो इस वुज़ूद से नफ़रत होने लगी मुझे।
Phool gufran
क्या है मोहब्बत??
क्या है मोहब्बत??
Skanda Joshi
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पत्नी से अधिक पुरुष के चरित्र का ज्ञान
पत्नी से अधिक पुरुष के चरित्र का ज्ञान
शेखर सिंह
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
★मां ★
★मां ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Tum to kahte the sath nibhaoge , tufano me bhi
Tum to kahte the sath nibhaoge , tufano me bhi
Sakshi Tripathi
*सच्चे  गोंड और शुभचिंतक लोग...*
*सच्चे गोंड और शुभचिंतक लोग...*
नेताम आर सी
दिहाड़ी मजदूर
दिहाड़ी मजदूर
Satish Srijan
तुम बिन आवे ना मोय निंदिया
तुम बिन आवे ना मोय निंदिया
Ram Krishan Rastogi
मैं तो महज पहचान हूँ
मैं तो महज पहचान हूँ
VINOD CHAUHAN
मैं उसे अनायास याद आ जाऊंगा
मैं उसे अनायास याद आ जाऊंगा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Loading...