अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 413 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Dec 2020 · 1 min read कोरोना"एक नवगीत विधा-नवगीत रस-हास्य शीर्षक:कोरोना ************ नाम मे'रा तो कोरोना है,अपना भी तुम बतलाओ। मिलना हो तो मिलो प्रेम से,घर से तो बाहर आओ।। ****************** जीवन के सारे झंझट से, मुक्त तुम्हें... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 17 309 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 10 Feb 2021 · 1 min read गौरी गंगा बीच में गौरी गंगा बीच में,करती है अब योग। किस विधि अब उसके कटें,छूटें सारे रोग।। छूटें सारे रोग, हुई जो मन से घायल। छोड़ दिया सब साज,तजे हैं बिंदिया पायल।। कहै... Hindi · कुण्डलिया 5 7 255 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 11 Feb 2021 · 1 min read चाकलेट दिवस पर बाल कविता चाकलेट दिवस पर मंच के समक्ष संप्रेषित एक बाल रचना *भाईयों का प्रेम* ?❤️? रानू शानू थे दो भाई। दोनों में हो गयी लड़ाई।। लगे चलाने जूते चप्पल। अक्ल बहुत... Hindi · कविता 5 2 225 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 21 Jul 2020 · 1 min read एक विरह गीत देखें सावन का एक विरह गीत ये सावन बीता जाये रे,मेरा मन घबराये रे। घुमड़ घुमड़ कर कारी बदरी, मुझको बहुत सताये रे।। विरहन तड़प रही मैं बनकर आयेंगे साजन... Hindi · गीत 4 2 226 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Dec 2020 · 1 min read किसान/कृषक विषयःकिसान **************** ऊबड़ खाबड़ धरती पर जो ,फूलों की खेती करते हैं। जेठ दुपहरी माघ शीत में, खेतों में पानी भरते हैं। फसल उगाते,राष्ट्र बनाते, कहते उन्हें अन्नदाता सब ।... Hindi · मुक्तक 4 3 433 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Dec 2020 · 1 min read मावस का अंधियारा छंटकर बुरा वक्त भी ढल जाता है, सोच अगर अच्छी होती। फसल वही होती खेतों में,जो दुनिया उसमें बोती।। धैर्य अगर खोया इस पल तो, बहुत पड़ेगा पछताना। संयम जिसने तजा... Hindi · मुक्तक 4 1 318 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 5 Feb 2021 · 1 min read सजी धजी है आज,धरा को देखो मंच को नमन ? छंद-हंसगति(मापनी मुक्त) विधा-गीतिका ११,९ पर यति यति से पूर्व व पश्चात त्रिकल अनिवार्य चरणांत-दीर्घ वाचिक सजी धजी है आज,धरा को देखो। पीत बसन हैं गात,धरा को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 216 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 22 Apr 2021 · 1 min read चीर हरण *चीर हरण* सार छंद १६+१२ दुर्योधन ने दासी कहकर, कडुवे वचन सुनाये। जंघा पर इसको बिठलाओ, सुनकर सब शरमाये। वस्त्र हीन इसको कर डालो, कर्कश शब्द ढहाए। मूक हुए दर्शक... Hindi · कविता 4 608 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 7 May 2021 · 1 min read जीत गई बंगाल ६/५/२०२१ बंगाल चुनाव के बाद का दृश्य हारी खुद तो वह मगर , जीत गई बंगाल। आपे में अब है नहीं,ठोक रही है ताल। ठोक रही है ताल,भेजकर घर घर... Hindi · कुण्डलिया 4 231 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 11 Aug 2021 · 1 min read आधी आजादी मिली आधी आजादी मिली,आधी अब भी शेष। कुछ के तन पर है कनक, मलिन बहुत के भेष।। मलिन बहुत के भेष,सड़क पर सोते निश दिन । काटें दिन अरु रात,जमीं पर... Hindi · कुण्डलिया 4 251 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 8 Jul 2020 · 1 min read वर्तमान परिपेक्ष्य मेंं देश की परिस्थितियों पर एक छंद हमारे देश की देखो /दशा अब आम जन जन की। कहाँ है न्याय की धारा /गयी अब सूख जल घनकी। नहीं सम्मान अब बाकी... Hindi · कविता 3 1 218 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 28 Jul 2020 · 1 min read तिरंगा झंडा ?????????????????????? तीन रॅग का ये तिरंगा ही हमारी शान है। इस तिरंगे की जगत में भी अलग पहचान है। झुक न पाया ये कभी भी दुश्मनों के बीच में, सरहदों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 519 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 29 Jul 2020 · 1 min read दोहेे*शिव की कर आराधना* ?️?️ ?????????????? ?दोहा सृजन ? ****************************** ?प्रयोगपूर्ति-सावन,पावन,कुटिल,सरल शब्द-सावन मनभावन सावन हुआ,सुन गौरी के बैन। नैनों से नैना मिले,हिय को आया चैन।।(१) शब्द-पावन रोम रोम में है बसा,सावन का मधुमास। शिव... Hindi · दोहा 3 2 322 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Dec 2020 · 16 min read मुक्तक 28/10/2- #मुक्तक (१) विश्व में दो जगह चल रहे युद्ध के परिप्रेक्ष्य में ************************************ छंद आधार -आनंदवर्धक २१२२ २१२२ २१२ विश्व में संग्राम रुकना चाहिए। दिल किसी का अब न... Hindi · मुक्तक 3 2 1k Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 9 Jan 2021 · 1 min read बाल-गीत*चिड़िया रानी* मंच के समक्ष संप्रेषित है एक बाल रचना ?❤️? चिड़िया रानी चिड़िया रानी। सबसे प्यारी चिड़िया रानी।। ********************* चीं चीं चीं चीं सुर में गाती। मन को मेरे बहुत लुभाती।।... Hindi · गीत 3 2 548 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Jan 2021 · 1 min read युवा विवेकानंद युवाओं के प्रेरणास्त्रोत स्वामी विवेकानंद जी की जयंती १२/१/२०२१ पर एक कुंडलियां छंद निवेदित ? दुनिया में अनुपम दिखे,युवा विवेकानंद। पीछे-पीछे हो लिए, नर औ नारी वृंद। नर औ नारी... Hindi · कुण्डलिया 3 255 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 19 Feb 2021 · 1 min read बेवफा बेवजह मत गिला कीजिए। २१२ २१२ २१२ २१२ बेवफा बेवजह मत गिला कीजिए। एक कारण हमें भी बता दीजिए। हुश्न पाकर कभी मत करो तुम गुमां, प्यार का जज्ब थोड़ा सा पी लीजिए। हुश्न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 206 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 21 Feb 2021 · 1 min read पानी बूंद बचाइए पानी बूंद बचाइए, रखिए इसे सॅभाल। वरना आगे वक्त में,होगा विकट अकाल। वृक्ष धरोहर सृष्टि की, वृद्धि करें खुद आप। दुनिया दे आशीष तब, मिटे रोग संताप। दोहन को रोको... Hindi · दोहा 3 363 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 5 Mar 2021 · 1 min read कब आयेंगे अच्छे दिन विधा:-गीत कब आयेंगे अच्छे दिन, कब होगा नया सवेरा। बागों में कोयल कूकेगी, खगवृंदद करेंगे डेरा। ********************************** पीपल की छॉवोंके नीचे, काका ताज़ी सॉस भरेंगे। नगरों के चौराहों पर- कब... Hindi · गीत 3 1 420 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 6 Mar 2021 · 1 min read तन को कीजै साफ सभी मित्रों को सुप्रभात संग दोहे संप्रेषित है ? सुबह सुबह सब लीजिए, मां अंबे का नाम। मन में दृढ विश्वास रख,कीजै अपने काम। काज सफल होवें सहज,जो करता नित... Hindi · दोहा 3 223 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 13 Mar 2021 · 1 min read नागों की क्या बात करें ???? देखें व्यंग एक गीतिका के माध्यम से ???? ????? नागों की क्या बात करें हम,जब इंसां ख़ुद बिषधर हो। पापों की क्या बात करें अब,जब पापी ही सहचर हो।।(१)... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 475 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 6 Apr 2021 · 1 min read मदिरालय आबाद हैं विषय केंद्रित शब्द- मदिरा /वाइन/हाला कुंडलिया छंद देखें एक कुंडलियां छंद ?????? मदिरालय आबाद हैं,रौनक है चहुं ओर। दूरी सामाजिक यहां, दिखती है बेगौर।। दिखती है बेगौर, तोड़ते देखो लाइन।... Hindi · कुण्डलिया 3 247 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 10 Apr 2021 · 1 min read जिंदगी प्यार का एक अहसास है। २१२ २१२ २१२ २१२ जिंदगी प्यार का एक अहसास है। हर घड़ी इक नयी भोर की आस है। खार-कांटे बहुत राह-पथ में मगर, जीस्त हर पल रुचिर फूल की वास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 261 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 8 May 2021 · 1 min read हर साल जलाया रावण को ,(१) हर साल जलाया रावण को,पर क्या रावण जल पाया है। सोने की लंका जली मगर,क्या पाप कर्म जल पाया है। हर रोज अपहरण होते हैं,जाने कितनी बालाओं के, पावन... Hindi · कविता 3 266 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 29 May 2021 · 1 min read घुट रही है सांस पल -पल छंद-मनोरम (मात्रिक,मापनीयुक्त) २१२२ २१२२ घुट रही है सांस पल -पल । दिख रहा नहिं कोई' निश्छल।(१) हर जगह मेला लगा है, मिल रहा ना शुद्ध भी जल।(२) प्राण वायू की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 283 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 2 Jun 2021 · 1 min read है ये मौसम हंसी और मैं भी जवां विधा-गीतिका छंद-स्रग्विणी वाचिक (मापनी युक्त) मापनी २१२ २१२ २१२ २१२ समांत-आ पदांत-दो पिया मेरे केशों में गजरा सजा दो पिया। मेरे सीने में इक लौ जगा दो पिया।।(१) प्यार पाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 414 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 19 Jun 2021 · 1 min read विष्णु आते न अवतार में। महालक्ष्मी छंद (वाचिक) २१२ २१२ २१२ झूठ होता न आचार में। कष्ट होता न संसार में।। अर्थ की यदि न होती ललक होड़़ होती न व्यवहार में। प्रीति होती जहां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 240 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 2 Nov 2021 · 1 min read भूले से भी तुम मत आना भारत में गिरधारी भूले से भी तुम मत आना , भारत में गिरधारी। सच कहता हूँ गिरिवर नागर, इस बार पड़ेगी भारी। दूध -दही माखन है नकली , नकली दुनिया सारी , भूले... Hindi · कविता 3 1 230 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 9 Jan 2022 · 1 min read पाप का संहार करने राम रावण रण हुआ था। २१२२ २१२२ २१२२ २१२२ पाप का संहार करने राम रावण रण हुआ था। वक्त ऐसा कब रहा है जब न तिलभर छल हुआ था।। ***************************** छद्मवेशी छल रहे हैं संत... Hindi · गीत 3 1 250 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 23 Jan 2022 · 1 min read कुर्सी मैया"वंदना" हास्य-व्यंग्य गीत ************ कुर्सी मैया की वंदना! हे कुर्सी मैया तुम फिर से, मेरा बेड़ा पार करो। देकर मुझको फिर से कुर्सी,मेरे घर धन-धान्य भरो।। *************************************** पांच साल तक सुख... Hindi · गीत 3 4 436 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 5 Jun 2022 · 1 min read विश्व पर्यावरण दिवस ५जून नमन सजल नागरी मंच 🙏 रविवार ५ जून २०२२ 🙏💐🙏 🌳विश्व पर्यावरण दिवस🌲 पर सभी को शुभमंगलकामनाएं💐 विश्व दिवस पर्यावरण, करें एक संकल्प। पौधारोपण अब करें,कर्म करें यह अल्प।।(१) वृक्ष... Hindi · दोहा 3 324 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Jun 2022 · 1 min read आग लगाकर हाथ सेंकते,उन लोगों से दूर रहो कविता लोक गीतिका समारोह- 364, दिनांक-१८/६/२०२२ आधार- लावणी(चौपाई+मानव छन्द) मापनीमुक्त मात्रिक विधान -30 मात्रा ,16 ,14 पर यति ,अंत में वाचिक गा समान्त-ओं, पदान्त-से दूर रहो ,================================== आग लगाकर हाथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 301 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 19 Jun 2022 · 1 min read कौन बड़ा चमचा है गीतिका समारोह - 364 शनिवार, दिनांक - 18/06/2022 आधार छंद -लावणी चौ+मा16+14 समांत -आते पदांत -हो ------------------------------------------ अग्निपथ योजना के विरोध में की जा रही हिंसा व एक राजनैतिक पार्टी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 225 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 19 Jun 2022 · 1 min read आज पिता की बारी है पितृदिवस की सभी पिताओं को हार्दिक बधाई व अनंत शुभकामनाएं 💐🌹❤️ लिखा बहुत कुछ मां के ऊपर,आज पिता की भी बारी है। कहीं नहीं कम कर्ज पिता का,चाहे अव्वल महतारी... Hindi · गीत 3 1 186 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 26 Jul 2022 · 1 min read प्रश्न पूछता है यह बच्चा मंच को नमन! 26/7/22 मैंने कैसा कर्म किया है। जो यह मुझको कष्ट दिया है।। मन का निर्मल सीधा सच्चा। प्रश्न पूछता है यह बच्चा।। बतलाओ तुम गलती मेरी। क्यों... Hindi · कविता 3 1 335 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 5 Jul 2020 · 1 min read नारी शक्ति को समर्पित एक रचना उत्कर्ष के ऊंचे सौपान पर बैठी यह नारी है। आज भी असहाय है, बेचारी है।। कोई ममता की देवी कहता है, कोई प्यार की मूर्ति, अथाह संबल है भरी है... Hindi · कविता 2 2 279 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 22 Jul 2020 · 1 min read भक्तों की फरियाद भक्तों की फरियाद को सुनते हैं भगवान। जो मन से सुमिरन करे, करते हैं कल्यान। करते हैं कल्यान,ध्यान उसका नित रखते। देते सब वर दान,धान्य- धन से घर भरते।। कहै'अटल'... Hindi · कुण्डलिया 2 2 330 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 28 Jul 2020 · 1 min read दोहे भक्ति भाव & सर्दी की ठिठुरन गयी ???? सुप्रभात मित्रों ?❤️? गौवर्धन महाराज की, बोलें जय जयकार। गौ माता इस जगत के, जीवन का आधार।। दूध दही माखन मिले, मिलता जैविक खाद। औषधीय गुण हैं बहुत,स्वस्थ रहे... Hindi · दोहा 2 1 406 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Aug 2020 · 1 min read कहां गायब हुए हो तुम कन्हैया लौट अब आओ। १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ कहां गायब हुए हो तुम कन्हैया लौट अब आओ। बिछाए आंख हम बैठै जरा हम पर तरस खाओ। बहुत सा खेल खेला है रचायी रास लीला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 435 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 2 Sep 2020 · 1 min read एक लघु कथा: शीर्षक"ओह" देखें एक लघु कथा ????? शीर्षक:-"ओह" नितिन और नीरज दो जुड़वां भाई थे।नीरज बहुत ही कुशाग्र बुद्धि का था जबकि नितिन पढ़ने में उससे उन्नीस था। लेकिन सामान्य शब्दों में... Hindi · लघु कथा 2 256 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 12 Sep 2020 · 1 min read आज वतन को फिर से प्यारे वर्तमान परिपेक्ष्य में साहित्य मनीषियों के समक्ष सादर संप्रेषित एक नवगीत ????????? आज वतन को फिर से प्यारे,नेता जी की हुंकार मिले। वीर भगत सिंह जैसी वाणी, दोधारी ही तलवार... Hindi · गीत 2 2 563 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 2 Nov 2020 · 1 min read गीत-देखि सूर्य का आभामंडल ०२-११-२०२० आधार छंद : लावणी मात्रा-१६+१४ विधा:गीत देखि सूर्य का आभामंडल, पुलकित उपवन-उपवन है। हरषित हैं खगवृंद सभी अब,और उल्लसित जन -जन है।। ******************************************* भंवरे मंडराते कलियों पर, और तितलियां... Hindi · गीत 2 2 510 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 24 Dec 2020 · 1 min read छोड़कर मन की कलुषता छोड़कर मन की कलुषता आओ इक नवगीत लिख लें। श्वेत अन्त: के पटल पर आओ मधुरिम प्रीत लिख लें।। हर्ष हो उल्लास हो। बात में नित हास हो। तोड़कर जग... Hindi · गीत 2 291 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 24 Dec 2020 · 1 min read जिंदगी बहु काम की छंद-गीतिका विधा-गीतिका (मापनीयुक्त) २१२२ २१२२ २१२२ २१२ कीजिए सुंदर सफर यह जिंदगी बहु काम की। छोड़कर झगड़े सकल अब बात कर निष्काम की।(1) क्यों गंवाता वक्त को ये वक्त तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 457 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 24 Dec 2020 · 4 min read मां शारदे वंदना जय मां शारदे! २१२२ २१२२ २१२२ २१२ मैं करूं आराधना मां,नित्य तेरा ध्यान हो। मैं रहूं तेरी शरण में, ना कभी अभिमान हो। ****************************** तू दिखाए रास्ता उस रास्ते चलता... Hindi · कविता 2 2 823 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 9 Jan 2021 · 1 min read शीत लहर का हुआ आगमन सोमवार, दिनांक - 21/12/2020 मंच को सादर निवेदित मुक्तक :- प्रदत्त छंद - वीर/आल्ह (मापनीयुक्त मात्रिक) विधान - 31 मात्रा, 16,15 पर यति, अंत में गाल अनिवार्य. ( वीर/आल्ह =... Hindi · मुक्तक 2 1 225 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 18 Feb 2021 · 1 min read लेखनी में आज तेरी धार होनी चाहिए छंद: गीतिका विधा: गीतिका बह्र:२१२२ २१२२ २१२२ २१२ दिनांक-६/२/२०२१ लेखनी में आज तेरी धार होनी चाहिए। मूक भाषा हो भले पर सार होनी चाहिए। आइना हर पल दिखाना तुम सदा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 224 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 20 Feb 2021 · 1 min read राम नाम एक दीप आप भी जलाइए। मनहरण घनाक्षरी ८,८,८,७ काल के कपाल पर, भारती के भाल पर, खिल रहा है कमल,आप भी खिलाइए। राम लला हैं मगन, सुवासित है चमन, प्रीति-पुष्प-गंध संग,भक्ति गीत गाइए। हर्षित हुए... Hindi · घनाक्षरी 2 367 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 5 Mar 2021 · 1 min read हमारा मान है नारी हमारी शान है नारी हमारा मान है नारी हमारी शान है नारी। लुटाती प्यार नित अपना वफा की खान है नारी।। भले सीधी सरल लेकिन, बहुत उलझी हुई है वो, धधकती आग का गोला,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 289 Share अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि 5 Mar 2021 · 1 min read भ्रमित किसान अब मनहरण घनाक्षरी८,८,८,७ पाप ताप बढ रहा, प्यार आज घट रहा, कर रहे हैं वैर वो,प्यार को जगाइए। नफरतों के बीज वो,नित रहे हैं आज बो, रोशनी की एक लौ आज... Hindi · घनाक्षरी 2 1 294 Share Page 1 Next