ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 67 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 13 Feb 2023 · 1 min read वो इश्क जो कभी किसी ने न किया होगा वो इश्क जो कभी किसी ने न किया होगा इश्क की कसम वो इश्क हमें तुमसे है Quote Writer 2 178 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 18 Mar 2024 · 1 min read मैं कौन हूँ?मेरा कौन है ?सोच तो मेरे भाई..... बैठे-बैठे मन से एक दिन, एक आवाज आई मैं कौन हूँ ? मेरा कौन है? सोच तो मेरे भाई जो नित्य है, वो मैं हूँ , जो है अनित्य, नही... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 61 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read फिर आओ की तुम्हे पुकारता हूं मैं फिर आओ की तुम्हे पुकारता हूं मैं गिले शिकवों का न अब कभी मौका दूंगा Quote Writer 1 204 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 13 Feb 2023 · 1 min read खत लिखा था पहली बार दे ना पाए कभी खत लिखा था पहली बार दे ना पाए कभी कबूतर को भी मार डाला जमाने की गुलेल ने Quote Writer 1 192 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए उस सावन के इंतजार में कितने पतझड़ बीत गए कह गए थे की इस सावन मिलने आऊंगी Quote Writer 1 307 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 13 Feb 2023 · 1 min read इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना रोना तो दुनिया में आते ही सीख लिया था... Quote Writer 1 194 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 13 Feb 2023 · 1 min read जिंदगी में गम ना हो तो क्या जिंदगी जिंदगी में गम ना हो तो क्या जिंदगी आखिर गुलाब कांटों के बीच ही खिलते है... Hindi · Quote Writer 1 2 178 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 2 Apr 2024 · 2 min read संसार का स्वरूप जब देखता हूं चारों ओर संसार में सभी कुछ ना कुछ संसार से चाहने में लगे है।सभी के मन अशांत है, सभी दौड़ लगा रहे है, यहाँ-वहां की किस ठिकाने... Hindi · लेख 1 78 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 9 Feb 2023 · 1 min read खुद को एक खुली किताब कर... खुद को एक खुली किताब कर अरमानों को दिल सेआजाद कर चाहता है गर सुकून जिंदगी में किस्सा ये आज ही तमाम कर तिल तिल कर घुटता रहेगा यूं दिल... Hindi · ग़ज़ल 1 96 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 2 Feb 2023 · 1 min read दीवाना हूं प्रेम गीत गाता हूं मन के भावों को ,शब्दों में पिरोता हूं कवि हूं ,गागर में सागर डुबोता हूं उड़ता हूं ,कल्पना के अंबर में ऊंचा परिंदा हूं ,पंखों के हौसले आजमाता हूं इश्क... Hindi 1 138 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 30 Apr 2024 · 2 min read पहला प्यार सबक दे गया " पहला प्यार सबक सीखा गया " माँ वो मेरी जिंदगी है माँ, मैं उससे बहुत प्यार करता हूँ । अगर वो मुझे ना मिली तो मैं मर जाऊंगा माँ... Hindi · लघु कथा 23 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 4 Feb 2023 · 1 min read याद में तेरी मेरे मोहन.... याद में तेरी मेरे मोहन नैन बरसते है....... तेरी छवि लखने को दिन रात तरसते है...... एक बार तू दिख जाये अरमान मचलते है.... इतना भी ना तड़पा कि अब... Hindi 52 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 4 Feb 2023 · 1 min read निरखि सखी श्याम छवि.... निरखि सखी श्याम छवि अद्भुत लावण्यमयी हर्षित भयी चकित भयी क्षण में मैं मूर्छित भयी कौन है ये मेघवर्ण मयी दृष्टि निर्निमेष भयी दृग पात्र पान करे रसमाधुरि आनंदमयी लूटी... Hindi 122 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 4 Feb 2023 · 1 min read कुछ भी साथ न जाएगा बंदे.... कुछ भी साथ न जाएगा बन्दे जप ले हरि का नाम रे, भोग में सारी उमर बिताये घूमेगा चौरासी लाख रे, ये मानुष तन दुर्लभतम बन्दे सुर मुनि भी ललचाय... Hindi 85 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 31 Jan 2023 · 1 min read वक्त थम सा गया है... रगों में कतरा कतरा लहू, जम सा गया है , मुसाफिर रुका है या कही, खो सा गया है । चाँद सितारों से रोशन है ,दुनिया सारी ये अमावस में... Hindi 75 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 31 Jan 2023 · 1 min read मैं कौन हूं बैठे-बैठे मन से एक दिन, एक आवाज आई मैं कौन हूं? मेरा कौन है? सोच तो मेरे भाई जो नित्य है, वो मैं हूं, जो है अनित्य, नही मेरा शरीर... Hindi 161 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 7 Apr 2024 · 1 min read संसार का स्वरूप (2) संसार वास्तव में दु:खालय ही है। जों कहते है इसमें सुख भी मिलता है तो वास्तव में वो दु:खो का थोड़ी देर का विराम है उसे ही हम सुख मान... Hindi · लेख 51 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 31 Jan 2023 · 1 min read मातृ-पितृ भक्ति दोहे मात -पिता को कीजिए, उठकर नित्य प्रणाम इनके पदवंदन से ,सफल होते सारे काम माता स्वयं लक्ष्मी ,पिता नारायण समान इनको छोड़ हरी भजे ,कैसे मिले भगवान मात-पिता के चरण... Hindi 204 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 31 Jan 2023 · 1 min read इश्क़ किसे कहते है? फिर छिड़ी बहस, इश्क़, किसे कहते है हो जो मर्ज लाइलाज ,इश्क़ उसे कहते है आग का दरिया हो, या सहरा हो तूफानी जों डूबे हो पार,इश्क़ उसे कहते है... Hindi 221 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 10 Apr 2024 · 2 min read संसार का स्वरूप(3) ये मानव देह भी संसार ही है।संसार के अंतर्गत वे सभी आ जाते है जो नाशवान है।ये देह भी नाशवान है अतः देह और संसार दोनो नश्वर है। हमें जो... Hindi · लेख 50 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 31 Jan 2023 · 1 min read कुछ अगर- मगर, कुछ काश में रहे कुछ अगर- मगर, कुछ काश में रहे कुछ लोग जिंदगी से नाराज ही रहे मिला जिंदगी से जो, कद्र नहीं की ना मिला उसी की, फिराक में रहे करते रहे... Hindi 158 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 1 Feb 2023 · 1 min read ये लोग मुख में राम बगल में छुरी रखते है ये लोग मिलाते है हाथ, दिल में दूरी रखते है ये लोग किसी को दिखाते कोई, कोई और किसी को एक चेहरे... Hindi 86 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 31 Jan 2023 · 1 min read राम कथा ही गाऊंगा मैं हूं सच्चा सनातनी, मैं भगवे पर मिट जाऊंगा रोम रोम में राम बसा है, राम कथा ही गाऊंगा चाहे काटो हाथ पैर या चाहे काट दो मेरा शीश, चाहे... Hindi 134 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 31 Jan 2023 · 1 min read तुम मेरी ही मधुबाला...... नवयौवन था आंखों में, जब सांसों मे थी मधुशाला, तुम आई ऐसे जीवन में, जैसे फूलों की माला मैं जब जब विचलित होता था, तुम मेरा धीर बढ़ाती थी, तुम... Hindi 146 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 31 Jan 2023 · 1 min read "उपसंहार" ना आस है ,ना श्वास है, नर सभी निराश है, खत्म ये प्रकाश है, रात्रि का निवास है, नभ में खग दिखे नही, जल सभी उदास है, थल है सुने... Hindi 163 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 31 Jan 2023 · 1 min read शाम भी ढल गई गुजर गया ये दिन शाम भी ढल गई तबियत थी नासाज़ अब जरासुधर गई ख्वाहिशें थी अधूरी ख्वाब भी अधूरे है हर बार की कसक हर बार रह गई चलते... Hindi 114 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 31 Jan 2023 · 1 min read एक नया सवेरा होगा मुझे उम्मीद है कि ,एक नया सवेरा होगा, जो हाल मेरा है अभी ,कल वो तेरा होगा । आज जुगनूओं से ,रोशन है कायनात मेरी, कल मेरी छत पे भी,... Hindi 127 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read इश्क की गली में जाना छोड़ दिया हमने इश्क की गली में जाना छोड़ दिया हमने जी को जलाने पर भी वफा नही मिलती Quote Writer 279 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 13 Feb 2023 · 1 min read छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर मैं जिधर जाऊं उधर तुम नजर आओ Quote Writer 227 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read वो खिड़की जहां से देखा तूने एक बार वो खिड़की जहां से देखा तूने एक बार टकटकी लगाए देखते है होकर बेकरार Quote Writer 205 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read शर्द एहसासों को एक सहारा मिल गया शर्द एहसासों को एक सहारा मिल गया उनकी बाहों में मैं बर्फ सा पिघल गया Quote Writer 111 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read स्याह रात मैं उनके खयालों की रोशनी है स्याह रात मैं उनके खयालों की रोशनी है मुझे दुनिया वालो चांद की जरूरत नहीं है Quote Writer 123 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read किस्सा मशहूर है जमाने में मेरा किस्सा मशहूर है जमाने में मेरा मैं मर गया किसी पे मरकर Quote Writer 446 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read दूर तलक कोई नजर नहीं आया दूर तलक कोई नजर नहीं आया जब वो नजर आए खुदा नजर आया Quote Writer 315 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read सोते में भी मुस्कुरा देते है हम सोते में भी मुस्कुरा देते है हम ख्वाब में मिलकर ही दिल बहला लिया शायद Quote Writer 190 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read देखकर उन्हें देखते ही रह गए देखकर उन्हें देखते ही रह गए एक पल में जैसे सदियां जी गए Quote Writer 177 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read ताउम्र लाल रंग से वास्ता रहा मेरा ताउम्र लाल रंग से वास्ता रहा मेरा वो दुपट्टा लाल रंग का कफन में भी साथ रहा Quote Writer 270 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read जिंदगी क्या है? जिंदगी क्या है? जिंदगी ,जिंदगी है इसे सवाल ना बना Quote Writer 218 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read उसके सवालों का जवाब हम क्या देते उसके सवालों का जवाब हम क्या देते जो खुद हो लाजवाब उसका जवाब क्या देते Quote Writer 207 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 14 Feb 2023 · 1 min read ना चराग़ मयस्सर है ना फलक पे सितारे ना चराग़ मयस्सर है ना फलक पे सितारे कैसी तीरगी मिली हमे शब कैसे गुजारे Quote Writer 223 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 15 Feb 2023 · 1 min read चंद किरणे चांद की चंचल कर गई चंद किरणे चांद की चंचल कर गई ये चांदनी चकोर की चाह बन गई Quote Writer 388 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 15 Feb 2023 · 1 min read राह हूं या राही हूं या मंजिल हूं राहों की राह हूं या राही हूं या मंजिल हूं राहों की तलाश हो रही किसकी नहीं जानता कोई Quote Writer 296 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 19 May 2023 · 1 min read न कहर ना जहर ना शहर ना ठहर न कहर ना जहर ना शहर ना ठहर कागज पे लिखा जिंदगी एक सफ़र Quote Writer 452 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 12 Jun 2023 · 1 min read मनमीत मेरे तुम हो मनमीत मेरे तुम हो जीवन गीत तुम हो मैं आशा का सागर और लहर तुम हो मनमीत मेरे तुम हो जीवन गीत तुम हो मैं बस तेरे लिए और मेरे... Quote Writer 477 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 13 Feb 2023 · 1 min read चांद निकला है तुम्हे देखने के लिए चांद निकला है तुम्हे देखने के लिए हमने उससे कहा था मेरा चांद तुझसे बेहतर है Quote Writer 243 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 22 Jan 2017 · 1 min read बेटी का हक़ बेटी का हक़ कवियों ने बेटी पर कईं कविताएं लिखी किसी ने बेटी की महिमा किसी ने व्यथा लिखी मैंने सोचा क्या कविता लिखने से बेटी को... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 755 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 11 Feb 2018 · 1 min read कुछ सोच रहा हूँ मैं..... कुछ सोच रहा हूँ मैं पर क्या सोच रहा हूँ मैं? सही सोच रहा हूँ...या गलत पर कुछ सोच रहा हूँ मैं.... सोचने के बाद क्या, जो सोचा है वह... Hindi · कविता 398 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 11 Feb 2018 · 1 min read उसे पाने की खातिर.... उसे पाने की ख़ातिर क्या कुछ नहीं किया मैंने दिन को उसे देखते रहे रातों को सोचा मैंने निगाहें बस देखते रहना चाहती थी सिर्फ उन्हें उनकी तस्वीर को दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 505 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 13 Feb 2023 · 1 min read वो दिन भी क्या दिन थे वो दिन भी क्या दिन थे जब सपनों को रातों की जरूरत नहीं थी.... Quote Writer 449 Share ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी" 13 Feb 2023 · 1 min read ये आसमां ये दूर तलक सेहरा ये आसमां ये दूर तलक सेहरा ज़र्रे ज़र्रे मैं दिखे एक हसीन चेहरा Quote Writer 235 Share Page 1 Next