इशरत हिदायत ख़ान 56 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid इशरत हिदायत ख़ान 11 Apr 2025 · 1 min read अगर पानी सिर से ऊपर आने वाला है तो, डूब जाने से पहले कूद कर अगर पानी सिर से ऊपर आने वाला है तो, डूब जाने से पहले कूद कर बाहर निकल जाने में ही समझदारी है। Quote Writer 16 Share इशरत हिदायत ख़ान 9 Apr 2025 · 1 min read पतझड़ में पतझड़ में जैसे - पत्ते गिराकर पेड़ सहेज लेते है, अपना अकेलापन। जैसे - ठंड में आंगन सहेज लेता है, गुनगुनी धूप। पेड़ सहेज लेता है तने पर जैसे -... Quote Writer 19 Share इशरत हिदायत ख़ान 25 Mar 2025 · 1 min read औरतें औरतें ब्रेल लिपि में नही छपतीं छूना जरूरी हो जिन्हें समझने के लिए! Quote Writer 25 Share इशरत हिदायत ख़ान 14 Mar 2025 · 1 min read आप सबको रंगोत्सव पर्व होली की हार्दिक शुभकामनाएं आप सबको रंगोत्सव पर्व होली की हार्दिक शुभकामनाएं आपके जीवन में हर्षोल्लास एवं आनंद के रंग सदैव घुले रहें। ऐसी कामना है। - इशरत हिदायत ख़ान Quote Writer 28 Share इशरत हिदायत ख़ान 14 Mar 2025 · 1 min read आप सबको रंगोत्सव पर्व होली की हार्दिक शुभकामनाएं आप सबको रंगोत्सव पर्व होली की हार्दिक शुभकामनाएं आपके जीवन में हर्षोल्लास एवं आनंद के रंग सदैव घुले रहें। ऐसी कामना है। - इशरत हिदायत ख़ान Quote Writer 32 Share इशरत हिदायत ख़ान 14 Mar 2025 · 1 min read प्रेमिकाएं प्रेम में अपना भविष्य चुनती हैं, प्रेमी को नही। प्रेमिकाएं प्रेम में अपना भविष्य चुनती हैं, प्रेमी को नही। Quote Writer 31 Share इशरत हिदायत ख़ान 8 Mar 2025 · 1 min read संपूर्ण विश्व का आधा भाग महिलाएं हैं, उनके प्रति उपेक्षिता ए संपूर्ण विश्व का आधा भाग महिलाएं हैं, उनके प्रति उपेक्षिता एवं अन्या का भाव के साथ आदर्श समाज की कल्पना करना भी व्यर्थ है। सभी को विश्व महिला दिवस की... Quote Writer 31 Share इशरत हिदायत ख़ान 28 Feb 2025 · 1 min read चाहतें देख कर लगता था कि बिछड़ना ही नही चाहतें देख कर लगता था कि बिछड़ना ही नही नज़र ऐसी लगी कि कोई ताल्लुक बचा ही नही कैसा डर है, जो मूंद लेते हो आँखें अपनी...... यक़ीन करो बिछड़ने... Quote Writer 35 Share इशरत हिदायत ख़ान 12 Feb 2025 · 1 min read प्रस्तुति : इशरत हिदायत ख़ान प्रस्तुति : इशरत हिदायत ख़ान Quote Writer 33 Share इशरत हिदायत ख़ान 8 Feb 2025 · 1 min read किसी के आत्मसम्मान पर इतना घातक प्रहार न करो कि कुदरत खुद उस किसी के आत्मसम्मान पर इतना घातक प्रहार न करो कि कुदरत खुद उसके पक्ष में खड़ी हो जाए। Quote Writer 33 Share इशरत हिदायत ख़ान 25 Jan 2025 · 1 min read दिल को रह रह के ये अंदेशे डराने लग जाएं दिल को रह रह के ये अंदेशे डराने लग जाएं वापसी मे मुमकिन है उसे ज़माने लग जाएं। तुम मेरे शहर में आए तो मुझे ऐसा लगा तही दामनों के... Quote Writer 79 Share इशरत हिदायत ख़ान 25 Jan 2025 · 1 min read व्यर्थ में तनाव और अवसाद में रहने से अच्छा है ब्लॉक मार दिया व्यर्थ में तनाव और अवसाद में रहने से अच्छा है ब्लॉक मार दिया जाए। जहाँ सह्रदयता न हो, मानसिक तारतम्य न हो। ऐसे संबंध को प्रायः समाप्त हो जाना होता... Quote Writer 48 Share इशरत हिदायत ख़ान 25 Jan 2025 · 1 min read व्यर्थ में तनाव और अवसाद में रहने से अच्छा है ब्लॉक मार दिया व्यर्थ में तनाव और अवसाद में रहने से अच्छा है ब्लॉक मार दिया जाए। जहाँ सह्रदयता न हो, मानसिक तारतम्य न हो। ऐसे संबंध को प्रायः समाप्त हो जाना होता... Quote Writer 69 Share इशरत हिदायत ख़ान 15 Jan 2025 · 1 min read मैं अहम हूँ, यह वहम था। मैं अहम हूँ, यह वहम था। बड़ी देर तक रहा.... Quote Writer 85 Share इशरत हिदायत ख़ान 8 Jan 2025 · 1 min read घर की चौखट से घर की चौखट से स्कूल तक की दूरी उतनी ही है जितनी कि चूल्हे से चाँद तक की दूरी चाँद तक पहुँचने के लिए राकेट की नही चौखट लांघने की... Quote Writer 41 Share इशरत हिदायत ख़ान 5 Jan 2025 · 1 min read "पेड़ पौधों की तरह मनुष्य की भी जड़ें होती हैं। पेड़- पौधों "पेड़ पौधों की तरह मनुष्य की भी जड़ें होती हैं। पेड़- पौधों की तरह आदमी भी जिस हवा, पानी, मिट्टी, बोली- बानी, गीतों, रीति- रिवाजों, लोगों के बीच जन्मा होता... Quote Writer 89 Share इशरत हिदायत ख़ान 2 Jan 2025 · 1 min read न घमण्ड में रहो, न गुरुर में रहो न घमण्ड में रहो, न गुरुर में रहो बस जिनसे ख़्यालात नही मिलते उनसे दूर रहो Quote Writer 81 Share इशरत हिदायत ख़ान 1 Jan 2025 · 1 min read 2 2 0 2 5 Happy new year Quote Writer 94 Share इशरत हिदायत ख़ान 1 Jan 2025 · 1 min read इशरत हिदायत ख़ान इशरत हिदायत ख़ान Quote Writer 81 Share इशरत हिदायत ख़ान 31 Dec 2024 · 1 min read आओ दिसम्बर को रुखसत करें आओ दिसम्बर को रुखसत करें कुछ खुशियों को संभाल कर कुछ आँसुओं को टाल कर जो पल बीते चाहतों में जो लम्हे गुजरे हसरतों में वक़्त के साथ चलते- चलते... Quote Writer 117 Share इशरत हिदायत ख़ान 14 Dec 2024 · 1 min read ये मोहब्बत की कहानी नही मरती लेकिन ये मोहब्बत की कहानी नही मरती लेकिन लोग किरदार निभाते हुए मर जाते हैं Quote Writer 107 Share इशरत हिदायत ख़ान 13 Dec 2024 · 1 min read सूरतों में ख़ूब होंगी शैख, गो हूर ए जन्नत सूरतों में ख़ूब होंगी शैख, गो हूर ए जन्नत पर कहाँ ये शोखियां, ये तौर, ये महबूबियां Quote Writer 104 Share इशरत हिदायत ख़ान 11 Dec 2024 · 1 min read धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो। धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो। ज़िन्दगी क्या है किताबों को हटा कर देखो। Quote Writer 105 Share इशरत हिदायत ख़ान 21 Nov 2024 · 1 min read بولنا سب کو أتا ہے بولنا سب کو أتا ہے بس کسی کا دماغ بولتا ہے کسی کا اخلاق بولتا ہے اور کسی کی زبان بولتی ہے Quote Writer 102 Share इशरत हिदायत ख़ान 19 Nov 2024 · 1 min read संभव है तुम्हें मेरे जैसे अनेकों लोग मिल जायें, पर ध्यान रहे संभव है तुम्हें मेरे जैसे अनेकों लोग मिल जायें, पर ध्यान रहे, वे मेरे जैसे होंगे- मैं नही। Quote Writer 155 Share इशरत हिदायत ख़ान 19 Nov 2024 · 1 min read सिर्फ वही इंसान शिक्षित है, जिसने सीखना और परिस्थितियों के अ सिर्फ वही इंसान शिक्षित है, जिसने सीखना और परिस्थितियों के अनुरूप बदलना सीख लिया। Quote Writer 242 Share इशरत हिदायत ख़ान 9 Nov 2024 · 1 min read जहाँ जहाँ कोई उर्दू ज़बान बोलता है। जहाँ जहाँ कोई उर्दू ज़बान बोलता है। वहाँ वहाँ मिरा हिन्दुस्तान बोलता है। दोस्तो, आदाब। आप सबको शाइर ए मशरिक़ 'सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा, के ख़ालिक डा. अल्लामा... Quote Writer 171 Share इशरत हिदायत ख़ान 1 Nov 2024 · 1 min read ये ताज़गी ये तबस्सुम और ये ज़िन्दगी ये ताज़गी ये तबस्सुम और ये ज़िन्दगी कहाँ मिलती हमें अगर चाय न होती ! Quote Writer 143 Share इशरत हिदायत ख़ान 1 Nov 2024 · 1 min read सज धज के आज वो दीवाली मनाएगी सज धज के आज वो दीवाली मनाएगी नादान है फुलझड़ी से दुपट्टा जलाएगी एक दीया अपनी हथेली पे रखेगी और कई फोटो खींच कर स्टेट्स पे लगाएगी Happy dipawali Quote Writer 116 Share इशरत हिदायत ख़ान 1 Nov 2024 · 1 min read सज धज के आज वो दीवाली मनाएगी सज धज के आज वो दीवाली मनाएगी नादान है फुलझड़ी से दुपट्टा जलाएगी एक दिया अपनी हथेली पे रखेगी और कई फोटो खींचेगी, स्टेट्स पे लगाएगी HAPPY DIPAWALI Quote Writer 168 Share इशरत हिदायत ख़ान 31 Oct 2024 · 1 min read ईश्वर जिसके भी सर्वनाश का विचार बनाते हैं तो सबसे पहले उसे ग ईश्वर जिसके भी सर्वनाश का विचार बनाते हैं तो सबसे पहले उसे गुस्सा दिलाते हैं। - यूरिपिड्स Quote Writer 248 Share इशरत हिदायत ख़ान 31 Oct 2024 · 1 min read मर्द की मोहब्बत औरत को हमेशा जवान रखती है जबकि मर्द से मिली मर्द की मोहब्बत औरत को हमेशा जवान रखती है जबकि मर्द से मिली ना-कदरी नौउमरी में औरत को बदसूरत और बद- मिजाज़ बना देती है। Quote Writer 175 Share इशरत हिदायत ख़ान 30 Oct 2024 · 1 min read न जाने कितनी उम्मीदें मर गईं मेरे अन्दर न जाने कितनी उम्मीदें मर गईं मेरे अन्दर अब तो अपना दिल भी कब्रिस्तान लगता है Quote Writer 114 Share इशरत हिदायत ख़ान 30 Oct 2024 · 1 min read मोहब्बत मुख़्तसर भी हो तो मोहब्बत मुख़्तसर भी हो तो उसे भूलने में उम्र लगती है वह चेहरा भूल भी जाता है मगर उस से जुड़ी दिल की सभी यादें अमरबेल की तरह रूह के... Quote Writer 106 Share इशरत हिदायत ख़ान 26 Oct 2024 · 1 min read सोचा यही था ज़िन्दगी तुझे गुज़ारते। सोचा यही था ज़िन्दगी तुझे गुज़ारते। तूने मुझे गुज़ार कर हैरान कर दिया! Quote Writer 83 Share इशरत हिदायत ख़ान 25 Oct 2024 · 1 min read तुझ से मोहब्बत से जरा पहले तुझ से मोहब्बत से जरा पहले मैं सिगरेट को जानलेवा समझता था..! Quote Writer 85 Share इशरत हिदायत ख़ान 23 Oct 2024 · 1 min read कहावत है कि आप घोड़े को घसीट कर पानी तक ले जा सकते हैं, पर म कहावत है कि आप घोड़े को घसीट कर पानी तक ले जा सकते हैं, पर मजबूर नही कर सकते कि वह पानी पिए भी। इसी तरह आप किसी को कामयाबी... Quote Writer 318 Share इशरत हिदायत ख़ान 14 Oct 2024 · 1 min read हमारे जैसों की समाधि के चौरे पर कोई आकर सुवासित पुष्प क्यों हमारे जैसों की समाधि के चौरे पर कोई आकर सुवासित पुष्प क्यों कर रखेगा? हम जैसों के ललाट किसी के अधर स्पर्श के लिए नही बने हैं। हम बोझ हैं।... Quote Writer 112 Share इशरत हिदायत ख़ान 12 Oct 2024 · 1 min read आप सभी साथियों को विजय दसवीं पर्व की ह्रदय तल से शुभकामनाएं आप सभी साथियों को विजय दसवीं पर्व की ह्रदय तल से शुभकामनाएं - इशरत हिदायत ख़ान Quote Writer 167 Share इशरत हिदायत ख़ान 8 Oct 2024 · 1 min read पढ़ रहा हूँ पढ़ रहा हूँ पढ़ना, ख़ास तौर पे मानव कौल को 'रूह' को तस्कीन देता है! Quote Writer 167 Share इशरत हिदायत ख़ान 7 Oct 2024 · 1 min read निकल आए न मेरी आँखों से ज़म ज़म निकल आए न मेरी आँखों से ज़म ज़म मेरे कुछ ख़्वाब यहाँ एड़ियाँ रगड़ते हैं! نکل آئے نہ میری آنکھوں سے زم زم میرے کچھ خواب یہاں ایڑیاں رگڑتے ہیں Quote Writer 117 Share इशरत हिदायत ख़ान 6 Oct 2024 · 1 min read सौन्दर्य, समय, सुख-दुख, प्रेम और.... सौन्दर्य, समय, सुख-दुख, प्रेम और.... कुछ भी तो नही ठहर सका पास में सब कुछ स्मृतियाँ भर रह गईं हाँ, एक चीज़ ठहरी है जड़ हो गई है अकेलापन! Quote Writer 128 Share इशरत हिदायत ख़ान 6 Oct 2024 · 1 min read जीवन शोकगीत है जीवन शोकगीत है उन समस्त क्षणों का जिनमें तुम आवश्यक थे .... और कहीं नही थे तुम! फिर तुम्हारी देहरी पर फूल धर गया कोई..? फिर तुम्हारी आँखों में स्वप्न... Quote Writer 101 Share इशरत हिदायत ख़ान 5 Oct 2024 · 1 min read बड़े सलीके, सुकून और जज़्बात से बड़े सलीके, सुकून और जज़्बात से सिरा दिए जाते हैं हम दुनिया में हजारों लहरें रगड़ कर धोती हैं हमें कुछ मचलती हैं हमारे लिए, कुछ लुभाती हैं कुछ पर... Quote Writer 131 Share इशरत हिदायत ख़ान 3 Oct 2024 · 1 min read इतनी शिद्दत से रहा इन्तज़ार मुझे। इतनी शिद्दत से रहा इन्तज़ार मुझे। वक़्त मिन्नतें करता रहा गुज़ार मुझे। चला मैं रूठ कर आवाज़ तक न दी उसने। मैं दिल में चीख़ कर कहता रहा पुकार मुझे! Quote Writer 1 171 Share इशरत हिदायत ख़ान 1 Oct 2024 · 1 min read उस झरोखे को बंद करें, जो आपको पीड़ा देता है, बाहर का दृश्य च उस झरोखे को बंद करें, जो आपको पीड़ा देता है, बाहर का दृश्य चाहें कितना भी सुन्दर क्यों न हो। Quote Writer 2 159 Share इशरत हिदायत ख़ान 27 Sep 2024 · 1 min read बचपन के सबसे प्यारे दोस्त से मिलने से बढ़कर सुखद और क्या हो बचपन के सबसे प्यारे दोस्त से मिलने से बढ़कर सुखद और क्या हो सकता है? किताबों से दोस्ती बहुत छुटपन में ही हो गई थी। 'पापा जब बच्चे थे' मैंने... Quote Writer 182 Share इशरत हिदायत ख़ान 25 Sep 2024 · 1 min read रातों की तन्हाई में रातों की तन्हाई में ख़्यालों के मेले में तेरी यादों ने दुकान लगा रखी है नीदों का कारोबार चौपट है! Quote Writer 147 Share इशरत हिदायत ख़ान 24 Sep 2024 · 1 min read पता नही क्यों लोग चाहत पे मरते हैं। पता नही क्यों लोग चाहत पे मरते हैं। हालांकि चाय ज़्यादा मज़े की होती है! Quote Writer 137 Share इशरत हिदायत ख़ान 24 Sep 2024 · 1 min read अपने दर्द को अपने रब से बोल दिया करो। अपने दर्द को अपने रब से बोल दिया करो। फिर दर्द जाने, दवा जाने और ख़ुदा जाने। Quote Writer 159 Share Page 1 Next