Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Nov 2024 · 1 min read

بولنا سب کو أتا ہے

بولنا سب کو أتا ہے
بس کسی کا دماغ بولتا ہے
کسی کا اخلاق بولتا ہے
اور کسی کی زبان بولتی ہے

36 Views

You may also like these posts

कर्म हमारे ऐसे हो
कर्म हमारे ऐसे हो
Sonam Puneet Dubey
धोखे का दर्द
धोखे का दर्द
Sanjay ' शून्य'
इक झलक देखी थी हमने वो अदा कुछ और है ।
इक झलक देखी थी हमने वो अदा कुछ और है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
"चारों तरफ अश्लीलता फैली हुई है ll
पूर्वार्थ
खत्म न हो सकी कभी
खत्म न हो सकी कभी
Dr fauzia Naseem shad
मुझसे नाराज़ कभी तू , होना नहीं
मुझसे नाराज़ कभी तू , होना नहीं
gurudeenverma198
विवशता
विवशता
आशा शैली
दैनिक आर्यवर्त केसरी, अमरोहा
दैनिक आर्यवर्त केसरी, अमरोहा
Harminder Kaur
संगिनी भी साथ रहे
संगिनी भी साथ रहे
आकाश महेशपुरी
विषय : बाढ़
विषय : बाढ़
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
*श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)*
*श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)*
Ravi Prakash
सलामी दें तिरंगे को
सलामी दें तिरंगे को
आर.एस. 'प्रीतम'
सैनिक का प्रयाण
सैनिक का प्रयाण
Deepesh Dwivedi
राधा शाम की बनी हैं
राधा शाम की बनी हैं
Shinde Poonam
#समय समय से चलता
#समय समय से चलता
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत
रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत
कवि रमेशराज
" चुनौतियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
गायब हुआ तिरंगा
गायब हुआ तिरंगा
आर एस आघात
सोचा एक अफ़साना लिख दूँ,
सोचा एक अफ़साना लिख दूँ,
Nitesh Shah
🙅सोचिए ना जी🙅
🙅सोचिए ना जी🙅
*प्रणय*
ऐसी तो कोई जिद न थी
ऐसी तो कोई जिद न थी
Sumangal Singh Sikarwar
प्यारे घन घन घन कर आओ
प्यारे घन घन घन कर आओ
Vindhya Prakash Mishra
भारत का बजट
भारत का बजट
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
धूप और कोहरा
धूप और कोहरा
पं अंजू पांडेय अश्रु
अपनी मसरूफियत का करके बहाना ,
अपनी मसरूफियत का करके बहाना ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
शीत .....
शीत .....
sushil sarna
2900.*पूर्णिका*
2900.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मानव बस मानव रहे ,बनें नहीं हैवान ।।
मानव बस मानव रहे ,बनें नहीं हैवान ।।
RAMESH SHARMA
प्रकृति! तेरे हैं अथाह उपकार
प्रकृति! तेरे हैं अथाह उपकार
ruby kumari
कविता
कविता
Pushpraj devhare
Loading...