निपुण बनेंगेहम।

बच्चे रोज विद्यालय आयेंगे ,
तो जरूर निपुण हो जाएंँगे।
माता-पिता,शिक्षक भी जब,
बखूबी अपना फर्ज निभाएँगे।।
सभी दक्षिताएंँ प्राप्त करके,
निपुण लक्ष्य प्राप्त कर पाएँगे।
कक्षा एक दो निपुण बनाकर,
हम विद्यालय निपुण बनाएँगे।।
दीक्षा और रीड एलांग ऐप,
बच्चे जब खुद ही चलाएंँगे।
बाल वाटिका, चहक, रेडीनेस,
की गतिविधियांँ अपनाएँगे।।
80% विद्यालय निपुण जब होंगे,
तब ब्लॉक निपुण कहलाएगा।
जब सारे ब्लॉक निपुण होंगें,
तो जनपद निपुण हो जाएगा।।