Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Dec 2024 · 1 min read

“ठोको जी भर ताली..!”-हास्य कविता

कभी साथ में बीवी होती,
कभी मगर है साली।
फ़र्क नहीं कुछ पड़ता मुझको,
गोरी हो या काली।।

काम नहीं कुछ अपने जिम्मे,
कटती बैठे-ठाली।
“आशा” की क़िस्मत तो देखो,
मिलती जी भर गाली।।

कहाँ सुनाऊँ जाकर मित्रों,
मनती रोज़ दिवाली।
ताश, कभी, लूडो हाथों मेँ,
समझें लोग मवाली।।

रेगिस्तान सरीखा जीवन,
नयनों धार बहा ली l
यदि साली-सलहज आ जाये,
हो जाए हरियाली ll

पीने का है शौक़, भले फिर,
प्याला हो या प्याली।
भाई यदि कविता हो, तब तो,
ठोको जी भर ताली..!

##——–##——–##

Language: Hindi
5 Likes · 5 Comments · 41 Views
Books from Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
View all

You may also like these posts

बेबसी
बेबसी
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
बसंत का मौसम
बसंत का मौसम
Pushpa Tiwari
वस्तुस्थिति
वस्तुस्थिति
Khajan Singh Nain
परिवार का बदलता रूप
परिवार का बदलता रूप
पूर्वार्थ
04/05/2024
04/05/2024
Satyaveer vaishnav
“जब से विराजे श्रीराम,
“जब से विराजे श्रीराम,
Dr. Vaishali Verma
*शादी से है जिंदगी, शादी से घर-द्वार (कुंडलिया)*
*शादी से है जिंदगी, शादी से घर-द्वार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अपने नसीब पर रोने के बजाय हमें अपने कर्म पर श्रद्धा और ध्यान
अपने नसीब पर रोने के बजाय हमें अपने कर्म पर श्रद्धा और ध्यान
Ravikesh Jha
पिता के साथ
पिता के साथ
Sudhir srivastava
घर नही है गांव में
घर नही है गांव में
Priya Maithil
तुझ से बस तेरा ही पता चाहे
तुझ से बस तेरा ही पता चाहे
Dr fauzia Naseem shad
लोग आपके प्रसंसक है ये आपकी योग्यता है
लोग आपके प्रसंसक है ये आपकी योग्यता है
Ranjeet kumar patre
* ऋतुराज *
* ऋतुराज *
surenderpal vaidya
मै (अहम) का मै (परमात्मा) से साक्षात्कार
मै (अहम) का मै (परमात्मा) से साक्षात्कार
Roopali Sharma
गर्मी की छुट्टियों का होमवर्क
गर्मी की छुट्टियों का होमवर्क
अमित
उन्हें पुकारो।
उन्हें पुकारो।
Kumar Kalhans
"स्मरणीय "
Dr. Kishan tandon kranti
..
..
*प्रणय*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मैं छुपा नहीं सकता
मैं छुपा नहीं सकता
Bhupendra Rawat
कई बार सोचती हूँ ,
कई बार सोचती हूँ ,
Manisha Wandhare
डॉ. नामवर सिंह की रसदृष्टि या दृष्टिदोष
डॉ. नामवर सिंह की रसदृष्टि या दृष्टिदोष
कवि रमेशराज
अपना हिंदुस्तान रहे
अपना हिंदुस्तान रहे
श्रीकृष्ण शुक्ल
खालीपन
खालीपन
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
पढी -लिखी लडकी रोशन घर की
पढी -लिखी लडकी रोशन घर की
Swami Ganganiya
हाइकु: गौ बचाओं.!
हाइकु: गौ बचाओं.!
Prabhudayal Raniwal
रिश्ते
रिश्ते
Punam Pande
जीवन है अनमोल
जीवन है अनमोल
महेश चन्द्र त्रिपाठी
- आंसुओ की कीमत -
- आंसुओ की कीमत -
bharat gehlot
जुदाई
जुदाई
Shyam Sundar Subramanian
Loading...