हम न होंगे तो ये कहानी बेअसर हो जायेगी,
साया हट गया है, फिर नया बरगद तलाशिये...
धर्म के रचैया श्याम,नाग के नथैया श्याम
एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती,
हम बदल गये
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
बह्र ## 2122 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफिया ## आते रदीफ़ ## रहे
मुद्दतों बाद मिलते पैर लड़खड़ाए थे,
अर्जुन सा तू तीर रख, कुंती जैसी पीर।
------------जिससे जितने संयोग मिलेंगे------------