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21 Sep 2024 · 1 min read

पास के लोगों की अहमियत का पता नहीं चलता

पास के लोगों की अहमियत का पता नहीं चलता
और दूर जाने पर वो इंसान रह-रहकर याद आता!
तब पछताने के सिवा कोई रास्ता नहीं बच जाता!
काश, पहले ही गहराई से उन्हें मैं जान पाता….
यही सोचते हुए परस्पर इंसान अफ़सोस जताता!

…. अजित कर्ण ✍️

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