कोई इल्ज़ाम के नहीं क़ाबिल ,
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
हृदय को भी पीड़ा न पहुंचे किसी के
रहे सीने से लिपटा शॉल पहरेदार बन उनके
— मैं सैनिक हूँ —
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
*सदा गाते रहें हम लोग, वंदे मातरम् प्यारा (मुक्तक)*
धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष।