कैसे हमसे प्यार करोगे
KAVI BHOLE PRASAD NEMA CHANCHAL
#पीरपुष्प
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
महत्वपूर्ण यह नहीं कि अक्सर लोगों को कहते सुना है कि रावण वि
काबा जाए कि काशी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दोहे- साँप
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
प्रेम कोई भी कर सकता है पर हर कोई निभा नहीं पाता
आना भी तय होता है,जाना भी तय होता है
जेठ सोचता जा रहा, लेकर तपते पाँव।