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28 Jun 2024 · 1 min read

आज़ पानी को तरसते हैं

आज़ पानी को तरसते हैं
कल हवा के लिए तरसेंगे
यह बात इंसान कब समझेंगे
_ सोनम पुनीत दुबे

2 Likes · 1 Comment · 160 Views
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Books from सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
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