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1 Sep 2024 · 1 min read

*सर्वोत्तम वरदान यही प्रभु, जिसका स्वास्थ्य प्रदाता है (मुक्

सर्वोत्तम वरदान यही प्रभु, जिसका स्वास्थ्य प्रदाता है (मुक्तक)
_______________________
दोनों घुटने पैर सही हैं, पर्वत पर चढ़ पाता है
पच जाता है सारा भोजन, जो कुछ भी वह खाता है
यों तो वर सौ-सौ मिलते हैं, देने वाला जगत-पिता
सर्वोत्तम वरदान यही प्रभु, जिसका स्वास्थ्य प्रदाता है

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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