#उलझन
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
*********** आओ मुरारी ख्वाब मे *******
सम्मानार्थ प्रविष्ठियां आमंत्रित हैं
आँखें बतलातीं सदा ,मन की सच्ची बात ( कुंडलिया )
"हार व जीत तो वीरों के भाग्य में होती है लेकिन हार के भय से
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
आपकी बुद्धिमत्ता को कभी भी एक बार में नहीं आंका जा सकता क्यो
यदि केवल बातों से वास्ता होता तो
प्रेमियों के भरोसे ज़िन्दगी नही चला करती मित्र...
हिंदी दिवस को प्रणाम
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
सबकी सलाह है यही मुॅंह बंद रखो तुम।
घृणा के बारे में / मुसाफ़िर बैठा
सब के सब ख़ुद को कहते हैं आला,