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25 Jan 2025 · 1 min read

वतन परस्त लोग थे, वतन को जान दे गए ,

वतन परस्त लोग थे, वतन को जान दे गए ,
लिया नहीं किसी से कुछ, सभी को मान दे गए ।
✍️ नील रूहानी…

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