“विज्ञान और मुस्कान”
“विज्ञान और मुस्कान”
विज्ञान सिखाता है सोचना
जीना सिखाता मुस्कान है,
चन्द लम्हों की साँसें हैं यारों
बस फ़ानी सकल जहान है।
“विज्ञान और मुस्कान”
विज्ञान सिखाता है सोचना
जीना सिखाता मुस्कान है,
चन्द लम्हों की साँसें हैं यारों
बस फ़ानी सकल जहान है।