खुशी देने से मिलती है खुशी और ग़म देने से ग़म,
क्यों याद तुमको हम कल करेंगे
मानसिक और भावनात्मक तकलीफ
"I met different people with different roles in my life, som
दीवाना
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
जनता
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
यदि आपकी मोहब्बत आपको नजर अंदाज कर रही है तो समझ लेना उसके न
धिन हैं बायण मात ने, धिन हैं गढ़ चित्तौड़।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सावन की है ये पंचमी शुभयोग बना है,
Anamika Tiwari 'annpurna '
दुश्मनों की कमी नहीं जिंदगी में ...
लब पे ख़ामोशियों के पहरे थे
एक उम्र गंवाई है हमने भी मनमानी के लिए
"भेड़ों के झुंड" और "भाड़े की भीड़" में एकमात्र अंतर यह है कि भ