Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jul 2024 · 1 min read

विश्वास की नाप

विश्वास की नाप

धरती नापी, सागर नापा , नाप लिया आकाश को।
किंतु कभी न नाप सका तू , मानव के विश्वास को।।
उछल कूद कर पहुंच गया तू , सबसे ऊंची चोटी पर,
फिर भी दबा हुआ कीचड़ में, अपनी नीयत खोटी कर,
नाप लिया भू-गर्भ को तूने, नाप लिया इतिहास को।
सागर के भीतर नदियां, पर्वत, गर्तों को नाप लिया,
कितनी ऊंची उठती लहरें, कितनी गिरतीं भांप लिया,
सागर की गहराई नापी, वायु के अहसास को।
पंख लगाकर पहुंच गया तू , चांद की माटी ले आया,
नाप लिया जल, जीवन उस पर, रहने को मुंह फैलाया,
सभी ग्रहों की दूरी नापी, उसके त्रिज्या व्यास को।
सांपों सी सड़कों पर सरपट, बिना पैर के दौड़ रहा,
लगातार बेतार लिए बढ़ती दूरी को जोड़ रहा,
दिन प्रतिदिन तू नाप रहा, प्रेमी पागल उपहास को।।
—– सतगुरु प्रेमी

Language: Hindi
1 Like · 127 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मरने के बाद भी ठगे जाते हैं साफ दामन वाले
मरने के बाद भी ठगे जाते हैं साफ दामन वाले
Sandeep Kumar
बचपन -- फिर से ???
बचपन -- फिर से ???
Manju Singh
2840.*पूर्णिका*
2840.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
समायोजन
समायोजन
Shyam Sundar Subramanian
महाभारत एक अलग पहलू
महाभारत एक अलग पहलू
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
..
..
*प्रणय प्रभात*
ये बीते हूये कल
ये बीते हूये कल
Shinde Poonam
यादों के अथाह में विष है , तो अमृत भी है छुपी हुई
यादों के अथाह में विष है , तो अमृत भी है छुपी हुई
Atul "Krishn"
जो मिला उसे स्वीकारो या बदलाव करो,
जो मिला उसे स्वीकारो या बदलाव करो,
Karuna Goswami
जिस नारी ने जन्म दिया
जिस नारी ने जन्म दिया
VINOD CHAUHAN
खुद को भी अपना कुछ अधिकार दीजिए
खुद को भी अपना कुछ अधिकार दीजिए
Dr fauzia Naseem shad
कलयुग में मोदी युग
कलयुग में मोदी युग
Santosh kumar Miri
बहुत हुआ
बहुत हुआ
Mahender Singh
मैं अपनी कहानी कह लेता
मैं अपनी कहानी कह लेता
Arun Prasad
मौन की भाषा
मौन की भाषा
Ritu Asooja
"संवाद "
DrLakshman Jha Parimal
सत्यम शिवम सुंदरम
सत्यम शिवम सुंदरम
Madhu Shah
विरहन प्रियतमा
विरहन प्रियतमा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
"बिन गुरु के"
Dr. Kishan tandon kranti
*दानवीर व्यापार-शिरोमणि, भामाशाह प्रणाम है (गीत)*
*दानवीर व्यापार-शिरोमणि, भामाशाह प्रणाम है (गीत)*
Ravi Prakash
लोगों ने जीते हुए होंगे कई जंग।
लोगों ने जीते हुए होंगे कई जंग।
Rj Anand Prajapati
मेरे कान्हा
मेरे कान्हा
Dr.sima
सहमी -सहमी सी है नज़र तो नहीं
सहमी -सहमी सी है नज़र तो नहीं
Shweta Soni
मकर संक्रांति पर्व
मकर संक्रांति पर्व
Seema gupta,Alwar
प्रश्न है अब भी खड़ा यह आदमी के सामने
प्रश्न है अब भी खड़ा यह आदमी के सामने
पूर्वार्थ
जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में
जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
!...............!
!...............!
शेखर सिंह
मैं घड़ी हूँ
मैं घड़ी हूँ
Dr. Vaishali Verma
अगर ढूँढू ख़ुशी तो दर्द का सामान मिलता है
अगर ढूँढू ख़ुशी तो दर्द का सामान मिलता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
खुदा है भी या नहीं ! (ग़ज़ल)
खुदा है भी या नहीं ! (ग़ज़ल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...