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15 May 2024 · 1 min read

** मैं **

** मैं **
उड़ना भले नहीं आता
मंजील की चाह
ख़्वाबों की उड़ान मेरी

तैरना भले नहीं आता
भाई कहता
बातों की जहाज मेरी

लिखना भले नहीं आता
सीखने को तैयार मैं

न खगगोश न कछुआ
फिर भी दौड़ का हिस्सा मैं

माना तुम हवाई जहाज
हाँ बैलगाड़ी ही सही मैं

उड़ना भले नही आता
हूँ अब उड़ने को तैयार मैं
मंजिल मिले न मिले
एक खूबसूरत मोड़ देने को तैयार मैं
गिरने उठने सीखने को तैयार मैं
~ कुmari कोmal

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