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18 Mar 2024 · 1 min read

एक है ईश्वर

एक है ईश्वर एक है दुनिया ।
भेद क्यों फिर सारे हुए हैं ।।

जीत वो सकते हैं कैसे ।
खुद से जो हारे हुए हैं ।।

आसमां उनसे भरा है।
मर के जो तारे हुए हैं ।।

बे’बसी न पूछ हमसे।
कितना दिल मारे हुए हैं।।

हक़ पर चलने वाले शाद ।
कब किसे प्यारे हुए हैं ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

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