Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jan 2025 · 1 min read

जिंदगी संवार लूं

जिंदगी संवार लूं

जिंदगी संवार लूं
जिंदगी संवार दूं
अशिक्षा को,
शिक्षा से संवार दूं।
दुधमुंहे बचपन को
आवाज दूं।

अक्षर ज्ञान देकर
निरक्षर को साक्षर
एक एक हस्ताक्षर
गढ़ दूं।

व्यक्तित्व चमका दूं
सूरज सा तपा दूं
मेहनत की आंच से
फौलाद बना दूं।

न डिगे तन,
न डिगे मन।
अच्छे व्यक्तित्व का
धनी बना दूं।

तू मेरे हद में आ
मै तेरे हालत बदल दूं
जमीन से आसमां तक
उजाला फैला दूं।

संतोष कुमार मिरी कविराज
रायपुर छत्तीसगढ़

Language: Hindi
67 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Santosh kumar Miri
View all

You may also like these posts

यह तो सब नसीब की बात है ..
यह तो सब नसीब की बात है ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वह लोग
वह लोग
Minal Aggarwal
सोचता हूँ..
सोचता हूँ..
Vivek Pandey
हमारी संस्कृति
हमारी संस्कृति
indu parashar
मरूधर रौ माळी
मरूधर रौ माळी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मै हारा नही हूं
मै हारा नही हूं
अनिल "आदर्श"
गॉड दैट फेल्ड
गॉड दैट फेल्ड
Shekhar Chandra Mitra
लक्ष्य है जो बनाया तूने, उसकी ओर बढ़े चल।
लक्ष्य है जो बनाया तूने, उसकी ओर बढ़े चल।
पूर्वार्थ
फिर कुछ अपने
फिर कुछ अपने
Chitra Bisht
समायोजन
समायोजन
Shyam Sundar Subramanian
हरिपद छंद
हरिपद छंद
Sudhir srivastava
तेरे दिल में क्या है -
तेरे दिल में क्या है -
bharat gehlot
छिप गई वो आज देखो चाँद की है चाँदनी
छिप गई वो आज देखो चाँद की है चाँदनी
Dr Archana Gupta
इश्क़ का कुछ पता नहीं होता
इश्क़ का कुछ पता नहीं होता
S K Singh Singh
दान किसे
दान किसे
Sanjay ' शून्य'
सृजन तेरी कवितायें
सृजन तेरी कवितायें
Satish Srijan
कवि और केंकड़ा
कवि और केंकड़ा
guru saxena
मैं भी किसी की महफ़िल का यार होता,
मैं भी किसी की महफ़िल का यार होता,
Jitendra kumar
स्व अधीन
स्व अधीन
Kirtika Namdev
"मानो या न मानो"
Dr. Kishan tandon kranti
#लघुकथा
#लघुकथा
*प्रणय प्रभात*
गालगागा गालगागा गालगागा
गालगागा गालगागा गालगागा
Neelam Sharma
.........?
.........?
शेखर सिंह
वो, मैं ही थी
वो, मैं ही थी
शशि कांत श्रीवास्तव
3850.💐 *पूर्णिका* 💐
3850.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"स्वागत हैं"
ओसमणी साहू 'ओश'
यादें
यादें
विशाल शुक्ल
मत कहना ...
मत कहना ...
SURYA PRAKASH SHARMA
रास्ते का फूल न बन पाई तो..
रास्ते का फूल न बन पाई तो..
Priya Maithil
Loading...