Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2024 · 1 min read

*समृद्ध भारत बनायें*

आओ इस शिक्षक दिवस कुछ नया कर जायें,
कुछ नया सोचे, कुछ नयी नीति अपनायें|
डॉ. राधा कृष्णन के जन्मदिवस को यूँ ही
हल्के में सिर्फ़ नाच-गाकर ही न बितायें| आओ इस शिक्षक दिवस..

अफ़सर-शाही, सरकारी बाबू सब इसने दिये
पर क्या सही दिशा-निर्माण हम कर पाये?
अंग्रेज़ों ने तो स्वार्थ-सिद्ध किये थे अपने
पर क्या अपनों ने अपने सही कर्म निभाये? आओ इस शिक्षक दिवस..

पाणिनि ने कभी दिया था व्याकरण,
चरक की विधा चरक-संहिता कहलाये|
चाणक्य बने थे कूटनीति के ज्ञाता
शिक्षा अब तलक क्यों “जी-हुज़ूरी” सिखाये? आओ इस शिक्षक दिवस..

कभी सशक्त रही थी अपनी शिक्षा-प्रणाली
बना क्या कारण- क्यों शिक्षा पिछड़ी जाये?
शिक्षक-दिवस पर क्यों न फिर से सोचें
गुरु-शिष्य परम्परा अपना, फिर क्रांति लायें |आओ इस शिक्षक दिवस..

आओ शपथ ले आज हम सब मिल कर-
बस पाठ्यक्रम की पूर्ति न एक ध्येय बनायें |
तर्क-वितर्क जो कभी आधार था शिक्षा तंत्र का
उसे फिर से अपना कर, आत्मविश्वास जगायें | आओ इस शिक्षक दिवस..

एक ही ढर्रे पर चला-चला के दिमाग़ को
क्यों हम अपनी सृजन-क्षमता घटायें?
उन्मुक्त सोच और बढ़ा निर्णय-क्षमता को
आओ! फिर से एक समृद्ध भारत बनायें | आओ इस शिक्षक दिवस कुछ नया कर जायें

6 Likes · 2 Comments · 1266 Views
Books from Poonam Matia
View all

You may also like these posts

दोष किसे दें
दोष किसे दें
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
हृदय कुंज  में अवतरित, हुई पिया की याद।
हृदय कुंज में अवतरित, हुई पिया की याद।
sushil sarna
" जब "
Dr. Kishan tandon kranti
फूल और भी तो बहुत है, महकाने को जिंदगी
फूल और भी तो बहुत है, महकाने को जिंदगी
gurudeenverma198
यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न
Mamta Singh Devaa
*लम्हा  प्यारा सा पल में  गुजर जाएगा*
*लम्हा प्यारा सा पल में गुजर जाएगा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*हिंदी साहित्य में रामपुर के साहित्यकारों का योगदान*
*हिंदी साहित्य में रामपुर के साहित्यकारों का योगदान*
Ravi Prakash
माँ
माँ
Dr Archana Gupta
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
चिंता, फ़िक्र, कद्र और परवाह यही तो प्यार है,
चिंता, फ़िक्र, कद्र और परवाह यही तो प्यार है,
Ajit Kumar "Karn"
मैं सूरज दूर बहुत दूर
मैं सूरज दूर बहुत दूर
Lekh Raj Chauhan
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
PRADYUMNA AROTHIYA
प्रिये ! अबकी बार तुम्हारे संग, दीपावली मनाना चाहता हूँ....!
प्रिये ! अबकी बार तुम्हारे संग, दीपावली मनाना चाहता हूँ....!
singh kunwar sarvendra vikram
मेरी धड़कनों में
मेरी धड़कनों में
हिमांशु Kulshrestha
सजि गेल अयोध्या धाम
सजि गेल अयोध्या धाम
मनोज कर्ण
बहके जो कोई तो संभाल लेना
बहके जो कोई तो संभाल लेना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वक्त का ही जग में दौर है ।
वक्त का ही जग में दौर है ।
Rj Anand Prajapati
अगर आप सफल
अगर आप सफल
पूर्वार्थ
वो आँखें
वो आँखें
Kshma Urmila
कुपमंडुक
कुपमंडुक
Rajeev Dutta
आज सत्य को जानने का अवसर।
आज सत्य को जानने का अवसर।
Ravikesh Jha
..
..
*प्रणय*
उसे खुद के लिए नहीं
उसे खुद के लिए नहीं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बहुत कष्ट है ज़िन्दगी में
बहुत कष्ट है ज़िन्दगी में
Santosh Shrivastava
विदा पल कहूं कैसे, बिटिया आती रहना
विदा पल कहूं कैसे, बिटिया आती रहना
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Snap chat वाली दोस्त
Snap chat वाली दोस्त
Sonu sugandh
आशाएं
आशाएं
Saurabh Kadam
नज़र नहीं नज़रिया बदलो
नज़र नहीं नज़रिया बदलो
Sonam Puneet Dubey
दिखता नहीं कहीं भी गांधी, ये कैसी लाचारी है?
दिखता नहीं कहीं भी गांधी, ये कैसी लाचारी है?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"तुम्हारी यादें"
Lohit Tamta
Loading...