Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Mar 2025 · 1 min read

*होली ऐसी खेलिए, रहे न एक उदास (कुंडलिया)*

होली ऐसी खेलिए, रहे न एक उदास (कुंडलिया)
🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂
होली ऐसी खेलिए, रहे न एक उदास
जो-जो जितने दूर हैं, आऍं उतने पास
आऍं उतने पास, रंग इस तरह लगाऍं
मुख-मंडल सब सुस्त, नेह से खिल-खिल जाऍं
कहते रवि कविराय, बनाकर चलिए टोली
कहिएगा सप्रेम, बुरा मत मानें होली
_______________________
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

38 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

जवानी के दिनों की हॉट-हॉट तस्वीरें झुलसे हुए बुढापे को
जवानी के दिनों की हॉट-हॉट तस्वीरें झुलसे हुए बुढापे को "बरनौ
*प्रणय प्रभात*
शोर शराबे
शोर शराबे
manjula chauhan
हाथ छुड़ाने की कथा
हाथ छुड़ाने की कथा
पूर्वार्थ
ग्रंथ
ग्रंथ
Tarkeshwari 'sudhi'
फ़ूल भी फूलों से कहते हैं।
फ़ूल भी फूलों से कहते हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
चाहतों का एक समंदर
चाहतों का एक समंदर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Friends 💕 forever soul connection
Friends 💕 forever soul connection
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दिल की बातें दिल ही जाने
दिल की बातें दिल ही जाने
Shubham Anand Manmeet
शहर में मुझे मेरे आशिक नही मिलते ।
शहर में मुझे मेरे आशिक नही मिलते ।
विवेक दुबे "निश्चल"
ਉਂਗਲੀਆਂ ਉਠਦੀਆਂ ਨੇ
ਉਂਗਲੀਆਂ ਉਠਦੀਆਂ ਨੇ
Surinder blackpen
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
gurudeenverma198
फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा,
फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा,
Kalamkash
मैं मजदूर हूं
मैं मजदूर हूं
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
4822.*पूर्णिका*
4822.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हुस्न है नूर तेरा चश्म ए सहर लगता है। साफ शफ्फाफ बदन छूने से भी डर लगता है।
हुस्न है नूर तेरा चश्म ए सहर लगता है। साफ शफ्फाफ बदन छूने से भी डर लगता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
फूलों की खुशबू सा है ये एहसास तेरा,
फूलों की खुशबू सा है ये एहसास तेरा,
अर्चना मुकेश मेहता
गांधी होने का क्या अर्थ है?
गांधी होने का क्या अर्थ है?
Aman Kumar Holy
- हर हाल में एक जैसे रहो -
- हर हाल में एक जैसे रहो -
bharat gehlot
गंगा से है प्रेमभाव गर
गंगा से है प्रेमभाव गर
VINOD CHAUHAN
गुज़ारिश आसमां से है
गुज़ारिश आसमां से है
Sangeeta Beniwal
मधुमास
मधुमास
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
❤️🖤🖤🖤❤
❤️🖤🖤🖤❤
शेखर सिंह
காதலும்
காதலும்
Otteri Selvakumar
ना लिखते तो मिट जाते।
ना लिखते तो मिट जाते।
Saraswati Bajpai
"वक्त के रंग"
Dr. Kishan tandon kranti
गोरे काले वर्ण पर,
गोरे काले वर्ण पर,
sushil sarna
वो हक़ीक़त में मौहब्बत का हुनर रखते हैं।
वो हक़ीक़त में मौहब्बत का हुनर रखते हैं।
Phool gufran
कहिया ले सुनी सरकार
कहिया ले सुनी सरकार
आकाश महेशपुरी
आज पलटे जो ख़्बाब के पन्ने - संदीप ठाकुर
आज पलटे जो ख़्बाब के पन्ने - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
सवाल ये नहीं
सवाल ये नहीं
Dr fauzia Naseem shad
Loading...